MP Board Class 6th Solution Sahayak Vachan Chapter 6 : लोक कवि और साहित्यकार

Class 6th सहायक वाचन Solution

खण्ड 3 : हमारा मध्यप्रदेश

पाठ  6: लोक कवि और साहित्यकार

सही विकल्प चुनिए

(1) अभिज्ञानशाकुन्तलम् के रचयिता हैं-

(अ) भूषण

(ब) पद्माकर

(स) कालिदास

(द) बाणभट्ट ।

(2) भूषण किस रस के कवि थे ?

(अ) हास्य रस

(ब) वीर रस

(स) श्रृंगार रस

(द) करुण रस ।

(3) कुछ लोग इन्हें ‘कठिन काव्य का प्रेत’ कहकर पुकारते हैं-

(अ) केशवदास

(ब) भवभूति

(स) ईसुरी

(द) जगनिक ।

उत्तर-(1) (स) कालिदास, (2) (ब) वीर रस, (3) (अ) केशवदास ।

• लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. आल्हाखण्ड में जगनिक ने किसका वर्णन किया है ? लिखिए ।

उत्तर- आल्हाखण्ड (परमाल रासो) में जगनिक ने महोवा के दो प्रसिद्ध वीरों आल्हा और ऊदल के वीर चरित्र का वर्णन किया है।

प्रश्न 2. आल्हा किस ऋतु में गायी जाती है ?

उत्तर— आल्हा प्रायः वर्षा ऋतु में गायी जाती है ।

प्रश्न 3. चौघड़िया फाग का पर्याय किस बुन्देलखण्डी लोककवि को कहा जाता है ?

उत्तर – चौघड़िया फाग का पर्याय ईसुरी को कहा जाता है।

प्रश्न 4. सन्त सिंगाजी का लोक साहित्य में योगदान लिखिए।

उत्तर सन्त सिंगाजी ने कबीर की निर्गुण भक्ति धारा के 1100 लोकपद रचे हैं। इन्होंने खेती, गृहस्थी सम्बन्धी लोकप्रतीकों का निमाड़ी कविता में प्रयोग किया। निमाड़ में निर्गुण भक्ति धारा बहाने का श्रेय भी सिंगाजी को ही दिया जाता है।

प्रश्न 5. किस कवि की तुलना शेक्सपियर से की जाती है ?

उत्तर – महाकवि कालिदास की तुलना शेक्सपियर से की जाती है।

प्रश्न 6. ऋतुसंहार में कितनी ऋतुओं का वर्णन है ?

उत्तर – ऋतुसंहार में छह ऋतुओं का सुन्दर वर्णन है।

प्रश्न 7. भर्तृहरि या भवभूति का योगदान लिखिए।

उत्तर – भर्तृहरि का संस्कृत साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने नीतिश्लोक, वैराग्यशतक तथा श्रृंगारशतक जैसी अमूल्य रचनाएँ की थीं। इसी प्रकार भवभूति का संस्कृत में भाव-प्रवणता के लिए अहम योगदान है । भवभूति किसी घटना अथवा भाव को कुछ ही शब्दों में वर्णित करने की कला में सिद्धहस्त थे। उत्तररामचरित, महावीरचरित तथा मालवीमाधव भवभूति की प्रसिद्ध रचनाएँ हैं।

प्रश्न 8. साहित्य में कालिदास के योगदान का वर्णन कीजिए ।

उत्तर– कालिदास संस्कृत साहित्य में ‘उपमा’ दिए जाने के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी रचना मेघदूत का विश्व साहित्य में अनन्यतम स्थान है। कालिदास की ‘रघुवंश’, ‘कुमार सम्भव’, ‘ऋतुसंहार’ रचनाओं का साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान है। कालिदास का अभिज्ञानशाकुंतलम् तथा मालविकाग्निमित्रम् नाटकों को विश्व के श्रेष्ठ नाटकों में गिना जाता है।

प्रश्न 9. भवभूति की रचनाओं के नाम लिखिए ।

उत्तर- (1) महावीरचरितम्, (2) मालवीमाधवम्, (3) उत्तररामचरितम् ।

प्रश्न 10. वाणभट्ट की प्रसिद्ध रचनाएँ कौन-सी हैं ?

उत्तर – वाणभट्ट की प्रसिद्ध रचनाएँ ‘हर्षचरित’ तथा ‘कादम्बरी’ हैं।

प्रश्न 11. मध्यकाल के प्रमुख कवि कौन-कौन से हैं ? लिखिए ।

उत्तर-मध्यकाल के कवियों में कुम्भन दास, चतुर्भुज दास, बक्षी हंसराज, पद्माकर, कृष्ण भट्ट, कुमार कणि, राजा छत्रसाल, लाल कवि, चिंतामणि, कवि भूषण, माखन एवं मदन भट्ट, गोपाल, भाखचन्द्र तथा गोरेलाल पुरोहित इत्यादि हैं।

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