MP Board Class 10th Geography Solution Chapter 3 :  जल संसाधन

MP Board Class 10 th Geography Solution भूगोल-समकालीन भारत-II

Chapter 3 :  जल संसाधन

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहु-विकल्पीय प्रश्न

1. पृथ्वी का कितना भाग जल से घिरा है ?

(i) एक-चौथाई

(ii) दो-चौथाई

(iii) तीन-चौथाई

(iv) उपर्युक्त में से कोई नहीं।

उत्तर- (iii) तीन-चौथाई

2. भारत की प्रथम बहुउद्देशीय परियोजना है

(i) राजस्थान नहर

(ii) हीराकुड

(iii) दामोदर घाटी

(iv) शिवसमुद्रम।

उत्तर- (iii) दामोदर घाटी

3. सरदार सरोवर बाँध बना है

(i) कृष्णा नदी पर

(ii) महानदी पर

(iii) नर्मदा नदी पर

(iv) कावेरी नदी पर।

उत्तर- (iii) नर्मदा नदी पर

4. दो राज्यों के नाम बताइए जहाँ शुद्ध बोये क्षेत्र का 60% सिंचाई के अन्तर्गत है

(i) पंजाब, हरियाणा

(ii) हिमाचल, हरियाणा

(iii) राजस्थान, उत्तर प्रदेश

(iv) बिहार, झारखण्ड।

उत्तर- (i) पंजाब, हरियाणा

 5. भविष्यवाणी के अनुसार 2025 में कितने लोग जल की नितान्त कमी झेलेंगे?

(i) 5 करोड़

(ii) 8 करोड़

(iii) 15 करोड़

(iv) 20 करोड़।

उत्तर- (iv) 20 करोड़।

6. निम्नलिखित में से कौन-सा वक्तव्य बहुउद्देशीय नदी परियोजनाओं के पक्ष में दिया गया तक नहीं है ?

(i) बहुउद्देशीय परियोजनाएँ उन क्षेत्रों में जल लाती हैं जहाँ जल की कमी होती है

(ii) बहुउद्देशीय परियोजनाएँ जल बहाव को नियन्त्रित करके बाढ़ पर काबू पाती हैं

(iii) बहुउद्देशीय परियोजनाओं से बृहत् स्तर पर विस्थापन होता है और आजीविका खत्म होती है

(iv) बहुउद्देशीय परियोजनाएँ हमारे उद्योगों और घरों के लिए विद्युत् पैदा करती हैं।

उत्तर- (iii) बहुउद्देशीय परियोजनाओं से बृहत् स्तर पर विस्थापन होता है और आजीविका खत्म होती है

7. कृष्णा नदी किन राज्यों से प्रवाहित होती है ?

(i) महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश

(ii) महाराष्ट्र, ओडिशा, आन्ध्र प्रदेश

(iii) महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु

(iv) मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा।

उत्तर- (i) महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश

8. वर्तमान समय में भारत में कुल विद्युत् का लगभग कितने प्रतिशत जल विद्युत् से प्राप्त होता है ?

(i) 22 प्रतिशत

(ii) 15 प्रतिशत

(iii) 10 प्रतिशत

(iv) 8 प्रतिशत।

उत्तर- (i) 22 प्रतिशत

रिक्त स्थानों की पूर्ति

1. जल एक ………. योग्य संसाधन है।

2. अपने समय की सबसे बड़ी कृत्रिम झीलों में से एक …….. 11वीं शताब्दी में बनाई गई।

3. पश्चिम बंगाल में बाढ़ के मैदान में लोग अपने खेतों की सिंचाई के लिए ……….” बनाते थे।

4. तीन-चौथाई धरातल ………’ से ढका हुआ है।

5. महानदी बेसिन में ………” परियोजना जल संरक्षण और बाढ़ नियन्त्रण का समन्वय है।

6. प्राचीन भारत में उत्कृष्ट ………के साथ-साथ जल संग्रहण ढाँचे भी पाए जाते थे।

उत्तर-1. नवीकरण, 2. भोपाल झील, 3. बाढ़ जल वाहिकाएँ, 4. जल, 5. हीराकुड, 6. जलीय निर्माणों।

