म.प्र. बोर्ड कक्षा सातवीं संपूर्ण हल- इतिहास– हमारे अतीत 2 (History: Our Pasts – II)
पाठ 7 : जनजातियाँ, खानाबदोश और एक जगह बसे हुए समुदाय
प्रश्न – अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से)
महत्त्वपूर्ण बिन्दु
- जनजातीय लोग भारत के लगभग हर क्षेत्र में पाए जाते थे। किसी भी एक जनजाति का इलाका और प्रभाव समय के साथ-साथ बदलता रहता था ।
- खोखर, गक्खर, लंगाह, अरघुन, बलोच, गड्डी, मुंडा, संथाल, गोंड, भील इत्यादि कुछ महत्वपूर्ण जनजाति थीं ।
- खानाबदोश घुमन्तू लोग होते हैं जिनमें चरवाहे, दस्तकार, फेरीवाले, नर्तक-गायक एवं अन्य तमाशबीन भ्रमणशील समूह होते थे। उनका कारवाँ टांडा कहलाता था ।
- जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था और समाज की जरूरतें बढ़ती गईं, नए हुनर वाले लोगों की आवश्यकता पड़ी। वर्णों के भीतर छोटी-छोटी जातियाँ उभरने लगीं।
- गोंड, अहोम, गारो, खासी, जयन्तिया, काचारिस, नागा इत्यादि अनेक जनजातियाँ भारत में देखी जा सकती हैं।
महत्त्वपूर्ण शब्दावली
स्थानान्तरीय कृषि – स्थान बदल-बदलकर जो कृषि की जाती है, वह स्थानान्तरित कृषि कहलाती है।
पाइक – अहोम राज्य में जिन लोगों से जबरन काम लिया जाता था, वे पाइक कहलाते थे।
मंगोल – मंगोलिया में निवास करने वाले जनजातीय लोग मंगोल कहलाते थे।
वर्ण व्यवस्था– कार्य के आधार पर जब लोगों को ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य और शूद्र के रूप में विभाजित किया जाता है, तो यह व्यवस्था वर्ण व्यवस्था कहलाती है।
महत्त्वपूर्ण तिथियाँ
1206—चंगेज खान ने मंगोल और तुर्की जनजातियों में एकता पैदा करके उन्हें एक शक्तिशाली सैन्य बल में बदल डाला ।
1523 – अहोम लोगों ने चुटियों को अपने राज्य में मिला लिया ।
1591 – राजा मानसिंह ने चेर लोगों पर हमला किया।
पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर
प्रश्न – उपमहाद्वीप का एक भौतिक मानचित्र लेकर वे इलाके बताइए जहाँ जनजातीय लोग रहते रहे होंगे।
उत्तर– उपमहाद्वीप का एक भौतिक मानचित्र
प्रश्न – पता करें कि आजकल गाँव से शहरों तक अनाज ले जाने का काम कैसे होता है। बंजारों के तौर-तरीकों से यह किन मायनों में भिन्न या समान है ?
उत्तर– आजकल गाँव से शहरों तक अनाज ले जाने का काम ट्रकों, रेलगाड़ियों, ट्रैक्टर इत्यादि से किया जाता है। अनाज परिवहन की आज की विधि बंजारों के अनाज परिवहन की विधि से अधिक तेज है जो इसके लिए बैलगाड़ियों का इस्तेमाल करते थे।
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प्रश्न– मुगल लोग गोंड प्रदेश पर कब्जा क्यों करना चाहते थे ?
उत्तर – गोंड प्रदेश भारतीय उपमहाद्वीप के मध्य भाग में स्थित था। मुगल उत्तरी भाग पर राज्य करते थे । वे महाद्वीप के दक्षिणी राज्यों तक अपनी सत्ता फैलाना चाहते थे । इसलिए उन्होंने महाद्वीप के मध्य भाग, जहाँ गोंड प्रदेश था, वहाँ पर कब्जा करना शुरू किया और गोंडों को हराया।
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प्रश्न- आपके विचार में मुगलों ने अहोम प्रदेश को जीतने का प्रयास क्यों किया ?
