म.प्र. बोर्ड कक्षा आठवीं संपूर्ण हल- इतिहास– हमारे अतीत 3 (History: Our Pasts – III)
Chapter 1 : कैसे, कब और कहाँ
प्रश्न – अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से)
महत्वपूर्ण बिन्दु
- इतिहास की कुछ खास घटनाएँ महत्वपूर्ण तिथियाँ बन जाती हैं।
- समय के साथ घटनाएँ व अध्ययन विषय के बदलते ही महत्वपूर्ण तिथियाँ भी बदल जाती हैं।
- जेम्स मिल ने भारत के इतिहास को क्रमशः हिन्दू, मुस्लिम व ब्रिटिश तीन कालखण्डों में बाँटा है।
- शक्तिशाली व उन्नत राष्ट्र द्वारा अन्य राष्ट्र के लोगों पर नियन्त्रण उपनिवेशवाद कहलाता है।
- अंग्रेजों ने भारत पर नियन्त्रण स्थापित किया और इसे अपना औपनिवेश बनाया।
- भारतीय इतिहास के पिछले 250 साल का इतिहास लिखने के लिए इतिहासकारों ने विभिन्न स्रोतों का इस्तेमाल किया; जैसे-सरकारी दस्तावेज, मुख्य अभिलेख, नीतिगत फैसले, सर्वेक्षण इत्यादि।
महत्वपूर्ण शब्दावली
इतिहास – भूतकाल की घटनाओं का क्रमबद्ध वर्णन।
गवर्नर जनरल – अंग्रेजी शासनकाल का प्रमुख शासनाधिकारी।
संग्रहालय – जिस स्थान पर ऐतिहासिक सामान, हथियार, मूर्तियाँ, इत्यादि रखे जाते हैं। |
महत्वपूर्ण तिथियाँ
1773 – वॉरेन हेस्टिंग्स भारत के पहले गवर्नर-जनरल बने।
1782 – जेम्स रेनेल द्वारा पहले नक्शे का आवरण चित्र तैयार किया गया।
1920 – भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार का निर्माण हुआ।
पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर
पृष्ठ संख्या # 01
प्रश्न 1. चित्र 1 को ध्यान से देखें। यह चित्र किस प्रकार उपनिवेशवाद का बोध कराता है ?
उत्तर– पाठ्य-पुस्तक में दिया गया चित्र जेम्स रेनेल द्वारा – सन् 1782 में तैयार किया गया, पहले नक्शे का आवरण चित्र है। भारत पर अंग्रेजों की विजय के समर्थक रेनेल ने चित्र में दिखाया है कि भारत के लोग स्वेच्छापूर्वक अपने प्राचीन पवित्र ग्रंथ ब्रिटिश सत्ता की प्रतीक ब्रिटेनिया को सौंप रहे हैं मानो वे उसे भारतीय संस्कृति की रक्षा के लिए आने का आग्रह कर रहे हों। अतः चित्र में रेनेल ने उपनिवेशवाद का बोध कराया है।
पृष्ठ संख्या 203
प्रश्न 2. अपनी माँ या परिवार के किसी अन्य सदस्य से बात करके उनके जीवन के बारे में पता लगाएँ। अब उनके जीवन को अलग-अलग कालखण्डों में बाँटें और प्रत्येक अवधि की महत्वपूर्ण घटनाओं की सूची बनाएँ। स्पष्ट करें कि आपने कालखण्डों को किस तरह तय किया है।
उत्तर – परिवार में पिता के जीवन के कालखण्डों एवं प्रत्येक अवधि की महत्वपूर्ण घटनाओं की सूची निम्नवत् है
अवधि – महत्वपूर्ण घटना
1. शैशवावस्था – बचपन की शरारतें, जन्मदिन।
2. किशोरावस्था – शिक्षा प्रारम्भ की तिथि, उपाधिमिलना।
3. युवावस्था – रोजगार के लिए संघर्ष, विवाह।
4. वृद्धावस्था – सामाजिक कार्यकर्ता बनना।
जीवन के कालखण्डों को मानव के विकास की विभिन्न अवस्थाओं के माध्यम से तय किया गया है।
पृष्ठ संख्या # 07
प्रश्न 3. स्रोत 1 और 2 को देखें। क्या आपको प्रतिवेदनों के स्वरूप में कोई फर्क दिखाई देता है। बताएँ कि आपको क्या फर्क लगता है ?