सत्य/असत्य

1. भारत में अधिकतर नदियों के बेसिनों में बाँध बनाए हैं।

2. बहुउद्देशीय योजनाओं के कारण भूकम्प की संभावना बढ़ जाती है।

3. उद्योगों की बढ़ती हुई संख्या के कारण लवणीय जल संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है।

4. सारा जल जलीय चक्र में गतिशील रहता है जिससे जल नवीकरण सुनिश्चित होता है।

5. अनाज का उत्पादन बढ़ाने के लिए जल संसाधनों का कम शोषण करके ही सिंचित क्षेत्र बढ़ाया ज सकता है।

उत्तर-1. सत्य, 2. सत्य, 3. असत्य, 4. सत्य, 5. असत्य। .

सही जोड़ी बनाइए

उत्तर-

1. → (घ),

2. → (ख),

3. → (ङ),

4.→ (क),

5.→ (ग)।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

1. कोटा बैराज किस नदी पर स्थित है ?

2. मेघालय की राजधानी बताइए।

3. भारत में किस नदी को शोक नदी कहा जाता है ?

4. विश्व की सबसे अधिक वर्षा कहाँ होती है ?

5. बाँधों को ‘आधुनिक भारत के मन्दिर’ किसने कहा ?

उत्तर-

1. चंबल नदी,

2. शिलांग,

3. दामोदर नदी,

4. मॉसिनराम,

5. जवाहरलाल नेहरू।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. किस मौर्य शासक ने प्रमुख रूप से जल संसाधनों के लिए निर्माण करवाया ?

उत्तर-चन्द्रगुप्त मौर्य के समय बृहत् स्तर पर बाँध, झील और सिंचाई तंत्रों का निर्माण करवाया गया।

प्रश्न 2. दिल्ली का हौज खास कब और किसने बनवाया था ?

उत्तर 14वीं शताब्दी में इल्तुतमिश ने दिल्ली में सिरी फोर्ट क्षेत्र में जल की सप्लाई के लिए हौज खास (एक विशिष्ट तालाब) बनवाया।

प्रश्न 3. 11वीं शताब्दी में सबसे बड़ी कृत्रिम झील कहाँ बनाई गई?

उत्तर अपने समय की सबसे बड़ी कृत्रिम झीलों में से एक भोपाल झील 11वीं शताब्दी में बनाई गई।

प्रश्न 4. किस राज्य में हर घर में छत वर्षा जल संग्रहण ढाँचों का बनाना अनिवार्य कर दिया है ?

उत्तर-तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है जहाँ पूरे राज्य में हर घर में छत वर्षा जल संग्रहण ढाँचों का बनाना अनिवार्य कर दिया गया है। इस संदर्भ में दोषी व्यक्तियों पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है।

प्रश्न 5. अलवणीय जल हमें कहाँ से प्राप्त होता है ?

उत्तर -अलवणीय जल हमें सतही अपवाह और भौमजल स्रोत से प्राप्त होता है, जिनका निरन्तर नवीकरण और पुनर्भरण जलीय चक्र द्वारा होता है।

प्रश्न 6. जल संरक्षण के लिए कृषि क्षेत्र में किस क्रांति की आवश्यकता है ?

उत्तर -शुष्क कृषि तकनीकों तथा सूखा प्रतिरोधी फसलों के विकास द्वारा अब कृषि क्षेत्र में क्रांति लाने की आवश्यकता है।

प्रश्न 7. ईसा से एक शताब्दी पहले जल संग्रहण तंत्र कहाँ बनाया गया था ?