उत्तर-अहोम लोग महाद्वीप के उत्तर-पूर्वी प्रदेश पर राज्य करते थे। मुगल चूँकि पूरे महाद्वीप पर अपनी सत्ता व्याप्त करना चाहते थे, इसलिए मुगलों ने अहोम प्रदेश को जीतने का प्रयास किया ।
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कल्पना करें
प्रश्न- आप एक ऐसे खानाबदोश समुदाय के सदस्य हैं, जो हर तीन महीने बाद अपना निवास स्थान बदलता है। इसका आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
उत्तर- मैं एक खानाबदोश समुदाय का सदस्य हूँ और हमें हर तीन महीने बाद अपना निवास स्थान बदलना होता है, इससे हमारे जीवन पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ता है-
(1) अज्ञात और अनजान वन प्रदेशों से होकर गुजरने के कारण मुझे नए-नए स्थान देखने को मिलेंगे ।
(2) मेरी शिक्षा बहुत अव्यवस्थित रहेगी, क्योंकि हर तीन महीने बाद स्थान परिवर्तन से कोई भी स्कूल दाखिला नहीं देगा।
(3) मेरे परिवार को हमेशा रोजगार की चिन्ता सताती रहेगी।
(4) हमारे रहने के लिए कोई जगह निश्चित न होने के कारण हम किसी सामान का संचय नहीं कर पायेंगे ।
(5) हर नागरिक हमें हिकारत की दृष्टि से देखेगा ।
प्रश्न 1. निम्नलिखित में मेल बैठाएँ-
उत्तर– (क) →(i), (ख) →(iii), (ग) →(vi), (घ) → (ii), (च) → (v), (छ) → (iv)
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति करें-
(क) वर्णों के भीतर पैदा होती नयी जातियाँ ………………. कहलाती थीं।
(ख) ………………. अहोम लोगों के द्वारा लिखी गई ऐतिहासिक कृतियाँ थीं।
(ग) ……………….ने इस बात का उल्लेख किया है कि गढ़ कटंगा में 70,000 गाँव थे।
(घ) बड़े और ताकतवर होने पर जनजातीय राज्यों ने ………………. और ………………. को भूमि-अनुदान दिए ।
उत्तर- (क) श्रेणियाँ, (ख) बुरंजी, (ग) अकबरनामा, (घ) कवियों, विद्वानों
प्रश्न 3. सही या गलत बताइए-
(क) जनजातीय समाजों के पास समृद्ध वाचक परम्पराएँ थीं
(ख) उपमहाद्वीप के उत्तर-पश्चिम भाग में कोई जनजातीय समुदाय नहीं था ।
(ग) गोंड राज्यों में अनेक नगरों को मिलाकर चौरासी बनता था
(घ) भील, उपमहाद्वीप के उत्तर- – पूर्वी भाग में रहते थे।
उत्तर– (क) सही, (ख) गलत, (ग) गलत, (घ) गलत ।
प्रश्न 4. खानाबदोश पशुचारकों और एक जगह बसे हुए खेतिहरों के बीच किस तरह का विनिमय होता था ?
उत्तर – खानाबदोश पशुचारक अपने जानवरों के साथ दूर-दूर तक घूमते थे। उनका जीवन दूध और अन्य पशुचारी उत्पादों पर निर्भर था। वे खेतिहर गृहस्थों से अनाज, कपड़े, बर्तन और ऐसी ही चीजों के लिए ऊन, घी इत्यादि का विनिमय करते थे।
आइए समझें
प्रश्न 5. अहोम राज्य का प्रशासन कैसे संगठित था ?
उत्तर – अहोम राज्य का प्रशासन निम्नलिखित रूप से संगठित था-
(1) अहोम राज्य बेगार पर निर्भर था।
(2) अहोम समाज खेल नामक कुलों में विभाजित था । एक खेल ने कई गाँवों को नियन्त्रित किया ।
(3) सभी वयस्क पुरुष युद्ध के दौरान सेना में सेवा करते थे और शान्ति काल में वे बाँध, सिंचाई या अन्य सार्वजनिक कार्यों के निर्माण में लगे रहते थे।
(4) भारी आबादी वाले क्षेत्रों को कम आबादी वाले स्थानों पर स्थानान्तरित कर दिया गया और सत्रहवीं शताब्दी की पहली छमाही में प्रशासन लगभग पूरी तरह केन्द्रीकृत हो गया।
(5) किसानों को ग्राम समुदाय द्वारा भूमि दी गयी थी।
प्रश्न 6. वर्ण आधारित समाज में क्या परिवर्तन आए ?
उत्तर – वर्ण आधारित समाज में निम्नलिखित परिवर्तन आए-
(1) वर्गों के भीतर छोटी-छोटी जातियाँ उभरने लगीं । उदाहरण के लिए ब्राह्मणों के बीच नयी जातियाँ सामने आईं।
(2) कई जनजातियों और सामाजिक समूहों को जाति-विभाजित समाज में शामिल कर लिया गया और उन्हें जातियों का दर्जा दे दिया गया।
(3) विशेषज्ञता प्राप्त शिल्पियों-सुनार, लोहार, बढ़ई और राजमिस्त्री को भी ब्राह्मणों द्वारा जातियों के रूप में मान्यता दे दी गई।
(4) वर्ण की बजाय जाति, समाज के संगठन का आधार बनी ।
प्रश्न 7. एक राज्य के रूप में संगठित हो जाने के बाद जनजातीय समाज कैसे बदला ?
उत्तर- एक राज्य के रूप में संगठित हो जाने के बाद जनजातीय समाज निम्नलिखित ढंग से बदला-
(1) जनजातीय समाज ने केन्द्रीकृत प्रशासन तन्त्र के विकास की शुरुआत कर दी थी।
(2) जनजातीय राजा ब्राह्मणों, कवियों और विद्वानों को भूमि का अनुदान करते थे।
(3) जनजातीय राजाओं की भी यह अभिलाषा थी कि उन्हें भी उपमहाद्वीप के अन्य राजाओं की तरह पहचाना जाए।
(4) अहोम नामक जनजाति ने एक बड़ा राज्य बनाया।
(5) 1660 तक आते-आते वे उच्चस्तरीय बारूद और तोपों का निर्माण में सक्षम हो गये थे।
(6) नाट्यकको प्रोत्साहन दिया जाने लगा तथा संस्कृत की महत्वपूर्ण कृतियों का स्थानीय भाषा में अनुवाद किया गया।
आइए विचार करें
प्रश्न 8. क्या बंजारे लोग अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण थे ?
