म.प्र. बोर्ड कक्षा छठवीं संपूर्ण हल- इतिहास– हमारे अतीत 1 (History: Our Pasts – I)
Chapter 2 आखेट खाद्य संग्रह से भोजन उत्पादक तक
प्रश्न – अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से)
महत्वपूर्ण बिन्दु :
आखेटक-खाद्य संग्राहक – पृथ्वी पर बीस लाख साल पहले रहा करते थे। भोजन का इन्तजाम करने की विधि के आधार पर उन्हें इस नाम से पुकारा जाता है।
पुरास्थल – जिस स्थान पर औजार, बर्तन और इमारत जैसी वस्तुओं के अवशेष मिलते हैं।
उद्योग-स्थल – किसी विशेष क्षेत्र जहाँ भारी मात्रा में सामान का निर्माण होता है।
आवासीय – स्थल- घर या आवास जो रहने के लिए बनाया गया हो।
पुरापाषाण – प्रागैतिहासिक युग जब मानव ने पत्थर से औजार बनाये।
मध्यपाषाण – जो पुरापाषण काल और नवपाषाण काल के मध्य में आता है।
कृषक – जो कृषि करता है।
पशुपालक – जो जीविका हेतु पशुओं का पालन करता है।
नवपाषाण युग – पाषाण युग का अन्तिम युग।
कब्र – शव को दफनाने हेतु खोदा गया गड्ढा ।
महत्वपूर्ण तिथियाँ
मध्यपाषाण युग – 12,000-10,000 साल पहले।
बसने की क्रिया – 12,000 साल पहले।
नवपाषाण युग का आरम्भ -10,000 साल पहले।
मेहरगढ़ में बस्ती का आरम्भ – 8000 साल पहले।
पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर
पृष्ठ संख्या # 14
प्रश्न 1. क्या तुम बता सकते हो कि रहने के लिए लोगों ने यह जगह क्यों चुनी ?
उत्तर – लोगों ने रहने के लिए यह जगह इसलिए चुनी क्योंकि यहाँ उन्हें बारिश, धूप और हवाओं से राहत मिलती थी।
पाठ्य-पृष्ठ संख्या # 15
प्रश्न 2. आज हम आग का उपयोग किसलिए करते हैं ?
उत्तर – आज हम आग का उपयोग निम्नलिखित कार्यों में करते हैं
(1) भोजन पकाने के लिए,
(2) सर्दी से बचने के लिए,
(3) प्रकाश के लिए,
(4) विभिन्न धातुओं को पिघलाने के लिए,
(5) वीरता और उत्साह दिखाने के लिए मशाल जलाकर,
(6) कूड़ा करकट जलाने के लिए। –
पृष्ठ संख्या # 16
प्रश्न 3. क्या तुम बता सकती हो कि सबसे पहले कुत्तों को ही पालतू क्यों बनाया गया ?
उत्तर -मनुष्य पहले शिकार करके अपना पेट भरता था। कुत्तों की सूंघने की क्षमता अधिक होती है, कुत्ता आने वाले खतरे को भांपकर पहले ही चौकन्ना कर देता है, इसलिए कुत्ते को सबसे पहले पालतू बनाया गया।
पृष्ठ संख्या # 17
प्रश्न 4. पाठ्य-पुस्तक में प्रकाशित दाँतों के चित्र को देखो इनमें से कौन-सा जंगली सूअर का है और कौन-सा पालतू सूअर का?
उत्तर – जंगली जानवरों की तुलना में पालतू जानवरों के दाँत छोटे होते हैं। इसलिए छोटे दाँत पालतू सूअर का और बड़ा दाँत जंगली सूअर का है।
पृष्ठ संख्या # 18
प्रश्न 5. क्या तुम्हें लगता है कि शिकारी या भोजन-संग्रह करने वाले बर्तन बनाते और उनका प्रयोग करते होंगे ? अपने जवाब का कारण बताओ।
उत्तर – शिकारी या भोजन-संग्रह करने वाले बर्तन नहीं बनाते होंगे, क्योंकि वे भोजन की तलाश में सदा एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते थे तथा वे इतना अधिक भोजन-संग्रह नहीं करते थे जिससे उन्हें भोजन के संग्रहण के लिए बर्तनों की आवश्यकता पड़े।
प्रश्न 6. भोजन के अतिरिक्त जानवरों से क्या-क्या मिल सकता है ? आज जानवरों का उपयोग किस लिए होता है
उत्तर – भोजन के अतिरिक्त जानवरों से हमें निम्नलिखित वस्तुएँ मिलती हैं
(1) जानवरों की खाल से चमड़ा मिलता है।
(2) जानवरों की हड्डियों से औजार बनाए जाते हैं।
(3) जानवरों से सामान ढोने व गाड़ी खींचने का काम होता
(4) जानवरों से पुर्वानुमान लगाने का काम भी होता है।
आज जानवरों का उपयोग निम्नलिखित प्रकार से किया जाता है
(1) जानवरों का उपयोग आवागमन के लिए किया जाता है।
(2) जानवरों की खाल से चमड़ा व वस्त्र बनाये जाते हैं।
(3) जानवरों से दूध प्राप्त किया जाता है।
(4) जानवरों का उपयोग मनोरंजन तथा विभिन्न प्रतियोगिताओं में भी किया जाता है। –
पृष्ठ संख्या # 19
प्रश्न 7. एक गर्तवास का चित्र बनाओ।
उत्तर – बुर्जहोम (वर्तमान कश्मीर में) के लोग गड्डे के नीचे घर बनाते थे जिन्हें ‘गर्तवास’ कहा जाता था। इसमें नीचे जाने के लिए सीढ़ियाँ बनीं होती थीं।
प्रश्न 8. क्या तुम इन्हें (गुफाओं की दीवारों पर चित्र) बनाने का कोई और कारण बता सकते हो ?