उत्तर-ईसा से एक शताब्दी पहले इलाहाबाद (प्रयागराज) के नजदीक शंगवेरपुर में गंगा नदी की बाढ़ के जल को संरक्षित करने के लिए एक उत्कृष्ट जल संग्रहण तंत्र बनाया गया था।

प्रश्न 8. उत्कृष्ट सिंचाई तंत्र होने के सबूत भारत में कहाँ-कहाँ मिलते हैं ?

उत्तर -कलिंग (ओडिशा), नागार्जुनकोंडा (आंध्र प्रदेश), बेन्नूर (कर्नाटक) और कोल्हापुर (महाराष्ट्र) में उत्कृष्ट सिंचाई तंत्र होने के सबूत मिलते हैं।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. व्याख्या करें कि जल किस प्रकार नवीकरण योग्य संसाधन है ?

उत्तर– तीन-चौथाई धरातल जल से ढका हुआ है, परन्तु इसमें प्रयोग में लाने योग्य अलवणीय जल का अनुपात बहुत कम है। यह अलवणीय जल हमें सतही अपवाह और भौमजल स्रोत से प्राप्त होता है, जिनका लगातार नवीकरण और पुनर्भरण जलीय चक्र द्वारा होता रहता है। सतही जल जो वाष्पीकरण के द्वारा वाष्पित हो जाता है, संघनित होकर वर्षा के रूप में वापस आता है जिससे जल नवीकरण सुनिश्चित होता है।

प्रश्न 2. धरातलीय जल संसाधन तथा भूमिगत जल संसाधन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।

उत्तरधरातलीय जल संसाधन तथा भूमिगत जल संसाधन में अन्तर :

प्रश्न 3. बाँध क्या है ? बाँधों को किस प्रकार वर्गीकृत किया जा सकता है ?

उत्तर -बाँध का आशय-बाँध बहते जल को रोकने, दिशा देने या बहाव कम करने के लिए खड़ी की गई बाधा है जो आमतौर पर जलाशय झील या जलभरण बनाती है। बाँध का आशय जलाशय से लिया जाता है न कि इसके ढाँचे से। अधिकतर बाँधों में एक ढलवाँ हिस्सा होता है जिसके ऊपर से या अन्दर से जल रुक-रुक कर या निरन्तर बहता है।

वर्गीकरण – बाँधों का वर्गीकरण उनकी संरचना और उद्देश्य या ऊँचाई के अनुसार किया जाता है। संरचना और उनमें प्रयुक्त पदार्थों के आधार पर बाँधों को लकड़ी के बाँध, तटबंध बाँध या पक्का बाँध के अलावा कई उपवर्गों में बाँटा जा सकता है। ऊँचाई के अनुसार बाँधों को बड़े बाँध और मुख्य बाँध या नीचे बाँध, मध्यम बाँध और उच्च बाँधों में वर्गीकृत किया जा सकता है।

प्रश्न 4. सरदार सरोवर बांध का महत्त्व लिखिए।

उत्तर– सरदार सरोवर बाँध-यह गुजरात में नर्मदा नदी पर बनाया गया है। यह भारत की एक बड़ी जल संसाधन परियोजना है जिसमें चार राज्य-महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात तथा राजस्थान सम्मिलित हैं। सरदार सरोवर परियोजना गुजरात (9490 गाँवों तथा 173 कस्बों) तथा राजस्थान (124 गाँवों) के सूखाग्रस्त तथा मरुस्थलीय भागों की जल की आवश्यकता को पूरा करेगी।

प्रश्न 5. कृष्णा-गोदावरी विवाद के बारे में बताइए।

उत्तर – कृष्णा-गोदावरी विवाद की शुरूआत महाराष्ट्र सरकार द्वारा कोयना पर जल विद्युत् परियोजना के लिए बाँध बनाकर जल की दिशा परिवर्तन कर कर्नाटक और आंध्र प्रदेश सरकारों द्वारा आपत्ति जताए जाने से हुई। इससे इन राज्यों में पड़ने वाले नदी के निचले भागों में जल प्रवाह कम हो जाएगा और कृषि और उद्योग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

प्रश्न 6. भारत में मानवीय उपयोग के लिए जल की प्राप्यता अपर्याप्त क्यों है ?

