MP Board Class 8th Civics Solution Chapter 7 :  हाशियाकरण की समझ

म.प्र. बोर्ड कक्षा आठवीं संपूर्ण हल- नागरिकशास्त्र – सामाजिक एवं राजनैतिक जीवन 3 (Civics: Social & Political Life – III )

पाठ 7 : हमारी आपराधिक न्याय प्रणाली

प्रश्न – अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से)

महत्वपूर्ण बिन्दु

  • हाशियाकरण का अर्थ है किसी को हाशिये या किनारे पर ढकेलना। वह व्यक्ति जो समाज के केन्द्र व मुख्यधारा से न जुड़ा हो।  
  • समाज में भी ऐसे समूह या समुदाय होते हैं, जिन्हें बेदखली का अहसास रहता है क्योंकि उनकी भाषा, रीति-रिवाज, धर्म इत्यादि लोगों से भिन्नतर होते हैं; जैसे आदिवासी।  
  • आदिवासी वे समुदाय हैं जो जंगलों के साथ जीते आए हैं और आज भी उसी तरह जी रहे हैं।
  • भारत की लगभग 8 प्रतिशत आबादी आदिवासियों की है।  
  • भारत की आबादी में मुसलमानों की संख्या 13.4 प्रतिशत है।  
  • मुस्लिम समुदाय, आदिवासी समुदाय हाशियाई समुदाय कहलाते हैं।  
  • हाशियाई समुदाय अपनी सांस्कृतिक विशिष्टता बनाए रखना चाहते हैं।

महत्वपूर्ण शब्दावली 

ऊँच–नीच – व्यक्तियों या चीजों की सीढ़ीनुमा व्यवस्था।

जाति व्यवस्था ऊँच-नीच की व्यवस्था है।

घेटोआइजेशन – किसी भी अल्पसंख्यक जाति या समुदाय को बाकी समुदायों या जातियों से अलग-थलग कर देना। 

मुख्य धारा – समाज में एक समय में प्रचलित विचार जो सबसे अधिक प्रचलित और प्रभावी होता है। 

विस्थापित – जो अपने स्थान से हटा दिया गया हो। ऐसे लोग जिन्हें विकास परियोजनाओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए जबरन उनके घर-बार से उजाड़ दिया जाता

कुपोषित – ऐसा व्यक्ति जिसे पर्याप्त भोजन या पोषण नहीं मिलता। पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

पृष्ठ संख्या # 83

प्रश्न 1. कम से कम तीन कारण बताइये कि विभिन्न समूह हाशिये पर क्यों चले जाते हैं ?

उत्तर – विभिन्न समूहों के हाशिये पर जाने के निम्नलिखित कारण हैं

(1) जिनकी भाषा, रीति-रिवाज और धर्म अलग होते हैं, ऐसे समुदाय स्वयं को हाशिये पर महसूस करते हैं।

(2) समुदाय अपने अधिकारों के लिए आवाज नहीं उठा  पाते और आर्थिक रूप से पिछड़ जाते हैं।

(3) सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से बहुसंख्यक समुदाय से कमजोर तथा संख्या में कम होते हैं।

प्रश्न 2. दादू को उड़ीसा का अपना गाँव क्यों छोड़ना पड़ा?

उत्तर – दादू को उड़ीसा का अपना गाँव निम्नलिखित कारणों से छोड़ना पड़ा

(1) वन विभाग के अफसरों और ठेकेदारों ने बहुत सारे जंगल कटवा दिये थे।

(2) अफसरों व बाहरी लोगों ने उनकी जमीन धोखे से खरीद ली।

(3) गाँव में रोजगार का कोई साधन नहीं बचा था।

प्रश्न 3. आपके शहर या गाँव में कौन-से समूह हाशिये पर हैं ? चर्चा करें।

उत्तर-हमारे शहर में गोंड समूह हाशिये पर है।

नोट-विद्यार्थी अपने शहर या गाँव के हाशिये समूह का नाम लिख सकते हैं।

प्रश्न 4. क्या आप अपने राज्य के किसी जनजातीय समुदाय का नाम बता सकते हैं ?