उत्तर – आदिमानव के समय में भाषा का कोई निश्चित रूप नहीं था इसलिए वे गुफाओं की दीवारों पर चित्रकारी करके अपनी बात दूसरों तक पहुँचाते थे तथा अपने जीवन की महत्त्वपूर्ण घटनाओं का दृश्य रिकॉर्ड करने के लिए भी गुफाओं की दीवारों पर चित्रकारी करते थे।
पृष्ठ संख्या # 22
प्रश्न 9. बताओ कौड़ियों तथा सीपियों का क्या उपयोग होता होगा?
उत्तर – कौड़ियों तथा सीपियों का उपयोग मुद्रा के रूप में, गणना करने में तथा आकर्षक आभूषणों को बनाने में होता होगा।
कल्पना करो
प्रश्न 10. तुम आज से 12,000 साल पहले पत्थर की एक गुफा में रहते हो। पाठ्य-पुस्तक में पृष्ठ 14 पर देखा। तुम्हारे मामा गुफा की एक भीतरी दीवार पर चित्र बना रहे हैं और तुम उनकी सहायता करना चाहते हो। तुम रंग बनाओगे, रेखाएँ खींचोगे या फिर उनमें रंग भरोगे? तुम्हारे मामा तुम्हें कौन-कौन सी कहानियाँ सुनाएँगे?
उत्तर – हम उनकी चित्र बनाने में पूरी सहायता करेंगे मामा निम्नलिखित कहानियाँ सुनाएँगे
(1) जानवरों के शिकार के सम्बन्ध में।
(2) पत्थरों, लकड़ियों और हड्डियों के औजारों के सम्बन्ध में।
(3) फसलों को उगाने के सम्बन्ध में।
(4) विभिन्न त्योहारों व उत्सवों के सम्बन्ध में।
पाठान्त प्रश्नोत्तर
आओ याद करें
प्रश्न 1. इन वाक्यों को पूरो करो
(क) आखेटक-खाद्य संग्राहक गुफाओं में इसलिए रहते थे क्योंकि ………………….. ।
(ख) घास वाले मैदानों का विकास ……………………. साल पहले हुआ।
उत्तर –
(क) उन्हें बारिश, धूप और हवाओं से राहत मिलती थी।
(ख) 12000.
प्रश्न 2. खेती करने वाले लोग एक ही स्थान पर लम्बे समय तक क्यों रहते थे ?
उत्तर – खेती करने वाले लोग एक ही स्थान पर लम्बे समय तक रहते थे, क्योंकि भूमि को कृषि योग्य बनाने, बीजों को बोने, फसल की देखभाल तथा फसल के पकने के लिए एक लम्बे समय की आवश्यकता होती थी। खेती करने वाले लोगों को एक ही स्थान पर लम्बे समय तक रहना पड़ता था।
प्रश्न 3. पुरातत्वविद् ऐसा क्यों मानते हैं कि मेहरगढ़ के लोग केवल शिकारी थे और बाद में उनके लिए पशुपालन ज्यादा महत्त्वपूर्ण हो गया ?
उत्तर – पुरातत्वविदों द्वारा मेहरगढ़ की खुदाई में सबसे नीचे के स्तरों से जिन जानवरों की हड्डियाँ मिली हैं, उनमें हिरण तथा जंगली सुअर प्रमुख हैं जिससे पता चलता है कि इस अवस्था में मानव केवल शिकार पर निर्भर था, इसके ऊपर के स्तरों में भेड़ तथा बकरियों की हड्डियाँ ज्यादा मिली हैं, इससे पता चलता है कि इस काल में लोगों ने पशुपालन करना आरम्भ कर दिया था।
आओ चर्चा करें
प्रश्न 4. आखेटक – खाद्य संग्राहक एक स्थान से दूसरे स्थान पर क्यों घूमते रहते थे ? उनकी यात्रा और आज की हमारी यात्रा के कारणों में क्या समानताएँ या क्या भिन्नताएँ हैं ?