उत्तर – स्रोत 1 तथा 2 के प्रतिवेदनों के स्वरूप में बहुत फर्क है। स्रोत 1 के प्रतिवेदन में औपनिवेशिक नौसेना के जहाजों में सिपाहियों की सूचना दी गई है। सिपाहियों का मकसद अंग्रेजी सरकार को समाप्त करना है।
स्रोत 2 के प्रतिवेदन में पुलिसवालों की हड़ताल का कारण खराब भोजन बताया गया है। पुलिसवालों का मकसद पौष्टिक भोजन की व्यवस्था को सुधारना है।
पाठान्त प्रश्नोत्तर
आइए कल्पना करें
प्रश्न – कल्पना कीजिए कि आप इतिहासकार हैं। आप यह पता लगाना चाहते हैं कि आजादी मिलने के बाद एक दुर्गम आदिवासी इलाके की खेती में क्या बदलाव आए हैं। इन जानकारियों को ढूँढ़ने के विभिन्न तरीकों की सूची बनाएँ।
उत्तर-एक इतिहासकार अपनी जानकारियों को ढूँढ़ने के लिए विभिन्न तरीकों की सूची बनाते हैं जो कि निम्नलिखित है
(1) प्रशासन अभिलेख,
(2) सर्वेक्षण,
(3) अधिकृत रिकॉर्ड्स,
(4) अन्य साधन (लोगों की डायरियाँ, आत्मकथाएँ, स्थानीय बाजार इत्यादि)।
फिर से याद करें
प्रश्न 1. सही और गलत बताएँ
(क) जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को क्रमशः हिन्दू, मुस्लिम, ईसाई, तीन कालखण्डों में बाँट दिया था।
(ख) सरकारी दस्तावेजों से हमें ये समझने में मदद मिलती है कि आम लोग क्या सोचते हैं।
(ग) अंग्रेजों को लगता था कि सही तरह शासन चलाने के लिए सर्वेक्षण महत्वपूर्ण होते हैं।
उत्तर – (क) सही, (ख) गलत, (ग) सही।
आइए विचार करें
प्रश्न 2. जेम्स मिल ने भारतीय इतिहास को जिस तरह कालखण्डों में बाँटा है ? उसमें क्या समस्याएँ हैं ?
उत्तर -1817 में स्कॉटलैंड के अर्थशास्त्री, राजनीतिक और दार्शनिक जेम्स मिल ने अपनी पुस्तक ‘ए हिस्ट्री ऑफ ब्रिटिश इंडिया’ (ब्रिटिश भारत का इतिहास) में भारत के इतिहास को तीन कालखण्डों में बाँटा था
(1) हिन्दू, (2) मुस्लिम, (3) ब्रिटिश।
जेम्स मिल द्वारा भारत के इतिहास को इस प्रकार तीन कालखण्डों में बाँटने से निम्नलिखित समस्याएँ थीं
(1) यह विभाजन सांप्रदायिकता के आधार पर किया गया था और इतिहास का कोई भी दौर हिन्दू या मुस्लिम दौर नहीं कहा जा सकता क्योंकि प्राचीन भारत के सारे शासकों का एक धर्म नहीं होता था।
(2) यह विभाजन औपनिवेशिक विचारधारा पर आधारित था और ब्रिटिश शासन भारत को सभ्यता की राह पर ले जा सकता है। अंग्रेजी शासन को ही सभ्यता का प्रतीक माना है जो कि पूर्णतः निराधार था।
प्रश्न 3. अंग्रेजों ने सरकारी दस्तावेजों को किस तरह सुरक्षित रखा?
उत्तर-अंग्रेजों ने सरकारी दस्तावेजों को सुरक्षित रखने के लिए सभी शासकीय संस्थानों में अभिलेख कक्ष बनवाये। तहसील के दफ्तर, कलेक्टरेट, कमिश्नर के दफ्तर, प्रांतीय सचिवालय, कचहरी इत्यादि के रिकॉर्ड रूम स्थापित किये। साथ ही महत्वपूर्ण दस्तावेजों को बचाकर रखने के लिए अभिलेखागार और संग्रहालय जैसे संस्थान भी बनाए गए।
प्रश्न 4. इतिहासकार पुराने अखबारों से जो जानकारी जुटाते हैं वह पुलिस की रिपोर्टों में उपलब्ध जानकारी से किस तरह अलग होती है ?
उत्तर-इतिहासकार पुराने अखबारों से जो जानकारी जुटाते हैं वह सामान्यतः गलत नहीं होती है क्योंकि समस्त सम्पादकों द्वारा क्षेत्र विशेष में जाकर जानकारी एकत्रित की जाती है जो कि निष्पक्ष होती है। परन्तु पुलिस रिपोर्ट के पक्षपातपूर्ण होने की सम्भावना होती है क्योंकि पुलिस रिपोर्ट सरकार की सोच, जाँच अधिकारी के व्यक्तित्व तथा वरिष्ठ अधिकारियों के दबाव पर आधारित हो सकती है।
आइए करके देंखे
प्रश्न 5. क्या आप आज की दुनिया के कुछ सर्वेक्षणों का उदाहरण दे सकते हैं ? सोचकर देखिए कि खिलौना बनाने वाली कम्पनियों को यह पता कैसे चलता है कि बच्चे किन चीजों को ज्यादा पसंद करते हैं। या, सरकार को यह कैसे पता चलता है कि स्कूलों में बच्चों की संख्या कितनी है ? इतिहासकार ऐसे सर्वेक्षणों से क्या हासिल कर सकते हैं?
उत्तर – आज की दुनिया के सर्वेक्षणों के उदाहरण निम्नलिखित हैं
(1) वानस्पतिक सर्वेक्षण,
(2) पर्यावरणीय सर्वेक्षण,
(3) वैज्ञानिक सर्वेक्षण,
(4) मानवशास्त्रीय सर्वेक्षण,
(5) मतदान सर्वेक्षण,
(6) राजनीतिक सर्वेक्षण इत्यादि।
खिलौना बनाने वाली कम्पनियाँ सर्वेक्षण के माध्यम से बच्चों की पसंद-नापसंद का पता लगाती हैं। इसी तरह सरकार स्कूल और प्रशासनिक अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर स्कूलों में बच्चों की संख्या का पता लगाती है। इतिहासकार ऐसे सर्वेक्षणों से जानकारी एकत्रित कर समाज के विकास व परिवर्तन के विषय में लिखते हैं।