उत्तर-भील जनजाति समूह।

प्रश्न 5. वह समुदाय कौन-सी भाषा बोलता है ? क्या वे जंगलों के आस-पास रहते हैं ? क्या वे काम की तलाश में दूसरे इलाकों में जाते हैं ?

उत्तर-मुख्यतः गोंड जनजाति के लोग गोंडी भाषा बोलते हैं। ये जंगलों के आस-पास निवास करते हैं। जी हाँ, इन्हें काम की तलाश में आस-पास के शहरों में जाकर काम करना पड़ता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 85

प्रश्न 6. आज के भारत में कौन-सी धातुएँ महत्वपूर्ण हैं ? क्यों? वे धातुएँ कहाँ से हासिल होती हैं ? क्या वहाँ आदिवासियों की आबादी है ?

उत्तर-आज के भारत में मुख्यत:लोहा, ताँबा, एल्युमीनियम, सोना, चाँदी, धातुएँ महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इन धातुओं पर हमारे आधुनिक उद्योग निर्भर हैं।

ये धातुएँ झारखण्ड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल तथा छत्तीसगढ़ में प्रमुखता से प्राप्त होती हैं।

जी हाँ, वहाँ आदिवासियों की संख्या अधिक होती है।

प्रश्न 7. ऐसे पाँच उत्पाद बताइए जो जंगल से मिलते हैं और जिनका आप घर में इस्तेमाल करते हैं।

उत्तर-(1) कीमती इमारती लकड़ी, (2) जड़ी-बूटियाँ, (3) मोम, (4) लाख, (5) शहद इत्यादि सामान हमें जंगलों से प्राप्त होते हैं। इनका हम घर में प्रयोग करते हैं।

प्रश्न 8. वन भूमि पर निम्नलिखित माँगें किन लोगों से की जा रही हैं?

  • मकानों और रेलवे के निर्माण के लिए इमारती लकड़ी। .
  • खनन के लिए वन भूमि।
  • गैर-जनजातीय लोगों द्वारा कृषि के लिए वनभूमि का उपयोग।
  • वन्यजीव अभ्यारण्यों के रूप में सरकार द्वारा आरक्षित जमीन।

इन माँगों से जनजातीय समुदायों पर किस तरह असर पड़ता है ?

उत्तर-वन भूमि पर उपरोक्त माँगें आदिवासियों से पूरी की जाती हैं।

इन माँगों से जनजातीय समुदायों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। उनसे जबरन उनकी वन भूमि छीन ली गई तथा उन्हें जीविकोपार्जन के लिए जंगलों को छोड़कर शहरों में छोटी-मोटी नौकरियों की तलाश के लिए दर-बदर भटकना पड़ता है।

प्रश्न 9. इस (पाठ्य-पुस्तक के पृष्ठ 85 पर दी गई) कविता में क्या बताने का प्रयास किया जा रहा है ?

उत्तर-इस कविता में आदिवासियों को असम जाकर जो कष्ट हुए उनका व्याख्यान है। उनके साथ ठेकेदार ने धोखा किया। उनकी जमीन छीनकर यहाँ ले आये। अब उनके साथ यहाँ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है।

पृष्ठ संख्या 87

प्रश्न 10. आपकी राय में यह बात महत्वपूर्ण क्यों है कि आदिवासियों को भी उनके जंगलों और वनभूमि के इस्तेमाल से सम्बन्धित फैसलों में अपनी बात कहने का मौका मिलना चाहिए ?

उत्तर-आदिवासियों को उनके जंगलों और वनभूमि के इस्तेमाल से सम्बन्धित फैसलों में अपनी बात कहने का मौका जरूर मिलना चाहिए क्योंकि जब आदिवासियों को उनकी जमीन से हटाया जाता है तो उनकी आमदनी, परम्पराएँ, रीति-रिवाज, जीने का अस्तित्व सब कुछ प्रभावित होता है। नपाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 88

प्रश्न 11. अल्पसंख्यकों के लिए हमें सुरक्षात्मक प्रावधानों की क्यों जरूरत है ?