उत्तर – भारत में वर्षा का वितरण बहुत ही असमान है। भूमिगत जल की उपलब्धता वर्षा पर निर्भर करती है। हमें पेयजल के लिए नदियों और भूमिगत जल पर निर्भर रहना पड़ता है। भूमिगत जल भी सर्वत्र पीने योग्य नहीं है। भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में भी वर्षा जल शीघ्र बह जाता है या वाष्पीकरण होने से सूख जाता है। अतः अधिक वर्षा होते हुए भी भारत भूमि जल की प्यासी है।

प्रश्न 7. भाखड़ा-नांगल परियोजना का महत्त्व लिखिए।

उत्तर – यह वैज्ञानिक तरीकों से बड़े पैमाने पर जल प्रबन्ध का एक अच्छा उदाहरण है। यह विश्व का सबसे ऊँचा गुरुत्वीय बाँध है। इस बाँध के पीछे बनी झील में 7,80,000 हेक्टेयर मीटर पानी एकत्र किया जा सकता है। इस बाँध से 1100 किलोमीटर लम्बी नहरें निकाली गयी हैं। इन नहरों की 3,400 किलोमीटर लम्बी जल वितरिकाएँ हैं। इनसे 14 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होती है। नंगल नाम के स्थान पर जल विद्युत् केन्द्र बनाया गया है। इसमें विद्युत् उत्पादन भी होता है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान तथा दिल्ली को इस परियोजना का लाभ मिलता है।

प्रश्न 8. चम्बल परियोजना का संक्षेप में वर्णन कीजिए।

उत्तर – चम्बल परियोजना-चम्बल परियोजना मध्य प्रदेश तथा राजस्थान राज्यों की संयुक्त परियोजना है। इसके द्वारा दोनों राज्यों की सिंचाई होती है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य चम्बल नदी की द्रोणी में मृदा का संरक्षण करना है। इस योजना के अन्तर्गत चम्बल नदी पर तीन बाँध बनाये गये हैं। मध्य प्रदेश में गाँधी सागर बाँध तथा राजस्थान में कोटा बैराज व राणा प्रताप सागर बाँध हैं। इस परियोजना की सिंचाई क्षमता 5 लाख हेक्टेयर है।

प्रश्न 9. बहुउद्देशीय परियोजनाओं से होने वाले लाभ और हानियों की तुलना करें।

उत्तरबहुउद्देशीय परियोजनाओं के लाभ-

(1) विद्युत् उत्पादन,

(2) घरेलू और औद्योगिक उपयोग,

(3) जल आपूर्ति,

(4) बाढ़ नियन्त्रण,

(5) मनोरंजन,

(6) आंतरिक नौचालन और

(7) मछली पालन।

बहउद्देशीय परियोजनाओं की हानियाँ-

(1) नदियों पर बाँध बनाने से उनका प्राकृतिक बहाव अवरुद्ध होता है,

(2) बड़े बाँध नए पर्यावरणीय आन्दोलनों; जैसे-‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ और ‘टिहरी बाँध आन्दोलन’ के कारण भी बन गए हैं, (3) जलाशयों में तलछट जमा होने से वे बाढ़ आने का कारण बन जाते हैं,

(4) बहुउद्देशीय योजनाओं के कारण भूकंप की संभावना भी बढ़ जाती है और अत्यधिक जल उपयोग से जल-जनित बीमारियाँ एवं फसलों में कीटाणु-जनित बीमारियाँ और प्रदूषण फैलते हैं।

दीर्घ उत्तरीय/विश्लेषणात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. जल दुर्लभता क्या है और इसके मुख्य कारण क्या हैं ?

