MP Board Class 8th Civics Solution Chapter 1 : भारतीय संविधान

म.प्र. बोर्ड कक्षा आठवीं संपूर्ण हल- नागरिकशास्त्र – सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन 3 (Civics: Social & Political Life – III )

पाठ 1 : भारतीय संविधान

प्रश्न – अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से)

महत्वपूर्ण बिन्दु  :

  • संविधान नियमों का एक ऐसा समूह होता है जिसको एक देश के सभी लोग अपने देश को चलाने की पद्धति के रूप में अपनाते हैं।
  • संविधान किसी देश की राजनीतिक व्यवस्था तय करता है।  
  • बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर को भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है।
  • धर्म, नस्ल, जाति, लिंग और जन्मस्थान के आधार पर देश के किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता।
  • यह ‘मौलिक अधिकार’ संविधान में वर्णित समानता का अधिकार है।  
  • भारतीय संविधान संघवाद के सिद्धान्त को आधार मानता है जिसमें केन्द्र स्तर, राज्य स्तर एवं पंचायती राज व्यवस्था शामिल की गई है।
  • ‘सार्वभौमिक मताधिकार’ जिसमें अपने प्रतिनिधियों का चुनाव नागरिक स्वयं करता है।  
  • मौलिक अधिकारों का उपबन्ध भारतीय संविधान की आत्मा कहलाता है। भारतीय संविधान में नीति निदेशक तत्व तथा मौलिक कर्तव्यों का भी उल्लेख किया गया है।

महत्वपूर्ण शब्दावली  

संघवाद – देश में एक से ज्यादा स्तर की सरकारों का होना।

आदर्श – सबसे शुद्ध या सर्वश्रेष्ठ लक्ष्य या सिद्धान्त।  

सम्प्रभु – स्वतन्त्र जनता को सम्प्रभु कहा जाता है।  

राज्य व्यवस्था – ऐसे समाज जहाँ की राजनीतिक संरचना स्पष्ट या व्यवस्थित है; जैसे-राजतन्त्र, लोकतन्त्र। •

निरंकुशता – अधिकारों का क्रूर एवं अन्यायपूर्ण इस्तेमाल करना।

पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

पृष्ठ संख्या # 06

प्रश्न 1. अपने शिक्षक के साथ चर्चा करें कि मूलभूत (Constitutive) शब्द से आप क्या समझते हैं ? अपने रोजमर्रा के जीवन के आधार पर मूलभूत नियम का एक उदाहरण दें।

उत्तर – मूलभूत शब्द से तात्पर्य है – असली, अत्यावश्यक, बुनियादी।

उदाहरण – शिक्षा सभी का मूलभूत अधिकार है।

प्रश्न 2. नेपाल की जनता एक नया संविधान क्यों चाहती थी?

उत्तर -1990 में बना नेपाल का संविधान राजतन्त्र पर आधारित था। नेपाल के लोग कई दशक से लोकतन्त्र की स्थापना के लिए जन-आन्दोलन करते चले आ रहे थे। इसी संघर्ष के फलस्वरूप 2006 में आखिरकार उन्हें राजा की सत्ता खत्म करने में कामयाबी मिल गई। नेपाल के लोग लोकतन्त्र के रास्ते पर चलना चाहते थे इसलिए उन्हें एक नया संविधान चाहिए था।

प्रश्न 3. मॉनीटर अपनी शक्ति का किस तरह दुरुपयोग कर रहा है?

उत्तर – मॉनीटर सुरेश एक दबंग लड़का है। शिक्षिका के क्लास से बाहर चले जाने पर वह अपने सहपाठी को परेशान करता है तथा उसे सजा भी दिलाता है। वह अपनी ‘मॉनीटर’ की शक्ति का दुरुपयोग कर रहा है।

प्रश्न 4. नीचे दी गई किस परिस्थिति में मंत्री को अपनी सत्ता के दुरुपयोग का दोषी कहा जाएगा

(क) जब वह ठोस तकनीकी कारणों से अपने मंत्रालय की किसी परियोजना को नामंजूर कर देता है;

(ख) जब वह अपने पड़ोसी को अपने सुरक्षाकर्मियों से पिटवाने की धमकी देता है;

(ग) जब वह थाने में फोन करके पुलिस अधिकारियों पर दबाव डालता है कि उसके किसी दोषी रिश्तेदार के खिलाफ एफ. आई. आर. दर्ज न की जाए।

उत्तर– (ख) जब वह अपने पड़ोसी को अपने सुरक्षाकर्मियों से पिटवाने की धमकी देता है।

(ग) जब वह थाने में फोन करके पुलिस अधिकारियों पर दबाव डालता है कि उसके किसी दोषी रिश्तेदार के खिलाफ एफ. आई. आर. दर्ज न की जाए।

पृष्ठ संख्या # 08

प्रश्न 5. उपरोक्त चित्रकथा-पट्ट में कौन लोग अल्प संख्या में हैं ? बहुसंख्यक गुट द्वारा लिए गए फैसलों से यह अल्पसंख्यक गुट किस तरह दबाया जा रहा है ?

