MP Board Class 9 th Geography Solution भूगोल-समकालीन भारत-I
Chapter 2 : भारत का भौतिक स्वरुप Physical Features of India
महत्त्वपूर्ण तथ्य
- भारत विभिन्न स्थलाकृतियों वाला एक विशाल देश है।
- देश में हर प्रकार की भू-आकृतियाँ पायी जाती हैं; जैसे-पर्वत, मैदान, मरुस्थल, पठार तथा द्वीप समूह।
- भू-गर्भीय तौर पर प्रायद्वीपीय पठार पृथ्वी की सतह का प्राचीनतम भाग है।
- हिमालय की पूरी पर्वत श्रृंखला एक युवा स्थलाकृति को दर्शाती है।
- हिमालय विश्व की सबसे ऊँची पर्वत श्रेणी है, ये 2,400 किमी की लम्बाई में फैले एक अर्द्धवृत्त का निर्माण करती है।
- इसकी चौड़ाई कश्मीर में 400 किमी एवं अरुणाचल प्रदेश में 150 किमी है।
- सबसे उत्तरी भाग में स्थित श्रृंखला को महान या आन्तरिक हिमालय या हिमाद्रि कहते हैं। हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला को शिवालिक कहा जाता है।
- उत्तरी मैदान तीन प्रमुख नदी प्रणालियों-सिन्धु, गंगा एवं ब्रह्मपुत्र तथा इनकी सहायक नदियों से बना है। यह मैदान जलोढ़ मृदा से बना है।
- इसका विस्तार 7 लाख वर्ग किमी के क्षेत्र पर है।
- उत्तरी मैदान को मोटे तौर पर तीन उपवर्गों में विभाजित किया गया है।
- उत्तरी मैदान के पश्चिमी भाग को पंजाब का मैदान कहा जाता है।
- गंगा के मैदान का विस्तार घघ्घर तथा तिस्ता नदियों के बीच है।
- प्रायद्वीपीय पठार एक मेज की आकृति वाला स्थल है जो पुराने क्रिस्टलीय, आग्नेय तथा रूपान्तरित शैलों से बना है।
- इस पठार के दो मुख्य भाग हैं-‘मध्य उच्चभूमि’ तथा ‘दक्कन का पठार’।
- नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों पर फैला है।
- दक्षिण का पठार एक त्रिभुजाकार भू-भाग है, जो नर्मदा नदी के दक्षिण पर स्थित है।
- दक्षिण के पठार के पूर्वी एवं पश्चिमी सिरे पर क्रमशः पूर्वी तथा पश्चिमी घाट स्थित हैं।
- पश्चिमी घाट पूर्वी घाट की अपेक्षा ऊँचे हैं।
- प्रायद्वीपीय पठार की एक विशेषता यहाँ पायी जाने वाली काली मृदा है, जिसे ‘दक्कन ट्रेप’ के नाम से भी जाना जाता है।
- अरावली पहाड़ी के पश्चिमी किनारे पर थार का मरुस्थल स्थित है। केवल ‘लूनी’ ही इस क्षेत्र की सबसे बड़ी नदी है।
- प्रायद्वीपीय पठार के किनारों पर संकीर्ण तटीय पट्टियों का विस्तार है। यह पश्चिम में अरब सागर से लेकर पूर्व में बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है।