उत्तर – माँग की तुलना में जल की कमी का अनुभव करना जल की दुर्लभता कहलाता है। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं

(1) वर्षा में वार्षिक और मौसमी परिवर्तन के कारण जल संसाधनों की उपलब्धता में समय और स्थान के अनुसार विभिन्नता है।

(2) अधिकतया जल की कमी इसके अतिशोषण, अत्यधिक प्रयोग और समाज के विभिन्न वर्गों में जल के असमान वितरण के कारण होती है।

(3) जल दुर्लभता अत्यधिक और बढ़ती जनसंख्या और उसके परिणामस्वरूप जल की बढ़ती माँग उसके असमान वितरण का परिणाम हो सकती है।

(4) उद्योगों की बढ़ती हुई संख्या के कारण अलवणीय जल संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है।

(5) शहरों में जल पूर्ति के लिए नलकूप स्थापित किए गए हैं जिससे जल संसाधनों का अति शोषण हो रहा है और इनकी कमी होती जा रही है।

प्रश्न 2.“पिछले कुछ वर्षों में बहुउद्देशीय परियोजनाओं और बड़े बाँध कई कारणों से परिनिरीक्षण और विरोध के विषय बन गए हैं।” इस कथन को स्पष्ट कीजिए।

अथवा बहुउद्देशीय परियोजनाएँ और बड़े बाँध नए पर्यावरणीय आन्दोलनों के कारण बन गए हैं। स्पष्ट कीजिए।

उत्तर

(1) बहुउद्देशीय परियोजनाएँ और बड़े बाँध पर्यावरणीय आन्दोलनों; जैसे-‘नर्मदा बचाओ आन्दोलन’ और ‘टिहरी बांध आन्दोलन’ के कारण भी बन गए हैं।

(2) इन परियोजनाओं का विरोध मुख्य रूप से स्थानीय समुदायों के वृहद् स्तर पर विस्थापन के कारण है। आमतौर पर स्थानीय लोगों को उनकी जमीन, आजीविका और संसाधनों से लगाव एवं नियंत्रण राष्ट्र की बेहतरी के लिए कुर्बान करना पड़ता है।

(3) सिंचाई ने कई क्षेत्रों में फसल प्रारूप परिवर्तित कर दिया है जहाँ किसान जलमग्न और वाणिज्य फसलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं जिससे मृदाओं के लवणीकरण जैसे गंभीर पारिस्थितिकीय परिणाम हो सकते हैं।

(4) इन परियोजनाओं ने अमीर भूमि मालिकों और निर्धन भूमिहीनों में सामाजिक दूरी बढ़ाकर सामाजिक परिदृश्य बदल दिया है। बाँध उसी जल के अलग-अलग उपयोग और लाभ चाहने वाले लोगों के बीच संघर्ष उत्पन्न करते हैं। गुजरात में साबरमती बेसिन में सूखे के दौरान नगरीय क्षेत्रों में अधिक जल आपूर्ति देने पर परेशान किसान आन्दोलन पर उतारू हो गए। बहुउद्देशीय परियोजनाओं के लागत और लाभ के बँटवारे को लेकर अंतर्राज्यीय झगड़े आम होते जा रहे हैं।

(5) यह एक विडम्बना ही है कि जो बाँध बाढ़ नियंत्रण के लिए बनाए जाते हैं उनके जलाशयों में तलछट जमा होने से वे बाढ़ आने का कारण बन जाते हैं। अत्यधिक वर्षा होने की दशा में तो बड़े बाँध भी कई बार बाढ़ नियन्त्रण में असफल रहते हैं।

(6) इन बाढ़ों से न केवल जान और माल का नुकसान होता है अपितु बड़े पैमाने पर मृदा अपरदन भी होता है।

प्रश्न 3. नर्मदा बचाओ आन्दोलन पर टिप्पणी कीजिए।

उत्तर नर्मदा बचाओ आन्दोलन :

(1) नर्मदा बचाओ आन्दोलन एक गैर-सरकारी संगठन (एन.जी.ओ.) है जो जनजातीय लोगों, किसानों, पर्यावरणविदों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को गुजरात में नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर बाँध के विरोध में लामबंद करता है।