उत्तर

(1) पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या 08 पर दिये गये चित्रकथा पट्ट में लड़कियाँ अल्प संख्या में हैं।

(2) खेल के मैदान में लड़के क्रिकेट खेलना चाहते हैं जबकि लड़कियाँ बास्केट बॉल खेलना चाहती हैं। शिक्षक इस विवाद को हल करने के लिए दोनों पक्षों को हाथ उठाकर अपनी राय बताने के लिए कहते हैं। लड़कों की संख्या अधिक होने के कारण फैसला उनके पक्ष में जाता है। इस प्रकार बहुसंख्यक गुट द्वारा लिए गए फैसले से अल्पसंख्यक गुट को दबाया जा रहा है।

पृष्ठ संख्या # 09

प्रश्न 6. शबनम इस बात पर क्यों खुश हो रही है कि उसने टी. वी. नहीं देखा ? ऐसी स्थिति में आप क्या करते ?

उत्तर– शबनम इस बात पर खुश है कि उसने टी. वी. न देखकर अपने दो अध्याय तैयार कर लिए। इन अध्यायों से बहुत से प्रश्न आए हैं और शबनम इन प्रश्नों का उत्तर आसानी से लिख सकी है।

ऐसी स्थिति में मैं भी वही करता/करती जो शबनम ने किया।

पृष्ठ संख्या # 10

प्रश्न 7. आइए अब निम्नलिखित तालिका को भर कर इस बात को दोहराएँ कि लोकतान्त्रिक समाजों में संविधान इतनी महत्वपूर्ण भूमिका क्यों निभाता है ?

पृष्ठ संख्या # 13

प्रश्न 8. अपने शिक्षक के साथ चर्चा करें कि राज्य और सरकार के बीच क्या फर्क होता है ?

उत्तर राज्य-राज्य चार मूलभूत अंगों से मिलकर निर्मित होता है। राज्य के मूलभूत अंग सम्प्रभुता, जनता, सरकार और निश्चित भू-भाग हैं। अधिकांश व्यक्तियों के अधिकतम लाभ की इच्छा से व्यक्तियों का समुदाय अपने-अपने प्राकृतिक अधिकारों का त्याग करके एक व्यवस्था का निर्माण करते हैं जो उन्हें शान्ति, सुरक्षा और विकास प्रदान करती है। उस व्यवस्था को राज्य कहते हैं।

सरकार – राज्य के अंग के रूप में सरकार वह निकाय है जिसे राज्य के नागरिक एक नियमित अन्तराल पर चुनते हैं। सरकार के विघटित होने पर भी राज्य के अस्तित्व पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। सरकार नागरिकों की आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य करती है। सरकार के तीन अंग होते हैं। कार्यपालिका, विधानपालिका व न्यायपालिका।

पृष्ठ संख्या # 14

प्रश्न 9. निम्नलिखित परिस्थितियों में कौन से मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है

(1) यदि 13 साल का एक बच्चा कालीन के कारखाने में मजदूरी करता है।

(2) यदि किसी राज्य का कोई नेता दूसरे राज्यों के लोगों को अपने राज्य में काम करने से रोकता है।

(3) यदि किसी जनसमूह को राजस्थान में तेलुगु माध्यम का स्कूल खोलने की अनुमति नहीं दी जाती है।

(4) यदि सरकार सशस्त्र बलों में कार्यरत किसी अधिकारी को इसलिए पदोन्नति नहीं दे रही है क्योंकि वह अधिकारी महिला

उत्तर – निम्नलिखित परिस्थितियों में निम्न मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है

(1) शोषण के विरुद्ध अधिकार का उल्लंघन हो रहा है।

(2) स्वतन्त्रता के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है।

(3) सांस्कृतिक और शैक्षणिक अधिकार का उल्लंघन हो रहा है।

(4) समानता के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है।

पृष्ठ संख्या # 15

प्रश्न 10. संविधान में मूल कर्तव्यों का भी उल्लेख किया गया है। अपने शिक्षक की सहायता से पता लगाएँ कि ये कर्तव्य कौन से हैं और लोकतन्त्र में नागरिकों द्वारा इन कर्तव्यों का पालन करना क्यों महत्वपूर्ण है ?