- चिल्का झील ओडिशा में खारे पानी की सबसे बड़ी झील है।
- लक्षद्वीप और अण्डमान व निकोबार द्वीप समूह भारत के दो द्वीप समूह हैं।
- लक्षद्वीप द्वीप केरल के मालाबार तट के पास स्थित है। यह 32 वर्ग किमी के छोटे से क्षेत्र में फैला कवरत्ती द्वीप लक्षद्वीप का प्रशासनिक मुख्यालय है।
- इस द्वीप समूह पर पादप तथा जन्तु के बहुत से प्रकार पाए जाते हैं।
- बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण के तरफ फैले द्वीपों की श्रृंखला अण्डमान एवं निकोबार द्वीप समूह की है।
पाठान्त अभ्यास
प्रश्न 1. निम्नलिखित विकल्पों में से सही समूह चुनिए।
(i) एक स्थलीय भाग जो तीन ओर से समुद्र से घिरा हो –
(क) तट,
(ख) द्वीप,
(ग) प्रायद्वीप,
(घ) इनमें से कोई नहीं।
(ii) भारत के पूर्वी भाग में म्यांमार की सीमा का निर्धारण करने वाले पर्वतों का संयुक्त नाम –
(क) हिमाचल,
(ख) उत्तराखण्ड,
(ग) पूर्वांचल,
(घ) इनमें से कोई नहीं।
(iii) गोवा के दक्षिण में स्थित पश्चिम तटीय पट्टी—
(क) कोरोमण्डल,
(ख) कोंकण,
(ग) कन्नड,
(घ) उत्तरी सरकार
(iv) पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर –
(क) अनाईमुडी,
(ख) कंचनजंघा,
(ग) महेंद्रगिरि,
(घ) खासी।
उत्तर-(i) (ग), (ii) (ग), (ii) (ग), (iv) (ग)।
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षेप में उत्तर दीजिए
(i) भाबर क्या है ?
उत्तर– नदियाँ पर्वतों से नीचे उतरते समय शिवालिक की ढाल पर 8 से 16 किमी की चौड़ी पट्टी में गुटिका का निक्षेपण करती हैं। इसे ‘भाबर’ के नाम से जाना जाता है।
(ii) हिमालय के तीन प्रमुख विभागों के नाम उत्तर से दक्षिण के क्रम में बताइए।
उत्तर – (1) हिमाद्री, (2) हिमाचल श्रेणी, (3) शिवालिक।
(iii) अरावली और विंध्याचल की पहाड़ियों में कौन-सा पठार स्थित है ?
उत्तर – अरावली और विंध्याचल की पहाड़ियों में मालवा का पठार स्थित है।
(iv) भारत के उन द्वीपों के नाम बताइए जो प्रवाल भित्ति के हैं।
उत्तर -लक्षद्वीप।
प्रश्न 3. निम्नलिखित में अन्तर स्पष्ट कीजिए
(i) बांगर और खादर।
उत्तर – बांगर और खादर में निम्न अन्तर पाये जाते हैं
(ii) पूर्वी घाट तथा पश्चिमी घाट।
उत्तर– पूर्वी घाट तथा पश्चिमी घाट में अन्तर निम्न प्रकार हैं
प्रश्न 4. भारत के प्रमुख भू-आकृतिक विभाग कौन से हैं ? हिमालय क्षेत्र तथा प्रायद्वीप-पठार के उच्चावच लक्षणों में क्या अन्तर है ?
उत्तर – भारत के प्रमुख भू-आकृतिक विभाग
(1) हिमालय पर्वत श्रृंखला,
(2) उत्तरी मैदान,
(3) प्रायद्वीपीय पठार,
(4) भारतीय मरुस्थल,
(5) तटीय मैदान,
(6) द्वीप समूह।
हिमालय क्षेत्र तथा प्रायद्वीप पठार के उच्चावच लक्षणों में अन्तर
प्रश्न 5. भारत के उत्तरी मैदान का वर्णन कीजिए।
उत्तर-भारत के उत्तरी मैदान का वर्णन निम्न शीर्षकों में किया जा सकता है
(1) निर्माण – उत्तरी मैदान तीन प्रमुख नदी प्रणालियों-सिन्धु, गंगा एवं ब्रह्मपुत्र तथा इनकी सहायक नदियों से बना है। यह मैदान जलोढ़ मृदा से बना है। लाखों वर्षों में हिमालय के गिरिपाद में स्थित बहुत बड़े बेसिन (द्रोणी) में जलोढ़ों का निक्षेप हुआ जिससे इस उपजाऊ मैदान का निर्माण हुआ है।
उत्तरी पर्वतों से आने वाली नदियाँ निक्षेपण कार्य में लगी हैं। नदी के निचले भागों में ढाल कम होने के कारण नदी की गति कम हो जाती है जिसके परिणामस्वरूप नदीय द्वीपों का निर्माण होता है। ये नदियाँ अपने निचले भाग में गाद एकत्र हो जाने के कारण बहुत-सी धाराओं में बँट जाती हैं। इन धाराओं को वितरिकाएँ कहा जाता है।
(2) विस्तार – उत्तरी मैदान का विस्तार 7 लाख वर्ग किमी के क्षेत्र पर है। यह मैदान लगभग 2,400 किमी लम्बा एवं 240 से 320 किमी चौड़ा है। उत्तरी मैदान को मोटे तौर पर तीन उपवर्गों में विभाजित किया गया है। उत्तरी मैदान के पश्चिमी भाग को पंजाब का मैदान कहा जाता है। सिन्धु तथा इसकी सहायक नदियों के द्वारा बनाए गए इस मैदान का बहुत बड़ा भाग पाकिस्तान में स्थित है। सिन्धु तथा इसकी सहायक नदियाँ झेलम, चेनाब, रावी, ब्यास तथा सतलुज हिमालय से निकलती हैं।
गंगा के मैदान का विस्तार घध्यर तथा तिस्ता नदियों के बीच है। यह उत्तरी भारत के राज्यों हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड के कुछ भाग तथा पश्चिम बंगाल में फैला है। ब्रह्मपुत्र का मैदान इसके पश्चिम विशेषकर असम में स्थित है।
(3) उत्पादक क्षेत्र – यह सघन जनसंख्या वाला भौगोलिक क्षेत्र है। समृद्ध मृदा आवरण, पर्याप्त पानी को उपलब्धता एवं अनुकूल जलवायु के कारण कृषि की दृष्टि से यह भारत का अत्यधिक उत्पादक क्षेत्र है।
बाढ़ वाले मैदानों के नये तथा युवा निक्षेपों को खादर’ कहा जाता है। इनका लगभग प्रत्येक वर्ष पुनर्निर्माण होता है, इसलिए ये उपजाऊ होते हैं तथा गहन खेती के लिए आदर्श होते हैं।
(4) आकृतिक भिन्नता – इन विस्तृत मैदानों की भौगोलिक आकृतियों में भी विविधता है। आकृतिक भिन्नता के आधार पर उत्तरी मैदानों को चार भागों में विभाजित किया गया है। नदियों पर्वतों से नीचे उतरते समय शिवालिक की ढाल पर 8 से 16 किमी की चौड़ी पट्टी में गुटिका का निक्षेपण करती हैं। इसे ‘भाबर’ के नाम से जाना जाता है। सभी सरिताएँ इस भाबर पट्टी में विलुप्त हो जाती हैं। इस पट्टी के दक्षिण में ये सरिताएँ वं नदियाँ पुनः निकल आती हैं, एवं नम तथा दलदली क्षेत्र का निर्माण करती हैं, जिसे ‘तराई’ कहा जाता हैं।
उत्तरी मैदान का सबसे विशालतम भाग पुराने जलोढ़ का बना है। वे नदियों के बाढ़ वाले मैदान के ऊपर स्थित हैं तथा वेदिका जैसी आकृति प्रदर्शित करते हैं। इस भाग को ‘भांगर’ के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र की मृदा में चूनेदार निक्षेप पाए जाते हैं, जिसे स्थानीय भाषा में ‘कंकड़’ कहा जाता है।
प्रश्न 6. निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिए(i) मध्य हिमालय, (ii) मध्य उच्च भूमि, (iii) भारत के द्वीप समूह।
उत्तर– (i) मध्य हिमालय – मध्य हिमालय औसतन 3,700 मीटर से 4,500 मीटर तक ऊँचे हैं तथा औसत चौड़ाई 50 किलोमीटर है। सर्वोच्च हिमालय के दक्षिण में मध्य या लघु हिमालय है, इसे हिमाचल श्रेणी भी कहते हैं। इन श्रृंखलाओं का निर्माण मुख्यतः अत्याधिक संपीड़ित तथा परिवर्तित शैलों से हुआ है। सभी प्रमुख पर्वतीय नगर; जैसे-डलहौजी, धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश), नैनीताल (उत्तराखण्ड), दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) इसी पर्वत श्रेणी पर हैं। कश्मीर की पीरपंजाल तथा हिमाचल प्रदेश की धौलाधार श्रेणी, मध्य हिमालय के ही भाग हैं। नेपाल की महाभारत श्रेणी भी इसी का भाग है। इस क्षेत्र को पहाड़ी नगरों के लिए जाना जाता है।
(ii) मध्य उच्च भूमि – नर्मदा नदी के उत्तर में प्रायद्वीपीय पठार का वह भाग जो कि मालवा के पठार के अधिकतर भागों पर फैला है, उसे मध्य उच्चभूमि के नाम से जाना जाता है। विंध्य श्रृंखला दक्षिण में सतपुड़ा श्रृंखला तथा उत्तर-पश्चिम में अरावली से घिरी है। पश्चिम में यह धीरे-धीरे राजस्थान के बलुई तथा पथरीले मरुस्थल से मिल जाता है। इस क्षेत्र में बहने वाली नदियाँ चम्बल, सिन्धु, बेतवा तथा केन दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व की तरफ बहती हैं, इस प्रकार वे इस क्षेत्र के ढाल को दर्शाती हैं। मध्य. उच्चभूमि पश्चिम में चौड़ी लेकिन पूर्व में संकीर्ण है।
(iii) भारत के द्वीप समूह – भारत में दो द्वीपों का समूह स्थित है।
(1) लक्षद्वीप – यह केरल के मालाबार तट के पास अरब सागर में स्थित है। द्वीपों का यह समूह छोटे प्रवाल द्वीपों से बना है। पहले इनको वकादीव, मीनीकाय तथा एमीनदीव के नाम से जाना जाता था। 1973 में इनका नाम लक्षद्वीप रखा गया। यह 32 वर्ग किमी के छोटे से क्षेत्र में फैला है। कवरत्ती द्वीप लक्षद्वीप का प्रशासनिक मुख्यालय है। इस द्वीप समूह पर पादप तथा जन्तु के बहुत से प्रकार पाए जाते हैं। पिटली द्वीप, जहाँ मानव का निवास नहीं है, वहाँ एक पक्षी अभयारण्य है।
(2) अण्डमान एवं निकोबार द्वीप समूह – ये द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण की ओर फैले हुए हैं। यह द्वीप समूह आकार में बड़ी संख्या में बहुत तथा बिखरे हुए हैं। यह द्वीप समूह मुख्यत: दो भागों में बाँटा गया है-उत्तर में अण्डमान तथा दक्षिण में निकोबार। यह माना जाता है कि यह द्वीप समूह निमज्जित पर्वत श्रेणियों के शिखर हैं। यह द्वीप समूह देश की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी यहाँ के बैरेन द्वीप पर स्थित है। इन द्वीप समूहों में पाए जाने वाले पादप एवं जन्तुओं में बहुत अधिक विविधता है। ये द्वीप विषुवत् वृत के समीप स्थित हैं यहाँ की जलवायु विषुवतीय है तथा यह घने जंगलों से घिरा है।
मानचित्र कार्य
भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित को दिखाइए
(i) पर्वत शिखर-के-2, कंचनजंघा, नंगा पर्वत, अनाईमुडी,
(ii) पठार-शिलांग, छोटा नागपुर, मालवा तथा बुंदेलखण्ड,
(iii) थार मरुस्थल, पश्चिमी घाट, लक्षद्वीप समूह, गंगा-यमुना दोआब तथा कोरोमण्डल तट।
अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
बहु-विकल्पीय
प्रश्न 1. हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला को कहा जाता है
(i) पंजाल,
(ii) धौलाधार,
(iii) शिवालिक,
(iv) इनमें से कोई नहीं।
2. अपने पूरे देशान्तरीय विस्तार के साथ हिमालय को बाँट सकते हैं
(i) दो भागों में,
(ii) तीन भागों में,
(iii) चार भागों में,
(iv) पाँच भागों में।
3. मसूरी किस राज्य में स्थित है ?
(i) उत्तराखण्ड,
(ii) उत्तर प्रदेश,
(iii) हिमाचल प्रदेश,
(iv) असम।
4. ब्रह्मपुत्र हिमालय की कौन-सी सीमा बनाती है ?
(i) सबसे पूर्वी,
(ii) सबसे दक्षिणी,
(iii) सबसे पश्चिमी,
(iv) सबसे उत्तरी।
5. उत्तरी मैदान का विस्तार कितने क्षेत्र पर है ? .
(i) 4 लाख वर्ग किमी,
(ii) 6 लाख वर्ग किमी,
(iii) 7 लाख वर्ग किमी,
(iv) 8 लाख वर्ग किमी।
6. उत्तरी मैदान को मोटे तौर पर कितने उपवर्गों में विभाजित किया गया है ?
(i) दो उपवर्गों में,
(ii) तीन उपवर्गों में,
(iii) चार उपवर्गों में,
(iv) इनमें से कोई नहीं।
7. वे नदियों के बाढ़ वाले मैदान के ऊपर स्थित हैं तथा वेदिका जैसी आकृति प्रदर्शित करते हैं, को कहा जाता है
(i) भाबर,
(ii) तराई,
(iii) भांगर,
(iv) खादर।
8. प्रायद्वीपीय पठार किस प्रकार की आकृति वाला स्थल है ?
(i) कुर्सी,
(i) मेज,
(iii) गेंद,
(iv) इनमें से कोई नहीं।
9. भारतीय मरुस्थल की सबसे बड़ी नदी है
(i) लूनी,
(ii) महानदी,
(iii) गोदावरी,
(iv) सिन्धु।
10. भारत में कितने द्वीप समूह हैं ?
(i) पाँच,
(ii) चार,
(iii) तीन,
(iv) दो।
उत्तर-1. (iii), 2. (ii), 3. (i), 4. (i), 5. (iii), 6. (ii), 7. (iii), 8. (ii), 9. (i), 10. (iv)।
रिक्त स्थान पूर्ति
1. भू-गर्भीय तौर पर……………. पृथ्वी की सतह का प्राचीनतम भाग है।
2. हिमालय की पूरी पर्वत श्रृंखला एक …………….. स्थलाकृति को दर्शाती है।
3. हिमालय 2,400 किमी की लम्बाई में फैले ………………. का निर्माण करते हैं।
4. सबसे उत्तरी भाग में स्थित श्रृंखला को महान या आन्तरिक हिमालय या ………. कहते हैं।
5. उत्तरी मैदान ……………… मृदा से बना है।
6. उत्तरी मैदान के पश्चिमी भाग को ……………… का मैदान कहा जाता है।
7. प्रायद्वीपीय पठार के दो मुख्य भाग हैं-मध्य उच्चभूमि तथा ………… ।
8. अरावली पहाड़ी के पश्चिमी किनारे पर ………… स्थित है।
9…….. झील भारत में खारे पानी की सबसे बड़ी झील है।
10. बंगाल की खाड़ी में स्थित द्वीप समूह का नाम …………. है।
उत्तर-1. प्रायद्वीपीय पठार, 2. युवा, 3. अर्द्धवृत्त, 4. हिमाद्रि, 5. जलोढ़, 6. पंजाब, 7. दक्कन का पठार, 8. थार का मरूस्थल, 9.चिल्का, 10. अण्डमान-निकोबार।
सत्य/असत्य
1. हमारे देश में हर प्रकार की भू-आकृतियाँ नहीं पायी जाती हैं।
2. भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार हिमालय पर्वत एक स्थिर भाग है।
3. महान हिमालय के वलय की प्रकृति असममित है।