(2) मुख्य रूप से शुरू में यहाँ आन्दोलन जंगलों के बाँध के पानी में डूबने जैसे पर्यावरणीय मुद्दों पर केन्द्रित था। हाल ही में इस आन्दोलन का लक्ष्य बाँध से विस्थापित निर्धन लोगों को सरकार से सम्पूर्ण पुनर्वास सुविधाएँ दिलाना हो गया है।

 (3) यहाँ के लोगों ने सोचा कि उनकी यातनाएँ व्यर्थ नहीं जाएँगी, विस्थापन का शोक यह विश्वास करके स्वीकार किया कि सिंचाई के प्रसार से वे मालामाल हो जाएँगे।

(4) प्रायः रिहंद के उत्तरजीवियों ने कहा कि उन्होंने अपने कष्टों को राष्ट्र के लिए कुर्बानी के रूप में स्वीकारा है।

5) किन्तु अब तीन दशक के कड़े अनुभव के बाद, जब उनकी आजीविका और अधिक जोखिमपूर्ण हो गई, पूछते जा रहे हैं-“हमें ही राष्ट्र के लिए कुर्बानी देने के लिए क्यों चुना गया है ?”

प्रश्न 4. राजस्थान के अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में वर्षा जल संग्रहण किस प्रकार किया जाता है ? व्याख्या कीजिए।

उत्तर – राजस्थान के अर्ध – शुष्क क्षेत्रों में वर्षा का जल निम्नलिखित प्रकार से संग्रहण किया जाता है

(1) राजस्थान के अर्द्ध-शुष्क और शुष्क क्षेत्रों विशेषकर बीकानेर, फलोदी और बाड़मेर में लगभग हर घर में पीने का पानी संग्रहीत करने के लिए भूमिगत टैंक अथवा ‘टाँका’ हुआ करते थे।

(2) इसका आकार एक बड़े कमरे जितना हो सकता है। फलोदी में एक घर में 6.1 मीटर गहरा, 4:27 मीटर लम्बा और 2-44 मीटर चौड़ा टाँका था।

(3) टाँका यहाँ सुविकसित छत वर्षा जल संग्रहण तंत्र का अभिन्न हिस्सा होता है जिसे मुख्य घर या आँगन में बनाया जाता था। वे घरों की ढलवाँ छतों से पाइप द्वारा जुड़े होते थे।

(4) छत से वर्षा का पानी इन नलों से होकर भूमिगत टाँका तक पहुँचता था जहाँ इसे एकत्रित किया जाता था। वर्षा का पहला जल छत और नलों को साफ करने में प्रयोग होता है और उसे संग्रहीत नहीं किया जाता। इसके बाद होने वाली वर्षा का जल संग्रह किया जाता है।

(5) टाँका में वर्षा जल अगली वर्षा ऋतु तक संग्रहीत किया जा सकता है। यह इसे जल की कमी वाली ग्रीष्म ऋतु तक पीने का जल उपलब्ध करवाने वाला स्रोत बनाता है। वर्षा जल अथवा ‘पालर पानी’ जैसा कि इसे इन क्षेत्रों में पुकारा जाता है, प्राकृतिक जल का शुद्धतम रूप समझा जाता है।

(6) कुछ घरों में तो टाँकों के साथ भूमिगत कमरे भी बनाए जाते हैं क्योंकि जल का यह स्रोत इन कमरों को भी ठंडा रखता था जिससे ग्रीष्म ऋतु में गर्मी से राहत मिलती है।

(7) आज पश्चिमी राजस्थान में छत वर्षा जल संग्रहण की रीति इंदिरा गांधी नहर से उपलब्ध बारहमासी पेयजल के कारण कम होती जा रही है। हालांकि कुछ घरों में टाँकों की सुविधा अभी भी है क्योंकि उन्हें नल के पानी का स्वाद पसन्द नहीं है।

NCERT Class 10 Sst Geography Book solution chapter 3 जल संसाधन

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