उत्तर – मौलिक कर्तव्य अनुच्छेद 51(A) के तहत वर्णित हैं। हमारे मौलिक कर्तव्य 11 हैं। जिनमें से 10, 42वें संशोधन के माध्यम से जोड़े गये थे जबकि 11वें मौलिक कर्तव्यों को वर्ष 2002 में 86वें संविधान संशोधन के जरिये संविधान में शामिल किया गया था।

संविधान में उपबन्धित मौलिक कर्तव्य

(1) संविधान का पालन करना और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज एवं राष्ट्रगान का आदर करना।

(2) स्वतन्त्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय संघर्ष को प्रेरित करने वाले महान आदर्शों का पालन करना।

(3) भारत की प्रभुता, एकता और अखण्डता की रक्षा करना।

(4) देश की रक्षा करना।

(5) भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करना।

(6) हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परम्परा का महत्व समझें और उसकी रक्षा करें।

(7) प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा और उसका संवर्धन करना।

(8) वैज्ञानिक दृष्टिकोण और ज्ञानार्जन की भावना का विकास करें।

(9) सार्वजनिक सम्पत्ति को सुरक्षितं रखें।

(10) व्यक्तिगत एवं सामूहिक गतिविधियों के सभी क्षेत्रों में उत्कर्ष की ओर बढ़ने का सतत् प्रयास करें।

(11) माता-पिता या संरक्षक द्वारा 6 से 14 वर्ष के बच्चों हेतु प्राथमिक शिक्षा प्रदान करना।

लोकतन्त्र में नागरिकों द्वारा इन कर्तव्यों का पालन करना अत्यन्त महत्वपूर्ण है क्योंकि ये राष्ट्र के प्रति अनुशासन और प्रतिबद्धता की भावना को बढ़ावा देने के साथ ही नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर राष्ट्रीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करते हैं।

प्रश्न 11. ग्यारह मौलिक कर्तव्यों में से प्रत्येक से सम्बन्धित रेखाचित्र तस्वीरें बनाएँ अथवा उन पर कविताएँ, गीत लिखें तथा कक्षा में इन पर चर्चा करें।

उत्तर-विद्यार्थी अपने सहपाठियों से चर्चा करें तथा कर्तव्यों से सम्बन्धित चित्र स्वयं बनाने का प्रयास करें।

पाठान्त प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. किसी लोकतान्त्रिक देश को संविधान की जरूरत क्यों पड़ती है ?

उत्तर – किसी भी लोकतान्त्रिक देश के लिए संविधान की जरूरत होने के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं

(1) आदर्शों को सूत्रबद्ध करना-संविधान उन आदर्शों को सूत्रबद्ध करता है जिसके आधार पर नागरिक अपने देश को अपनी इच्छा और सपनों के आधार पर रच सकते हैं। संविधान यह बताता है कि समाज का मूलभूत स्वरूप क्या है ?

(2) देश की राजनीतिक सत्ता तय करना-संविधान द्वारा ही किसी देश की शासन व्यवस्था निर्धारित होती है।

(3) सत्ता के दुरुपयोग को रोकना-संविधान ही ऐसे नियम तय करता है जिनके द्वारा राजनेताओं के हाथों सत्ता के दुरुपयोग को रोका जा सके।

(4) अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा-संविधान अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा करता है और बहुमतवाद की निरंकुशता पर अंकुश लगाता है।

(5) न्याय की स्थापना-संविधान द्वारा न्याय की स्थापना की जाती है व नागरिकों को मौलिक अधिकार प्रदान किये जाते

(6) व्यापक हितों व देशभक्ति की आस्था-संविधान देश के व्यापक हितों व देशभक्ति की आस्था वाले आदर्शों व मूल्यों की रक्षा करता है।

प्रश्न 2. नीचे दिए गए दो दस्तावेजों के हिस्सों को देखिए।

पहला कॉलम 1990 का नेपाल के संविधान का है। दूसरा कॉलम नेपाल के ताजा संविधान में से लिया गया है।

नेपाल के इन दोनों संविधानों में ‘कार्यकारी शक्ति’ के उपयोग में क्यों फर्क दिखाई देता है ? इस बात को ध्यान में रखते हुए क्या आपको लगता है कि नेपाल को एक नए संविधान की जरूरत है ? क्यों ?