उत्तर-अल्पसंख्यक समुदाय को बहुसंख्यक समुदाय के सांस्कृतिक वर्चस्व की आशंका से बचाने के लिए सुरक्षात्मक प्रावधानों की जरूरत पड़ती है। ये प्रावधान उन्हें भेदभाव और नुकसान की आशंका से भी बचाते हैं।

प्रश्न 12. नीचे दी गई तीनों सारणियों को पढ़कर बताइये कि वे मुस्लिम समुदाय की सामाजिक-आर्थिक स्थिति के बारे में क्या बताती हैं ?

(1) मूलभूत सुविधाएँ 2008-2009

(क) इनमें से कौन-से समुदाय को मूलभूत सुविधाएँ सबसे ज्यादा और सबसे कम उपलब्ध हैं ?

उत्तर-इस तालिका में सिख समुदाय को मूलभूत सुविधाएँ सबसे ज्यादा और मुस्लिम समुदाय को सबसे कम उपलब्ध

(2) विभिन्न धर्मों में साक्षरता दर 2011

(ख) किन समुदायों की साक्षरता दर सबसे ज्यादा और कुल हिन्दू मुस्लिम ईसाई सिख बौद्ध जैन सबसे कम है ?

उत्तर-जैन समुदाय की साक्षरता दर सबसे ज्यादा और मुस्लिम समुदाय की सबसे कम है।

(3) सरकारी नौकरियों में मुसलमानों का प्रतिशत

(ग) ये आँकड़े क्या बताते हैं ?

उत्तर-

(1) भारत की कुल जनसंख्या में मुसलमानों की संख्या 13.5% है।

(2) राज्य स्तरीय (पी.एस.यू.) में उनकी नौकरियों की स्थिति ठीक है।

(3) केन्द्रीय स्तर की नौकरियों में मुसलमानों की संख्या काफी कम है।

नोट-तीनों ही सारणियों में मुस्लिम समुदाय की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति हाशिये पर है।

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प्रश्न 13. सच्चर समिति रिपोर्ट में दिए गए शिक्षा सम्बन्धी आँकड़ों को पढ़िए

6-14 साल की उम्र के 25 प्रतिशत बच्चे या तो कभी स्कूल नहीं गए या स्कूल छोड़ चुके हैं। किसी भी सामाजिक-धार्मिक समुदाय के मुकाबले यह संख्या बहुत बड़ी है।

क्या आपको लगता है कि इस स्थिति से निपटने के लिए | विशेष प्रावधान करना जरूरी है ?

उत्तर-न्यायमूर्ति रजिन्दर सच्चर की अध्यक्षता में बनाई गई इस समिति ने भारत में मुस्लिम समुदाय की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति का जायजा लिया। _6-14 साल की उम्र के बच्चों की शैक्षणिक स्थिति अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति जैसे अन्य हाशियाई समुदायों से मिलती-जुलती है। मुस्लिम बच्चे अन्य सामाजिक एवं धार्मिक समुदायों के बच्चों के मुकाबले औसतन काफी कम साल तक ही स्कूली शिक्षा पाते हैं। ___ इस स्थिति से निपटने के लिए विशेष प्रावधान करना अत्यन्त जरूरी है। न पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 90

प्रश्न 14. उपरोक्त निबन्ध (पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ 90 पर) आपकी ही उम्र की एक बच्ची ने लिखा है, आपकी राय में यह क्या कहने का प्रयास कर रही है ?