4. गंगा के मैदान का विस्तार घघ्घर तथा तिस्ता नदियों के बीच है।
5. खादर का निर्माण लगभग प्रत्येक वर्ष होता है।
6. दक्षिण का पठार पूर्व में ऊँचा एवं पश्चिम की ओर कम ढाल वाला है।
7. जैसलमेर जाएँ तो बरकान के समूह देख सकते हैं।
8. बंगाल की खाड़ी में दक्षिणी भाग ‘कोरोमण्डल’ तट के नाम से जाना जाता है।
9. बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण तरफ अण्डमान एवं निकोबार द्वीप हैं।
10. उत्तरी मैदान देश के खनिज भण्डार हैं।
उत्तर-1. असत्य, 2. असत्य, 3. सत्य, 4. सत्य, 5. सत्य, 6. असत्य, 7. सत्य, 8. सत्य, 9. सत्य, 10. असत्य।
सही जोड़ी मिलाइए
उत्तर–1. → (ग), 2. → (ङ), 3. → (घ), 4.→ (क), 5. → (ख)।
एक शब्द/वाक्य में उत्तर
1. हिमालय के सबसे ऊँचे शिखर का नाम बताइए।
2. निम्न हिमाचल तथा शिवालिक के बीच स्थित लम्बवत् घाटी को किस नाम से जाना जाता है ?
3. सतलुज एवं सिन्ध के बीच स्थित हिमालय के भाग को किस नाम से जाना जाता है ?
4. उत्तरी मैदान किस मृदा से बना है ?
5. भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे प्राचीनतम भू-भाग कौन-सा है ?
6. दक्षिण का पठार किस आकार का भू-भाग है ?
7. चिल्का झील किस राज्य में स्थित है ?
8. किस द्वीप में पक्षी अभयारण्य है ?
उत्तर-1. माउण्ट एवरेस्ट, 2. दून, 3. पंजाब हिमालय, 4. जलोढ़, 5. प्रायद्वीपीय पठार, 6. त्रिभुजाकार, 7. ओडिशा, 8. पिटली द्वीप।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. मसरी, नैनीताल एवं रानीखेत किस राज्य में स्थित हैं ?
उत्तर – मसूरी, नैनीताल एवं रानीखेत उत्तराखण्ड में स्थित हैं।
प्रश्न 2. हिमालय का भौगोलिक वर्गीकरण लिखिए ?
उत्तर– (1) वृहत् हिमालय, (2) लघु हिमालय, (3) उप-हिमालय या बाह्य हिमालय पठार,
प्रश्न 3. ‘दून’ किसे कहते हैं ? किन्हीं दो दून के नाम लिखिए।
उत्तर– निम्न हिमाचल तथा शिवालिक के बीच में स्थित लम्बवत् घाटी को दून के नाम से जाना जाता है। कुछ प्रसिद्ध दून हैं-देहरादून, कोटलीदून एवं पाटलीदून।
प्रश्न 4. सबसे बड़ा नदीय द्वीप कहाँ स्थित है ?
उत्तर-ब्रह्मपुत्र नदी में स्थित माजोली विश्व का सबसे बड़ा नदीय द्वीप है। जहाँ लोगों का निवास है।
प्रश्न 5.’दोआब’ का अर्थ बताइए।
उत्तर-‘दोआब’ का अर्थ है, दो नदियों के बीच का भाग। ‘दोआब’ दो शब्दों से मिलकर बना है-दो तथा आब अर्थात् पानी।
प्रश्न 6. ‘खादर’ क्या है ? यह किस प्रकार की खेती के लिए आदर्श है ?