उत्तर-1990 के नेपाल का संविधान इस सिद्धान्त पर आधारित था कि शासन की सर्वोच्च शक्ति राजा के पास रहेगी। अर्थात् उस समय नेपाल एक राजतान्त्रिक देश था।

2015 में बनाया गया नेपाल का संविधान लोकतान्त्रिक राज्य का संविधान है जिसमें अन्तिम सत्ता जनता के निर्वाचित प्रतिनिधियों से बनी मन्त्रिपरिषद् में निहित होती है।

चूँकि नेपाल में राजतन्त्र की जगह लोकतान्त्रिक शासन व्यवस्था लागू हो गयी है अर्थात् संविधान कानूनों की नयी व्यवस्था लागू कर चुका है, तब नेपाल को नये संविधान की आवश्यकता नहीं है।

प्रश्न 3. अगर निर्वाचित प्रतिनिधियों की शक्ति पर कोई अंकुश न होता तो क्या होता?

उत्तर-अगर निर्वाचित प्रतिनिधियों की शक्ति पर कोई अंकुश न होता तो राजनेताओं द्वारा सत्ता के दुरुपयोग करने की सम्भावना बनी रहती और ऐसा होने पर सामान्य लोगों के साथ भारी अन्याय हो सकता है।

प्रश्न 4. निम्नलिखित स्थितियों में अल्पसंख्यक कौन  हैं ? इन स्थितियों में अल्पसंख्यकों के विचारों का सम्मान करना क्या महत्वपूर्ण है। इसका एक-एक कारण बताइए।

(क) एक स्कूल में 30 शिक्षक हैं और उनमें से 20 पुरुष

(ख) एक शहर में 5 प्रतिशत लोग बौद्ध धर्म को मानते हैं।

(ग) एक कारखाने के भोजनालय में 80 प्रतिशत कर्मचारी शाकाहारी हैं।

(घ) 50 विद्यार्थियों की कक्षा में 40 विद्यार्थी सम्पन्न परिवारों से हैं।

उत्तर – (क) महिलाएँ अल्पसंख्यक हैं। इनका सम्मान करना इसलिए आवश्यक है ताकि बहुमत की निरंकुशता से अल्पसंख्यकों का नुकसान न हो।

(ख) बौद्ध धर्म के अनुयायी अल्पसंख्यक हैं। इनके विचारों का सम्मान करना इसलिए आवश्यक है ताकि सामुदायिक वर्चस्व न हो सके।

(ग) माँसाहारी कर्मचारी अल्पसंख्यक हैं। इनके विचारों का सम्मान करना इसलिए आवश्यक है ताकि खानपान में अल्पसंख्यकों को किसी भी चीज से वंचित न होना पड़े जो बहुसंख्यकों के लिए सामान्य रूप से उपलब्ध हैं।

(घ) गरीब विद्यार्थी अल्पसंख्यक हैं। इनके विचारों का सम्मान करना इसलिए आवश्यक है कि उन्हें गरीबी के कारण किसी भी तरह का भेदभाव सहन न करना पड़े।

प्रश्न 5. नीचे दिए गए बाएँ कॉलम में भारतीय संविधान के मुख्य आयामों की सूची दी गई है। दूसरे कॉलम में प्रत्येक आयाम के सामने दो वाक्यों में लिखिए कि आपकी राय में यह आयाम क्यों महत्वपूर्ण है

उत्तर-

प्रश्न 6. उन भारतीय राज्यों के नाम लिखिए जिनकी सीमाएँ निम्नलिखित पड़ोसी देशों से लगती हैं

(क) बांग्लादेश

(ख) भूटान

(ग) नेपाल।

उत्तर – (क) बांग्लादेश -(1) पश्चिम बंगाल, (2) असम, (3) मेघालय, (4) त्रिपुरा, (5) मिजोरम।

(ख) भूटान – (1) पश्चिम बंगाल, (2) सिक्किम, (3) असम, (4) अरुणाचल प्रदेश।

(ग) नेपाल – (1) उत्तराखण्ड, (2) बिहार, (3) पश्चिम बंगाल, (4) सिक्किम, (5) उत्तर प्रदेश।

NCERT Book MP Board Class 8th Civics Solution Chapter 1 : भारतीय संविधान (Indian constitution)



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *