MP Board Class 8th Sanskrit Surbhi Solution Chapter 3 – गणतन्त्रदिवसः

Chapter 3 गणतन्त्रदिवसः हिन्दी अनुवाद एवं अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत(एक शब्द में उत्तर लिखो-
(क) कस्मिन् मासे गणतन्त्रदिवसः भवति? (किस महीने गणतन्त्र दिवस होता है?)
उत्तर:
जनवरिमासे। (जनवरी माह में)

(ख) सेनानायकानाम् अभिवन्दनं कः स्वीकरोति? (सेनानायकों द्वारा अभिवन्दन (सलामी) को कौन लेता है?)
उत्तर:
भारतराष्ट्रपतिः। (भारत के राष्ट्रपति)

(ग) राज्येषु/राज्यराजधानीषु अभिवन्दनं के स्वीकुर्वन्ति? (राज्यों में/राज्यों की राजधानियों में अभिवन्दन कौन लेते हैं?)
उत्तर:
राज्यपालाः। (सभी राज्यपाल)

(घ) प्रथमं कस्मिन् अधिवेशने त्रिवर्णध्वजारोहणं कृतम्? (पहले किस बैठक में तिरंगा फहराया गया?)
उत्तर:
काङ्ग्रेससंस्थायाः। (कांग्रेस संस्था में)

(ङ) प्रतिज्ञास्वप्नः कस्मिन् वर्षे साक्षात्कृतः? (प्रतिज्ञा रूपी स्वप्न किस वर्ष में साकार हुआ?)
उत्तर:
१९४७ तमे। (1947 में)

प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरं लिखत (एक वाक्य में उत्तर लिखो-)
(क) सभाकक्षे कस्य गीतस्य पूर्वाभ्यासः प्रचलित? (सभाकक्ष में किस गीत का पूर्वाभ्यास चलता है?)
उत्तर:
सभाकक्षे ‘वन्दे मातरम्’ इति राष्ट्रियगीतस्य पूर्वाभ्यासः प्रचलित। (सभाकक्ष में ‘वन्दे मातरम्’ राष्ट्रीय गीत का पूर्वाभ्यास चलता है।)

(ख) भारतस्य राष्ट्रियपर्वणी के? (भारत के राष्ट्रीय पर्व कौन से हैं?)
उत्तर:
भारतस्य राष्ट्रियपर्वणी गणतन्त्रदिवसः स्वतन्त्रतादिवसः च। (भारत के राष्ट्रीय पर्व गणतन्त्र दिवस और स्वतन्त्रता दिवस हैं।)

(ग) कस्मिन् दिनाङ्के वयं स्वतन्त्रतादिवसं आयोजयामः? (किस दिनांक को हम स्वतन्त्रता दिवस आयोजित करते हैं?)
उत्तर:
१५ अगस्तदिनाङ्के वयं स्वतन्त्रतादिवसं आयोजयामः। (15 अगस्त को हम स्वतन्त्रता दिवस आयोजित करते हैं।)

(घ) राष्ट्रभक्तैः का प्रतिज्ञा कृता? (राष्ट्रभक्तों द्वारा क्या प्रतिज्ञा की गयी?)
उत्तर:
राष्ट्रभक्तः ‘सर्वेः राष्ट्रनायकैः सार्वभौमतन्त्र रचयामः’ इति प्रतिज्ञा कृता। (राष्ट्रभक्तों द्वारा सभी राष्ट्र के नायकों द्वारा सार्वभौम तन्त्र बनाना है’ ऐसी प्रतिज्ञा की गयी।)

(ङ) कलाकाराः किं कुर्वन्ति? (कलाकार क्या करते हैं?)
उत्तर:
कलाकाराः सांस्कृतिककार्यक्रमैः जानपदनृत्यैः च जनमनांसि रञ्जयन्ति। (कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम से और लोक नृत्यों से लोगों के मनों को प्रसन्न करते हैं।)

प्रश्न 3.
प्रदत्तैः शब्दैः प्रश्ननिर्माणं कुरुत (दिये हुए शब्दों से प्रश्न का निर्माण करो-)
किम्, कथम्, कः, कैः, कुत्र। (क्या, कैसे, कौन, किसके द्वारा, कहाँ।)

यथा- जनवरिमासस्य षड्विंशे दिनाङ्के गणतन्त्रदिवसम् आचरामः। (जनवरी महीने की छब्बीस दिनांक को गणतन्त्र दिवस मनाते हैं।)
उत्तर:
जनवरिमासस्य कस्मिन् दिनाङ्के गणतन्त्रदिवसम् आचरामः? (जनवरी महीने की किस दिनांक को गणतन्त्र दिवस मनाते हैं?)

