MP Board Class 7 Sahayak Vachan Chapter 5 : पारंपरिक मेले और समारोह

खण्ड 3 : हमारा मध्यप्रदेश

पाठ 5 पारंपरिक मेले और समारोह

रिक्त स्थान की पूर्ति

1. प्रदेश का सबसे बड़ा मेला ………… महाकुम्भ है।

2. ………… नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है।

3. सिंगाजी ग्राम में प्रतिवर्ष ………… से दस दिन तक मेला लगता है।

4. भारतीय पारम्परिक लोक कला और शिल्प को जनसामान्य से परिचित कराने के लिए भोपाल में ……….. का आयोजन किया जाता है।

उत्तर-1. सिंहस्थ, 2. अमरकण्टक, 3. आश्विन शुक्ल पूर्णिमा, 4. लोकरंग।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. मानव जीवन में मेले का महत्त्व बताइए।

उत्तर — मानव जीवन में मेले का महत्त्व—मेले सामाजिक सद्भाव के पारस्परिक आदान-प्रदान और सांस्कृतिक सौहार्द के केन्द्र होते हैं। इन मेलों के द्वारा विश्व बन्धुत्व की भावना से साक्षात्कार होता है।

प्रश्न 2. प्रदेश के किन्हीं दो मेलों का वर्णन कीजिए।

उत्तर – प्रदेश के मेलों का वर्णन मध्य प्रदेश के सभी अंचलों में अनेक मेले लगते हैं। दो प्रमुख मेलों का वर्णन निम्न प्रकार है

(1) सिंहस्थ महाकुम्भ मेला—यह मेला मालवा क्षेत्र के उज्जैन नगर में प्रत्येक बारह वर्ष बाद लगता है। यह प्रदेश का सबसे विशाल मेला है। जब सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में और चन्द्रमा शुक्र ग्रह की तुला राशि में प्रवेश करता है, उस समय महाकाल क्षेत्र उज्जैन में अमृतमय वातावरण उत्पन्न होता है और उस समय क्षिप्रा नदी में स्नान करने का विधान है।

पौराणिक कथा के अनुसार देव-दानवों के परस्पर सहयोग द्वारा समुद्र मंथन से निकले अमृत कलश के लिए देव-दानवों में 12 दिन (पृथ्वी के 12 वर्ष के तुल्य) तक महासंग्राम हुआ। उसी छीनाझपटी में अमृत की कुछ बूंदें चार स्थानों पर गिर गईं, तभी से इन चारों स्थानों पर महाकुम्भ का मेला लगने लगा। ये स्थान हैं — प्रयाग, हरिद्वार, उज्जैन एवं नासिक।

(2) मैहर वाली माता का मेला — बघेलखण्ड क्षेत्र के सतना जिले में मैहर नामक स्थान पर विन्ध्याचल की ऊँची पहाड़ी पर माँ शारदा का सिद्ध पीठ है जहाँ दोनों नवरात्रियों में विशाल मेला लगता है। ममतामयी माँ का अर्थात् मायका के नाम पर इस स्थान का नाम मैहर पड़ा। यह देवी बुन्देलखण्ड के रणबांकुरे आल्हा-ऊदल की आराध्य देवी हैं।

प्रश्न 3. तेजाजी मेला कहाँ लगता है ?

उत्तर – तेजाजी मेला बुन्देलखण्ड के गुना जिले में लगता है।

प्रश्न 4. शिवरात्रि और बसन्तपंचमी पर ‘कहाँ-कहाँ’ मेले लगते हैं? –

उत्तर — (अ) शिवरात्रि मेले

(1) भोजपुर का शिवरात्रि मेला – बेतवा नदी के किनारे रायसेन जिले के भोजपुर ग्राम में।

(2) उदयपुरा का शिवरात्रि मेला — विदिशा जिले की बासौदा तहसील के गाँव उदयपुरा में।

(3) मंगतेश्वर महादेव का मेला – खजुराहो में।

(4) कुण्डेश्वर मेला – टीकमगढ़ जिले के कुण्डेश्वर ग्राम में।

(5) अमरकण्टक का मेला – शहडोल जिले के अमरकंटक ग्राम में।

(ब) बसन्त पंचमी के मेले

(1) रहस मेला – सागर के गढ़ाकोटा गाँव में।

(2) झोंतेश्वर मेला – नरसिंहपुर में।

प्रश्न 5. सिंहस्थ महाकुम्भ प्रदेश में कहाँ आयोजित होता है?

उत्तर – सिंहस्थ महाकुम्भ – मध्य प्रदेश की उज्जैन नगरी में आयोजित होता है।

प्रश्न 6. ओंकारेश्वर का मेला क्यों प्रसिद्ध है ?

उत्तर—इस मेले में पूर्णिमा की रात्रि में आतिशबाजी, पटाखे तथा दीपदान की परम्परा है। गीले आटे से बने दीपक पत्तों पर रखकर कुण्ड में प्रवाहित करने की मान्यता है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण जन, वर्ष भर के लिए अपनी खरीददारी इसी मेले में करते हैं।

उपरोक्त कारणों से ओंकारेश्वर का मेला प्रसिद्ध है।

प्रश्न 7. व्यापार मेले कहाँ लगते हैं ? लिखिए।

उत्तर – व्यापार मेले ग्वालियर एवं भोपाल में लगते हैं।

प्रश्न 8. तानसेन संगीत समारोह आयोजित करने का क्या उद्देश्य है ? लिखिए।

उत्तर – तानसेन संगीत समारोह का उद्देश्य संगीत सम्राट तानसेन की स्मृति को सँजोने तथा देश के प्रतिष्ठित संगीत घरानों के गायन एवं वादन की श्रेष्ठ परम्परा से परिचित कराने के उद्देश्य से इस समारोह का आयोजन किया जाता है। इसमें शीर्षस्थ कलाकारों के साथ-साथ साधनारत नवोदित कलाकारों को भी मंच प्राप्त होता है।

प्रश्न 9. कालिदास समारोह में क्या-क्या कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं ? लिखिए।

उत्तर – कालिदास समारोह में कार्यक्रमों का आयोजन—इस समारोह में संस्कृत नाटकों का मंचन तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।

प्रश्न 10. खजुराहो नृत्य समारोह कब और कहाँ आयोजित किया जाता है ? लिखिए।

उत्तर – खजुराहो नृत्य समारोह, खजुराहो के मन्दिरों की पृष्ठभूमि में वसन्त के मनभावन मौसम में 25 फरवरी से 3 मार्च तक प्रत्येक वर्ष आयोजित किया जाता है।

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