Class 6th सहायक वाचन Solution
खण्ड 3 : हमारा मध्यप्रदेश
पाठ 7: उत्सव और त्यौहार
रिक्त स्थानों की पूर्ति
(1) लोक भाषा में इसे आखातीज या ………………… कहते हैं।
(2) बौद्ध धर्म के अनुयायी बैशाख शुक्ल पूर्णिमा को ………………. मानते हैं।
(3) 25 दिसम्बर को………………….का जन्मदिन मनाया जाता है।
(4) सुआटा, बुन्देलखण्ड में………………………. का लोकोत्सव है।
उत्तर– (1) अक्ती, (2) बुद्ध पूर्णिमा, (3) ईसामसीह, (4) कुँवारी बालिकाओं ।
• लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. उत्सव क्यों मनाए जाते हैं ? लिखिए।
उत्तर – मन में संचित आस्था तथा विश्वास को प्रकट करने के लिए उत्सव मनाए जाते हैं।
प्रश्न 2. विक्रम संवत् प्रारम्भ करने का श्रेय किसे दिया जाता है ?
उत्तर – विक्रम संवत् प्रारम्भ करने का श्रेय मालवा नरेश विक्रमादित्य को है।
प्रश्न 3. गुड़ी पड़वा से क्या आशय है ?
उत्तर-बुंदेलखण्ड में नौ दिन तक चलने वाले दुर्गापूजन के अनुष्ठान में ‘जवारा’ बोया जाता है। मालवा तथा निमाड़ क्षेत्रों में इसी दिन को गुड़ी पड़वा के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 4. गणगौर पर्व कैसे मनाया जाता है ?
उत्तर – गणगौर पर्व चैत्र शुक्ल तृतीया को ‘शिव-गौरा’ पूजन के रूप में मनाया जाता है।
प्रश्न 5. मकर संक्रान्ति का पर्व कब मनाया जाता है ?
उत्तर- मकर संक्रान्ति का पर्व तब मनाया जाता है जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है तथा उत्तरायण हो जाता है।
प्रश्न 6. कृषि पर्व किसे कहते हैं ?
उत्तर – अक्षय तृतीया को कृषि पर्व के नाम से जाना जाता है। इस दिन कृषि कार्य शुरू करने से पूर्व कृषि उपकरणों, कृषि भूमि तथा हलवाहक की चंदन टीका लगाकर पूजा की जाती है।
प्रश्न 7. क्रिसमस किस प्रकार मनाया जाता है ?
उत्तर – 25 दिसम्बर को ईसा मसीह का जन्मदिन ‘क्रिसमस डे’ या बड़ा दिन के रूप में मनाया जाता है। ईसाई समुदाय के लोग इस दिन गिरजाघरों में जाकर प्रार्थना करते हैं। अपने घरों में क्रिसमस ट्री को सजाते हैं। मित्र तथा सम्बन्धी एक-दूसरे के घर जाते हैं तथा उपहार एवं शुभकामनाएँ देते हैं।
प्रश्न 8. किस दिन नागों की पूजा की जाती है ?
उत्तर – नागों की पूजा श्रावण शुक्ल पंचमी (नागपंचमी) को की जाती है।
प्रश्न 9. ईद-उल-फितर कब व कैसे मनाया जाता है ? लिखिए ।
उत्तर- ईद-उल-फितर पवित्र रमजान माह के रोजे समाप्त होने पर मिलन एवं उल्लास पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ईद की नमाज के बाद लोग खुशी से एक-दूसरे से गले मिलते हैं। इस दिन नये कपड़े पहनने तथा विशेष रूप से मीठी सिंवई खाने एवं खिलाने की परम्परा है।
प्रश्न 10. चेती चाँद का पर्व किसे कहते हैं ?
उत्तर- नव संवत्सर अथवा गुड़ी पड़वा के पर्व को सिन्धी समाज ‘चेती चाँद’ के रूप में मनाता है।