(क) गणतन्त्रदिवसः राष्ट्रिय पर्वं वर्तते। (गणतन्त्र दिवस राष्ट्रीय पर्व है।)
उत्तर:
गणतन्त्रदिवसः किं वर्तते? (गणतन्त्र दिवस क्या है?)

(ख) भू-जल वायुसेनानां प्रदर्शनं चित्ताकर्षकम् भवति। (भू-जल और वायु सेनाओं का प्रदर्शन मन को आकर्षित करने वाला होता है।)
उत्तर:
भू-जल वायुसेनानां प्रदर्शनं कथम् भवति? (भू-जल और वायु सेनाओं का प्रदर्शन कैसा होता है?)

(ग) दिल्लीनगरे राष्ट्रपतिः सेनानायकानाम् अभिवन्दनं स्वीकरोति। (दिल्ली नगर में राष्ट्रपति सेना के नायकों की सलामी लेते हैं।)
उत्तर:
दिल्ली नगरे कः सेनानायकानाम् अभिवन्दनं स्वीकरोति? (दिल्ली नगर में कौन सेना के नायकों की सलामी लेता है?)

(घ) कलाकाराः नृत्यैः जनमनांसि रञ्जयन्ति। (कलाकार नृत्यों द्वारा लोगों के मनों को प्रसन्न करते हैं।)
उत्तर:
कलाकाराः कैः जनमनांसि रञ्यन्ति? (कलाकार किनके द्वारा लोगों के मनों को प्रसन्न करते हैं?)

(ङ) लाहौराधिवेशने प्रथमवारं त्रिवर्णध्वजारोहणं जातम्। (लाहौर के अधिवेशन में प्रथम बार तिरंगा फहराया गया।)
उत्तर:
कुत्र प्रथमवारं त्रिवर्णध्वजारोहणं जातम्? (कहाँ प्रथम बार तिरंगा फहराया गया।)

प्रश्न 4.
रिक्तस्थानानि पूरयत(खाली जगह भरो-)
(रञ्जयन्ति, सेनानायकैः, गणतन्त्रदिवसः राज्यपालाः, स्वशासनाधारण)
(क) राष्ट्रपतिः …………… अभिवन्दनं स्वीकरोति।
(ख) कलाकाराः जनमानांसि ……………..।
(ग) जनवरिमासस्य षड्विंशे दिनाङ्के ………… भवति।
(घ) भारतं …………….. रचितानां राज्यानां गणरूपं वर्तते।
(ङ) राज्येषु …………….. प्रतिनिध्यिं वहन्ति।
उत्तर:
(क) सेनानायकैः
(ख) रञ्जयन्ति
(ग) गणतन्त्रदिवसः
(घ) स्वशासनाधारेण
(ङ) राज्यपालाः।

प्रश्न 5.
उचितं योजयत (उचित को जोड़ो-)

उत्तर:
(क) → (iii)
(ख) → (iv)
(ग) → (v)
(घ) → (ii)
(ङ) → (i)

प्रश्न 6.
विशेषणपदानि उपयुज्य दश वाक्यानि लिखत(विशेषण पद लगाकर दस वाक्य लिखो-)
मातरं वन्दे
यथा- सुखदां मातरं वन्दे।
उत्तर:
(1) सुजलां मातरं वन्दे।
(2) सुफलां मातरं वन्दे।
(3) मलयजशीतला मातरं वन्दे।
(4) शस्यश्यामलां मातरं वन्दे।
(5) वरदां मातरं वन्दे।
(6) शुभ्रज्योत्स्नां मातरं वन्दे।
(7) पुलकितयामिनी मातरं वन्दे।
(8) शोभिनीं मातरं वन्दे।
(9) सुहासिनी मातरं वन्दे।
(10) तारिणी मातरं वन्दे।

प्रश्न 7.
सन्धिम् अथवा सन्धिविच्छेदं कुरुत(सन्धि अथवा सन्धि-विच्छेद करो-)
उत्तर:
(क) स्वतन्त्रतादिवस इव – स्वतन्त्रता + दिवसेव।
(ख) निस्सारयन्तीति – निस्सारयन्ति + इति।
(ग) इत्यस्य – इति + अस्य।
(घ) सोऽयम् – सः + अयम्।
(ङ) अधुनावगतम् – अधुना + अवगतम्।