उत्तर-बाढ़ वाले मैदानों के नये तथा युवा निक्षेपों को ‘खादर’ कहा जाता है। इनका लगभग प्रत्येक वर्ष पुनर्निर्माण होता है, इसलिए ये उपजाऊ होते हैं तथा गहन खेती के लिए आदर्श होते हैं।
प्रश्न 7. धरातलीय संरचनात्मक भिन्नता के आधार पर उत्तर भारत के मैदान को कितने भागों में विभाजित किया जाता है ? नाम लिखिए।
उत्तर -धरातलीय संरचनात्मक भिन्नता के आधार पर उत्तर भारत के मैदान को निम्नलिखित चार प्रमुख भागों में विभाजित किया जाता है
(1) भाबर, (2) तराई, (3) भांगर, (4) खादर।
प्रश्न 8. नर्मदा के दक्षिण में भारतीय पश्चिमी तट के तीन प्रमुख खण्डों के नाम बताइए।
उत्तर-नर्मदा के दक्षिण में भारतीय पश्चिमी तट के तीन प्रमुख खण्डों के नाम हैं
(1) कोंकण तट, (2) गोआ और कनारा तट, (3) मालाबार तट या केरल तट।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. महान हिमालय के ऊँचे शिखर बताइए।
उत्तर-सबसे उत्तरी भाग में स्थित श्रृंखला को महान या आन्तरिक हिमालय या हिमाद्रि कहते हैं। यह सबसे अधिक सतत् श्रृंखला है जिसमें 6,000 मीटर की औसत ऊँचाई वाले सर्वाधिक ऊँचे शिखर हैं। इसमें हिमालय के सभी मुख्य शिखर हैं।
(1) माउण्ट एवरेस्ट (8,848 मीटर), (2) कंचनजंघा (8,598 मीटर), (3) मकालू (8,481), (4) धौलागिरि (8,172 मीटर), (5) नंगा पर्वत (8,126 मीटर), (6) नंदादेवी (7,817 मीटर)।
प्रश्न 2. शिवालिक क्या है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर– हिमालय की सबसे बाहरी श्रृंखला को शिवालिक कहा जाता है। इनकी चौड़ाई 10 से 50 किमी तथा ऊँचाई 900 से 1100 मीटर के बीच है। ये श्रृंखलाएँ उत्तर में स्थित मुख्य हिमालय की श्रृंखलाओं से नदियों द्वारा लायी गयी असंपीडित अवसादों से बनी हैं। ये घाटियाँ बजरी तथा जलोढ़ की मोटी परत से ढंकी हुई हैं। निम्न हिमाचल तथा शिवालिक के बीच स्थित लम्बवत् घाटी को दून के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 3. देश के किस भाग को पूर्वांचल कहा जाता है ?
उत्तर-ब्रह्मपुत्र हिमालय की सबसे पूर्वी सीमा बनाती है। दिहांग महाखड्ड (गाज) के बाद हिमालय दक्षिण की ओर एक तीखा मोड़ बनाते हुए भारत की पूर्वी सीमा के साथ फैल जाता है। इन्हें पूर्वांचल या पूर्वी पहाड़ियों तथा पर्वत श्रृंखलाओं के नाम से जाना जाता है। ये पहाड़ियाँ उत्तर-पूर्वी राज्यों से होकर गुजरती हैं तथा मजबूत बलुआ पत्थरों, जो अवसादी शैल हैं, से बनी हैं। ये घने जंगलों से ढंकी हैं तथा अधिकतर समानान्तर श्रृंखलाओं एवं घाटियों के रूप में फैली हैं। पूर्वांचल में पटकाई, नागा, मिजो तथा मणिपुर पहाड़ियाँ शामिल हैं।