उत्तर – आखेटक-खाद्य संग्राहक एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते थे। ऐसा करने के कई कारण थे
(1) अगर वे एक ही जगह पर ज्यादा दिनों तक रहते तो आस-पास के पौधों, फलों और जानवरों को खाकर समाप्त कर देते थे। इसलिए भोजन की तलाश में इन्हें दूसरी जगहों पर जाना पड़ता था।
(2) जानवर अपने शिकार के लिए या फिर हिरण और मवेशी अपना चारा ढूँढ़ने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाया करते हैं। इसलिए, इन जानवरों का शिकार करने वाले लोग भी इनके पीछे-पीछे जाया करते होगें।
(3) पेड़ों और पौधों में फल-फूल अलग-अलग मौसम में आते हैं, इसलिए लोग उनकी तलाश में उपयुक्त मौसम के अनुसार अन्य इलाकों में घूमते होंगे।
(4) पानी के बिना किसी भी प्राणी या पेड़ पौधे का जीवित रहना सम्भव नहीं होता और पानी झीलों, झरनों तथा नदियों में हीमिलता है। इसलिए नदियों के किनारे बसे लोगों को सूखे मौसम में पानी की तलाश में इधर-उधर जाना पड़ता होगा। उनकी यात्रा और आज की हमारी यात्राओं में जरूरतों की भिन्नताएँ हैं जैसे कुछ लोग अपनी छुट्टियाँ मनाने के लिए घूमते हैं। कुछ अपने काम (रोजगार) करने के सिलसिले में तो कुछ खोज करने के सिलसिले में यात्राएँ करते हैं। कभी-कभी किसी त्योहारों और विशेष मौकों पर रिश्तेदारों से मिलने जाते हैं। रिश्तेदारों से लोग शायद पहले भी मिलने जाया करते होंगे। आज के लोग विभिन्न तरह के वाहनों से घूमते हैं, लेकिन उस समय के लोग पैदल ही यात्रा करते थे।
प्रश्न 5. आखेटक-खाद्य संग्राहक आग का उपयोग किन-किन चीजों के लिए करते थे.? क्या तुम आज आग का उपयोग इनमें से किसी चीज के लिए करोगे ?
उत्तर – आखेटक-खाद्य संग्राहक आग का उपयोग प्रकाश के लिए, माँस पकाने और खतरनाक जानवरों से अपने को सुरक्षित रखने के लिए करते थे। आज भी हम आग का उपयोग खाना बनाने और प्रकाश के लिए करते हैं।
प्रश्न 6. कृषकों-पशुपालकों का जीवन आखेटक-खाद्य संग्राहकों के जीवन से कितना भिन्न था, तीन अन्तर बताओ।
उत्तर – कृषकों-पशुपालकों तथा आखेटक-खाद्य संग्राहकों के जीवन में अन्तर
आओ करके देखें।
प्रश्न 7. ऐसे दो काम लिखो जिन्हें आज महिलाएँ और पुरुष दोनों करते हैं। दो ऐसे काम बताओ जिन्हें सिर्फ महिलाएँ ही करती हैं और दो वे जिन्हें सिर्फ पुरुष ही करते हैं। अपनी सूची की अपने दो साथियों की सूचियों से तुलना करो। क्या तुम्हें इनमें कोई समानता या भेद दिखाई दे रहा है।
उत्तर – महिला और पुरुष द्वारा किये जाने वाले कार्य :
(1) झोपड़ियाँ बनाना,
(2) औजार बनाना।
महिलाओं द्वारा किये जाने वाले कार्य :
(1) अनाज कूटना-पीसना,
(2) फसल काटना।
पुरुषों द्वारा किये जाने वाले कार्य:
(1) जानवरों को झुंड में चराना,
(2) शिकार करना।
कक्षा में छात्र अपने साथियों से ऐसी सूची तैयार करने को कहे तथा उनकी बनायी सूची से अपनी सूची की तुलना करें छात्र खेल-खेल में यह कार्य स्वयं करें।
प्रश्न 8. तुम जिन अनाजों को खाते हो एक सूची बनाओ। इन अनाजों को क्या तुम स्वयं उगाते हो ? अगर हाँ, तो एक तालिका बनाकर उसकी खेतों की विभिन्न अवस्थाओं को दिखाओ। अगर नहीं तो एक तालिका बनाकर दिखाओ कि ये अनाज किसान से लेकर तुम्हारे पास तक कैसे पहुँचे ?
उत्तर – हम निम्नलिखित अनाजों को खाते हैं
गेहूँ, चावल, बाजरा, मक्का, ज्वार, जौ इत्यादि अनाजों को खाते हैं।
इन अनाजों को किसान उगाते हैं। खेती की विभिन्न अवस्थाओं की तालिका निम्नलिखित है। .
अनाज किसान से लेकर उपभोक्ता तक पहुँचने में निम्नलिखित रास्ता तय करता है
(i) किसान द्वारा अनाज मंडी में गेहूँ बेचना।
(ii) ट्रक या ट्रेक्टर-ट्रॉलियों आदि के द्वारा गेहूँ बाजार में, गोदामों में पहुँचना।
(iii) फुटकर दुकानदारों द्वारा गेहूँ बाजार से घर तक लाना।