पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
प्रयोगशाला तापमापी तथा डॉक्टरी थर्मामीटर के बीच समानताएँ तथा अन्तर लिखिए।
उत्तर:
समानता:
- दोनों ही थर्मामीटर में एक लम्बी, बारीक तथा एक समान व्यास की काँच की नली होती है।
- दोनों थर्मामीटरों के बल्ब में पारा भरा होता है।
अन्तर:
प्रयोगशाला तापमापी | डॉक्टरी तापमापी |
1. प्रयोगशाला तापमापी शरीर के ताप के अतिरिक्त अन्य वस्तुओं के ताप मापने के उपयोग में लाते हैं। | 1. डाक्टरी तापमापी को शरीर का ताप मापने के लिए उपयोग में लाते हैं। |
2. इसका परिसर -10°C से -110°C होता है। | 2. इसका परिसर 35°C से 45°C होता है। |
3. इस तापमापी की लम्बाई प्रयोगशाला तापमापी से कम होती है। | 3. इस तापमापी की लम्बाई डॉक्टरी तापमापी कीअपेक्षा अधिक होती है। |
प्रश्न 2.
ऊष्मा चालक तथा ऊष्मा-रोधी, प्रत्येक के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
- ऊष्मा चालक: लोहा तथा ताँबा।
- ऊष्मा-रोधी: लकड़ी तथा प्लास्टिक।
प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
- कोई वस्तु कितनी गरम है इसकी जानकारी ……. द्वारा प्राप्त होती है।
- उबलते हुए पानी का ताप तापमापी से नहीं मापा जा सकता।
- ताप को डिग्री ….. में मापते हैं।
- बिना किसी माध्यम द्वारा ऊष्मा स्थानान्तरण के प्रक्रम को … कहते हैं।
- स्टील की एक ठण्डी चम्मच गर्म दूध के प्याले में रखी गई है। यह अपने दूसरे सिरे तक ऊष्मा का स्थानान्तरण ……. प्रक्रम द्वारा करेगी।
- हल्के रंग के वस्त्रों की अपेक्षा ……. रंग के वस्त्र ऊष्मा का अधिक अवशोषण करते है।
उत्तर:
- तापमापी।
- डॉक्टरी।
- सेल्सियस।
- विकिरण।
- चालन।
- गहरे।
प्रश्न 4.
कॉलम A में दिए कथनों का कॉलम B के शब्दों से मिलान कीजिए:
उत्तर:
(क) → (iv)
(ख) → (iii)
(ग) → (ii)
(घ) → (i)
प्रश्न 5.
सर्दियों में एक मोटा वस्त्र पहनने की तुलना में उसी मोटाई का कई परतों का बना वस्त्र अधिक उष्णता क्यों प्रदान करता है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
कई परतों से बने वस्त्र में उसकी परतों के बीच में वायु की परतें विद्यमान रहती है। वायु ऊष्मारोधी होती है। यह वायु हमारे शरीर की ऊष्मा को ठण्डे परिवेश की ओर विकरित होने से रोकती है। चूँकि एक मोटे वस्त्र की अपेक्षा उसी मोटाई का कई परतों से बना वस्त्र अधिक मात्रा में ऊष्मा को विकरित होने से रोक सकेगा। अत: यह वस्त्र हमें अधिक उष्णता प्रदान करेगा।
प्रश्न 6.
पाठ्य पुस्तक में चित्र को देखिए। अंकित कीजिए कि कहाँ-कहाँ चालन, संवहन तथा विकिरण द्वारा ऊष्मा स्थानान्तरित हो रही है।
उत्तर:
प्रश्न 7.
गरम जलवायु के स्थानों पर यह परामर्श दिया जाता है कि घरों की बाहरी दीवारों पर श्वेत (सफेद) पेंट किया जाए। व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
घरों की बाहरी दीवारों पर सफेद पेंट करने से दीवारों के पृष्ठ ऊष्मा के बुरे उत्सर्जक हो जाते हैं, वे आपतित ऊष्मीय विकिरण के अधिकांश भाग को परावर्तित कर देते हैं, जिससे अधिक गर्मी महसूस नहीं होती है। इसलिए गरम जलवायु के स्थानों पर घरों की बाहरी दीवारों पर सफेद पेंट करने का परामर्श दिया जाता है।
प्रश्न 8.
30°C के एक लिटर जल को 50°C के एक लिटर जल के साथ मिलाया गया। मिश्रण का ताप होगा:
- 80°C
- 50°C से अधिक लेकिन 80°C से कम।
- 20°C
- 30°C तथा 50°C के बीच।
उत्तर:
30°C तथा 50°C के बीच।
प्रश्न 9.
40°C ताप की लोहे की किसी गोली को कटोरी में भरे 40°C ताप के जल में डुबाया गया। इस प्रक्रिया में ऊष्मा:
- लोहे की गोली से जल की ओर स्थानान्तरित होगी।
- न तो लोहे की गोली से जल की ओर और न ही जल से लोहे की गोली की ओर स्थानान्तरित होगी।
- जल से लोहे की गोली की ओर स्थानान्तरित होगी।
- दोनों के ताप में वृद्धि कर देगी।
उत्तर:
न तो लोहे की गोली से जल की ओर और न ही जल से लोहे की गोली की ओर स्थानान्तरित होगी।
प्रश्न 10.
लकड़ी की एक चम्मच को आइसक्रीम के प्याले में डुबोया गया है। इसका दूसरा सिरा:
- चालन के कारण ठण्डा हो जाएगा।
- संवहन के कारण ठण्डा हो जाएगा।
- विकिरण के कारण ठण्डा हो जाएगा।
- ठण्डा नहीं होगा।
उत्तर:
ठण्डा नहीं होगा।
प्रश्न 11.
स्टेनलेस इस्पात की कड़ाही में प्राय: कॉपर (ताँबे) की तली लगाई जाती है। इसका कारण हो सकता है:
- ताँबे की तली कड़ाही को अधिक टिकाऊ बना देती है।
- ऐसी कड़ाही देखने में सुन्दर लगती है।
- स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
- स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबे को साफ करना अधिक आसान है।
उत्तर:
स्टेनलेस इस्पात की अपेक्षा ताँबा ऊष्मा का अच्छा चालक है।