प्रश्न 8.
अव्ययानि चित्वा लिखत(अव्यय चुनकर लिखो-)
(क) कथं चलति पूर्वाभ्यासः।
(ख) राष्ट्रगानं राष्ट्रगीतं च अभ्यसामः।
(ग) अत्र महोत्सवे पथचलनम् भवति।
(घ) त्रिवर्णध्वजारोहणम् अपि कृतम्।
(ङ) अधुना अवगतम् अस्माभिः।
उत्तर:
(क) कथम्
(ख) च
(ग) अत्र
(घ) अपि
(ङ) अधुना।

गणतन्त्रदिवसः हिन्दी अनुवाद

शिक्षकः :
सुप्रभातम्! छात्रा: कथं चलति पूर्वाभ्यास:?

सर्वे :
गुरवे नमः सम्यक प्रचलति। गणतन्त्रदिवसार्थं राष्ट्रगानं राष्ट्रगीतं च ताललयबद्धम् अभ्यस्यामः।

शिक्षकः :
उत्तमम्! देशभक्तिपराणि अन्यान्यगीतानि अघि प्रस्तोतुं प्रभवन्ति।

श्यामला :
गुरो! भाषणार्थं भवत: मार्गदर्शनम् आवश्यकम्।

अनुवाद :
शिक्षक-सुप्रभात (सुबह की नमस्ते)। छात्रो पूर्वाभ्यास कैसा चल रहा है?

सभी :
गुरुजी को नमस्कार, ठीक चल रहा है। गणतन्त्र दिवस के लिये हम राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत का ताल और लय से युक्त अभ्यास कर रहे हैं।

शिक्षक :
उत्तम! देशभक्ति से युक्त अन्य गीतों को भी प्रस्तुत कर सकते हैं।

श्यामला :
गुरुजी! भाषण के लिए आपका मार्गदर्शन आवश्यक है।

शिक्षकः :
निस्सङ्कोचम् पृच्छतु। यदहं जानामि तत्कथयामि।

ज्योत्सना :
गणतन्त्रदिवसः स्वतन्त्रता दिवस इव राष्ट्रियं-पर्व किल?

शिक्षकः :
आम्, जनवरिमासस्य षड्विंशे दिनाङ्के (२६ जनवरी) भारतीयाः वयं गणतन्त्रदिवसम् उत्साहेन आयोजयाम्।

राजेशः :
अस्मिन् पर्वणि दिल्लीनगरे स्थलसेना जलसेना-वायुसेनानां पथचलनादिकम् अद्भुतं चित्ताकर्षकं च भवतीति श्रुतम् मया।

सुहासिनी :
गुरो! अत्र महोत्सवे वायुसेनायाः जेटविमानानि उड्डयन्ते, वर्णरञ्जितधूमं च निस्सारयन्ति इति श्रुतम् मया।

अनुवाद :
शिक्षक-निस्संकोच (बिना किसी संकोच के या बेधड़क) पूछो। जो मैं जानता हूँ वह कहूँगा।

ज्योत्सना :
गणतन्त्र दिवस स्वतन्त्रता दिवस के समान राष्ट्रीय पर्व है ना?

शिक्षक :
हाँ, जनवरी महीने की छब्बीस तारीख (26 जनवरी) को हम भारतीय गणतन्त्र दिवस को उत्साह से आयोजित करते हैं।

राजेश :
इस पर्व पर दिल्ली नगर में थल सेना, जल सेना और वायु सेना की परेड आदि अद्भुत और मन को आकर्षित करने वाली होती है, ऐसा मैंने सुना है।

सुहासिनी :
गुरुजी। यहाँ महोत्सव में वायु सेना के जेट विमान उड़ते हैं और रंग से भरे धुएँ को छोड़ते हैं, ऐसा मैंने सुना है।

शिक्षकः :
सत्यम्। गणतन्त्रदिवसे भारतराष्ट्रपतिः स्थल-जल-वायुसेनानायकानाम् अभिवन्दनं स्वीकरोति एवं विभिन्नराज्येषु ततद्राज्यपाला: प्रतिनिधित्वं वहन्ति। विविध प्रान्तेभ्यः समागता: कलाकाराः सांस्कृतिककार्यक्रमैः जानपदनृत्यैः च जनमांसि रञ्जयन्ति।

नरेश: :
गुरो! गणतन्त्रम् इत्यस्य कोऽर्थः?