उत्तर – बंजारे लोग अर्थव्यवस्था के लिए निम्नलिखित प्रकार से अत्यन्त महत्वपूर्ण थे-
(1) बंजारा लोग सबसे महत्वपूर्ण व्यापारी खानाबदोश थे । उनका कारवाँ टांडा कहलाता था ।
(2) बंजारे (घुमन्तु व्यापारी) भारत को बाहरी दुनिया से जोड़ते थे। मध्य एशिया के व्यापारियों से माल खरीद कर बंजारे और अन्य व्यापारी उन्हें स्थानीय बाजारों तक पहुँचाते थे।
(3) बंजारे विभिन्न इलाकों से अपने बैलों पर अनाज ले जाकर शहरों में बेचते थे ।
(4) सैन्य अभियानों के दौरान किसी भी विशाल सेना के लिए अनाज ढोते थे।
प्रश्न 9. गोंड लोगों का इतिहास, अहोमों के इतिहास से किन मायनों में भिन्न था ? क्या कोई समानता भी थी ?
उत्तर-असमानताएँ-
समानताएँ-
(1) गोंड और अहोम दोनों ही जनजातियाँ थीं।
(2) दोनों ही जनजातियों ने अपने-अपने साम्राज्य स्थापित
(3) दोनों ही जनजातियों के राज्यों पर मुगलों ने कई बार हमले किए।
(4) दोनों ही जनजातियाँ केन्द्रीय प्रशासन व्यवस्था में बँधी हुई थीं।
आइए करके देखें
प्रश्न 10. एक मानचित्र पर इस अध्याय में उल्लिखित जनजातियों के इलाकों को चिन्हित करें। किन्हीं दो के सम्बन्ध में यह चर्चा करें कि क्या उनके जीविकोपार्जन का तरीका अपने-अपने इलाकों की भौगोलिक विशेषताओं और पर्यावरण के अनुरूप था ?
उत्तर- इस प्रश्न के उत्तर के लिए पाठान्तर्गत प्रश्न के अन्तर्गत प्रश्न क्रमांक 1 के उत्तर को देखें ।
1. भील जनजाति – भील की बड़ी जनजाति पश्चिमी और मध्य भारत में फैली हुई थी। भील लोग कृषि कार्य और शिकार से जीवनयापन करते थे। मध्य भारत जो कि वनों से भरा हुआ उपजाऊ प्रदेश था। अतः उनका व्यवसाय उनके रहने वाली जगह के भूगोल के अनुरूप ही था ।
2. अहोम जनजाति – अहोम लोग उत्तर-पूर्व में रहते थे। उस स्थान पर व्यापक वर्षा होती थी। इस क्षेत्र में ब्रह्मपुत्र नदी के कारण वैसे भी पानी की कमी नहीं थी । अहोम लोग धान की खेती करते थे। अतः जीविकोपार्जन का यह तरीका भी उनके इलाके की भौगोलिक विशेषता पर्यावरण के अनुरूप थी।
प्रश्न 11. जनजातीय समूहों के सम्बन्ध में मौजूदा सरकारी नीतियों का पता लगाएँ और उनके बारे में एक बहस का आयोजन करें।
उत्तर – जनजातीय समूहों के सम्बन्ध में मौजूदा सरकारी नीतियाँ-
(1) विशेष केन्द्रीय सहायता तथा अनुदान।
(2) आदिम जनजातीय समूह के विकास की योजना ।
(3) लड़कियों के बीच शिक्षा का सुदृढ़ीकरण ।
(4) जनजातीय क्षेत्रों में व्यावसायिक प्रशिक्षण केन्द्र इत्यादि ।
नोट- विद्यार्थी अपने शिक्षक की सहायता से कक्षा में इस विषय पर बहस का आयोजन करें।
प्रश्न 12. उपमहाद्वीप में वर्तमान खानाबदोश पशुचारी समूहों के बारे में और पता लगाएँ। वे कौन-से जानवर रखते हैं ? वे प्राय: किन इलाकों में जाते रहते हैं ?
उत्तर – उपमहाद्वीप में वर्तमान प्रमुख खानाबदोश पशुचारी समूह हैं-गुज्जर (जम्मू और कश्मीर), गद्दी (हिमाचल प्रदेश), भेटिया मोन्यास (उत्तर पूर्व), रायक (राजस्थान), बंजारा (मध्य भारत) इत्यादि हैं। ये भेड़, भैंस, ऊँट इत्यादि पालते हैं।
NCERT Class 7th History Solution Chapter 7 : जनजातियाँ, खानाबदोश और एक जगह बसे हुए समुदाय