उत्तर-निबन्ध में हमारी राय में बच्ची यह कहने का प्रयास कर रही है कि वेशभूषा से व्यक्ति या समुदाय की पहचान नहीं की जानी चाहिए। मानव की पहचान उसके मानवीय गुणों से की जानी चाहिए।

(घ) पाठान्त प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. ‘हाशियाकरण’ शब्द से आप क्या समझते हैं ? अपने शब्दों में दो-तीन वाक्य लिखिए।

उत्तर-हाशियाकरण शब्द से अभिप्राय है कि वह समुदाय जो समाज की मुख्य धारा से अलग कर किनारे या हाशिये पर धकेल दिया जाता है। ऐसे समुदाय समाज के केन्द्र में नहीं होते तथा उन्हें इस तरह की बेदखली का एहसास रहता है।

ऐसे समुदाय एक अलग भाषा बोलते हैं, अलग रीति-रिवाज अपनाते हैं। __ वे अपनी गरीबी के कारण सामाजिक हैसियत में कमतर’ माने जाने की वजह से, शेष लोगों के मुकाबले कमतर मनुष्य के रूप में देखे जाने की वजह से, खुद को हाशिये पर महसूस करते हैं।

प्रश्न 2. आदिवासी लगातार हाशिये पर क्यों खिसकते जा रहे हैं ? दो कारण बताइए।

उत्तर-आदिवासियों के लगातार हाशिये पर खिसकने के दो मुख्य कारण निम्नलिखित हैं

(1) 200 सालों में आए आर्थिक बदलावों, वन नीतियों और राज्य व निजी उद्योगों के राजनीतिक दबाव की वजह से इन लोगों को जंगलों से विस्थापित कर बागानों, निर्माण स्थलों, उद्योगों और घरों में नौकरी करने के लिए धकेला जा रहा है।

(2) जब आदिवासियों को उनकी जमीन से हटाया जाता है तो उनकी आय के स्रोत के अलावा वे अपनी परम्पराओं और रीति-रिवाजों को भी गँवा देते हैं जो उनके जीने और अस्तित्व के स्रोत हैं। – इन कारणों से आदिवासी लगातार हाशिये पर खिसकते जा रहे हैं।

प्रश्न 3. आप अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए संवैधानिक सुरक्षाओं को क्यों महत्वपूर्ण मानते हैं ? इसका एक कारण बताइए।

उत्तर-अल्पसंख्यक समुदायों को बहुसंख्यक समुदाय के सांस्कृतिक वर्चस्व की आशंका से बचाने के लिए संवैधानिक सुरक्षात्मक प्रावधानों का होना अति आवश्यक है। ये प्रावधान उन्हें भेदभाव और नुकसान की आशंका से भी बचाते हैं।

प्रश्न 4. अल्पसंख्यक और हाशियाकरण वाले हिस्से को दोबारा पढ़िए। अल्पसंख्यक शब्द से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर-अल्पसंख्यक शब्द आमतौर पर ऐसे समुदायों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो संख्या की दृष्टि से बाकी आबादी के मुकाबले बहुत कम हैं। जैसे- भाषायी और धार्मिक अल्पसंख्यक। लेकिन अल्पसंख्यक की अवधारणा केवल संख्या तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सत्ता और संसाधनों तक पहुँच जैसे मुद्दे तथा इसके सामाजिक व सांस्कृतिक आयाम भी जुड़े हुए हैं।

प्रश्न 5. आप एक बहस में हिस्सा ले रहे हैं जहाँ आपको इस बयान के समर्थन में तर्क देने हैं कि ‘मुसलमान एक हाशियाई समुदाय है।’ इस अध्याय में दी गई जानकारियों के आधार पर दो तर्क पेश कीजिए।

उत्तर-भारत में मुसलमान एक हाशियाई समुदाय है क्योंकि

(1) दूसरे समुदायों के मुकाबले उन्हें सामाजिक-आर्थिक विकास में उतने लाभ नहीं मिले हैं। उनकी मूलभूत सुविधाओं, साक्षरता और सरकारी नौकरियों के हिसाब से भी मुस्लिम समुदाय की स्थिति कमतर है।

(2) दूसरे अल्पसंख्यकों की तरह मुसलमानों के भी कई रीति-रिवाज और व्यवहार मुख्य धारा के मुकाबले काफी अलग हैं, जैसे कुछ मुसलमानों में बुर्का, लम्बी दाढ़ी और फैज टोपी का चलन दिखाई पड़ता है। बहुत सारे लोग सभी मुसलमानों को इन्हीं निशानियों से पहचानने की कोशिश करते हैं। कुछ लोग मानते हैं कि वे बाकी लोगों जैसे नहीं हैं। अक्सर यही सोच उनके गलत व्यवहार करने और भेदभाव का बहाना बन जाती है।