शिक्षकः :
समुचितः प्रश्नः, भारतं स्वशासनाधारण रचिताना राज्यानां गणरूपं वर्तते। राज्यस्तरे प्रादेशिक शासनं, राष्ट्रियस्तरे गणतन्त्रम् एकरूपं प्रवर्तते।

अनुवाद :
शिक्षक-सच है। गणतन्त्र दिवस पर भारत के राष्ट्रपति थल, जल और वायु सेना के नायकों की सलामी लेते हैं, इसी प्रकार विभिन्न राज्यों में वहाँ के राज्यपाल प्रतिनिधित्व करते हैं। अनेक प्रान्तों से आये कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों से और लोक नृत्यों से लोगों के मन को प्रसन्न करते हैं।

नरेश :
गुरुजी! गणतन्त्र इस (शब्द) का क्या अर्थ है?

शिक्षक :
उचित प्रश्न है, भारत अपने शासन के आधार पर बनाये गये राज्यों का गण (समूह) रूप है। राज्य स्तर पर प्रादेशिक शासन एवं राष्ट्रीय स्तर पर गणतन्त्र एक रूप होता है।

श्यामला :
गुरो! अस्य पर्वणः ऐतिहासिक महत्त्वं ज्ञातुम्। इच्छामि।

शिक्षक: :
अहं विस्तरेण वदामि। परतन्त्रताकाले ३१-१२-१९२९दिनाङ्कतः ०१-०१-१९३० यावत्तात्कालिक काङ्ग्रेससंस्थायाः लाहौरनगरे अधिवेशनं अभवत्। तस्मिन्
अधिवेशने ‘सर्वैः राष्ट्रनायकैः सार्वभौमतन्त्रं रचयामः’ इति। प्रतिज्ञा कृता। तत्रैव अधिवेशने राष्ट्रभक्तैः त्रिवर्णध्वजारोहण अपि कृतम्। भारतीयानाम् अयं प्रतिज्ञास्वप्नः १९४७ तमे वर्षे अगस्तमासस्य पञ्चदश दिनाङ्के पूर्णतां गतः। देश: स्वतन्त्रः अभवत्। तदारभ्य प्रतिवर्ष १५ अगस्तदिने वयं स्वतन्त्रतादिवसं आयोजयामः। अनन्तरं २६ जनवरी १९५० तमे वर्षे अस्माकं संविधानम् प्रारब्धम् इति कारणल: प्रतिवर्ष-अस्मिन् दिने समग्रे राष्ट्रे वयं गणतन्त्रदिवसम् आचरामः। सर्वे-धन्यवादाः, अस्माभिः स्वतन्त्रतादिवसस्य, गणतन्त्रदिवसस्य च महत्त्वं ज्ञाताम्।

शिक्षकः :
स्वस्ति! सर्वेभ्यः।

अनुवाद :
श्यामला-गुरुजी। इस पर्व का ऐतिहासिक महत्त्व जानना चाहती हूँ।

शिक्षक :
मैं विस्तार से बताता हूँ। परतन्त्रता (गुलामी) के समय में 31-12-1929 दिनांक से 01-01-1930 तक उस समय की कांग्रेस संस्था (पार्टी) की लाहौर नगर में बैठक हुई। उस बैठक में ‘सभी राष्ट्र के नायकों द्वारा सार्वभौमतन्त्र (भारत की सम्पूर्ण भूमि पर अपना शासन) बनाना है’ ऐसी प्रतिज्ञा की। वहीं बैठक में राष्ट्रभक्तों द्वारा तिरंगा भी फहराया गया। भारतीयों का। यह प्रतिज्ञारूपी स्वप्न 1947वें वर्ष में अगस्त महीने की पन्द्रह (15) तारीख को पूरा हुआ। देश स्वतन्त्र हो गया। तब से लेकर, प्रत्येक वर्ष 15 अगस्त के दिन हम स्वतन्त्रता दिवस आयोजित करते हैं। उसके बाद 26 जनवरी, 1950वें वर्ष में हमारा संविधान प्रारम्भ हुआ इस कारण से प्रत्येक वर्ष इस दिन सम्पूर्ण राष्ट्र में हम गणतन्त्र दिवस मनाते हैं।

सभी :
धन्यवाद, हम सबके द्वारा स्वतन्त्रता दिवस और गणतन्त्र दिवस का महत्व जाना गया।

शिक्षक :
सभी का कल्याण हो।

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