प्रश्न 6. कल्पना कीजिए कि आप टेलीविजन पर 26 जनवरी की परेड देख रहे हैं। आपकी एक दोस्त आपके नजदीक बैठी है। वह अचानक कहती है, “इन आदिवासियों को तो देखो, कितने रंग-बिरंगे हैं। लगता है सदा नाचते ही रहते हैं।” उसकी बात सुनकर आप भारत में आदिवासियों के जीवन से सम्बन्धित क्या बातें उसको बताएँगे? उनमें से तीन बातें लिखें।

उत्तर-आदिवासियों के जीवन से सम्बन्धित निम्नलिखित मुख्य तीन बातें इस प्रकार हैं

(1) भारत में 500 से ज्यादा तरह के आदिवासी समूह हैं। आदिवासी समाज औरों से बिल्कुल अलग दिखाई देते हैं। उनके भीतर ऊँच-नीच का फर्क बहुत कम होता है।

(2) आदिवासियों के बहुत सारे जनजातीय धर्म होते हैं। उनके धर्म इस्लाम, हिन्दू, ईसाई आदि धर्मों से बिल्कुल अलग होते हैं। वे अक्सर अपने पुरखों की, गाँव और प्रकृति की उपासना करते हैं।

(3) आदिवासियों की अपनी भाषाएँ होती हैं। उनमें से ज्यादातर संस्कृत से बिल्कुल अलग और सम्भवतः उतनी ही पुरानी है। इनमें संथाली बोलने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है। उनकी अपनी पत्र-पत्रिकाएँ निकलती हैं। इण्टरनेट पर भी उनकी पत्रिकाएँ मौजूद हैं।

प्रश्न 7. चित्रकथा-पट्ट में आपने देखा कि हेलेन होप आदिवासियों की कहानी पर एक फिल्म बनाना चाहती है। क्या आप आदिवासियों के बारे में एक कहानी बना कर उसकी मदद कर सकते हैं?

उत्तर-आदिवासियों के बारे में कहानी बनाने के लिए उनके जीवन को मुख्य बिन्दुओं में बाँट सकते हैं

(1) वन्य जीवन की खुशहाली, रीति-रिवाज, धार्मिक देवी-देवताओं की उपासना।

(2) नाच गाना, त्यौहार, उत्सव इत्यादि मनाना। (3) जीवन खुशहाल, प्रकृति पर निर्भरता।

(4) अचानक परिवर्तन-राजनैतिक प्रभाव से उनके जीवन में उथल-पुथल।

(5) वनों का काटा जाना, उनको वन से विस्थापित करना, खनन उद्योगों की स्थापना, जमीन छीनना।

(6) कष्टों और समस्याओं का जीवन संघर्ष ।

(7) जंगलों से पलायन जीविकोपार्जन के लिए दर-बदर भटकना।

(8) हाशिये पर जीवन।

प्रश्न 8. क्या आप इस बात से सहमत हैं कि आर्थिक हाशियाकरण और सामाजिक हाशियाकरण आपस में जुड़े हुए हैं ? क्यों ?

उत्तर-जी हाँ, हम इस बात से सहमत हैं कि आर्थिक हाशियाकरण और सामाजिक हाशियाकरण आपस में जुड़े हुए हैं। उदाहरणार्थ-मुस्लिम समुदाय अल्पसंख्यक धर्मावलम्बी है, उन्हें दूसरे समुदायों के मुकाबले सामाजिक-आर्थिक विकास के उतने लाभ नहीं मिले हैं। आर्थिक हाशियाकरण के कारण वे अच्छी शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते। मूलभूत सुविधाओं की कमी हो जाती है। अशिक्षा और मूलभूत सुविधाओं की कमी सामाजिक हाशियाकरण का कारण बन जाती है।

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