MP Board Class 10th Economic  Solution Chapter 1 : विकास

MP Board Class 10 Economic II अर्थशास्त्र आर्थिक विकास की समझ II

Chapter 1 : विकास (Development )

महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • किसी भी तरह से ज्यादा आय चाहने के अतिरिक्त, लोग बराबरी का व्यवहार, स्वतन्त्रता, सुरक्षा और दूसरों से आदर मिलने की इच्छा भी रखते हैं।
  • देशों की तुलना करने के लिए उनकी आय सबसे महत्वपूर्ण विशिष्टता समझी जाती है।
  • औसत आय को प्रति व्यक्ति आय भी कहा जाता है।
  • विश्व बैंक के अनुसार 2017 में जिन देशों की प्रति व्यक्ति आय 12,056 यू. एस. डॉलर प्रतिवर्ष है वे विकसित देश तथा जिनकी प्रति व्यक्ति आय 995 यू. एस. डॉलर प्रतिवर्ष या उससे कम है, उन्हें निम्न आय वाला देश कहा गया है।
  • भारत मध्य आय वर्ग के देशों में आता है क्योंकि उसकी प्रति व्यक्ति आय 2017 में केवल 1820 यू. एस. डॉलर प्रतिवर्ष थी।
  • शिशु मृत्यु दर किसी वर्ष में पैदा हुए 1,000 जीवित बच्चों में से एक वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले बच्चों का अनुपात दिखाती है। •
  • 7 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में साक्षर जनसंख्या का अनुपात साक्षरता दर कहलाती है।
  • 2011 की जनगणना के अनुसार 94 प्रतिशत साक्षरता के साथ भारत में केरल राज्य का प्रथम स्थान है।
  • मानव विकास रिपोर्ट देशों की तुलना लोगों के शैक्षिक स्तर, उनकी स्वास्थ्य स्थिति और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर करती है।
  • जन्म के समय संभावित आयु, जैसा कि नाम से स्पष्ट है, व्यक्ति की जन्म के समय औसत आयु की सम्भावना दर्शाती है।
  • वर्ष 2017 में भारत की जन्म के समय सम्भावित आयु 68.8 वर्ष थी।
  • भूमिगत जल नवीकरणीय साधन का उदाहरण है।
  • हम जमीन से जो कच्चा तेल निकालते हैं वह एक गैर-नवीकरणीय संसाधन है।
  • संपोषणीय आर्थिक विकास का आशय है विकास अपना स्थान पर्यावरण को हानि पहुँचाए बिना प्राप्त करेगा।
  • विकास की धारणीयता तुलनात्मक स्तर पर ज्ञान का नया क्षेत्र है जिसमें वैज्ञानिक, अर्थशास्त्री, दार्शनिक और अन्य सामाजिक वैज्ञानिक मिल-जुल कर कार्य कर रहे हैं।

पाठान्त अभ्यास

प्रश्न 1. सामान्यतः किसी देश का विकास किस आधार पर निर्धारित किया जा सकता है ?

(क) प्रति व्यक्ति आय

(ख) औसत साक्षरता स्तर

(ग) लोगों की स्वास्थ्य स्थिति

(घ) उपर्युक्त सभी।

उत्तर-(घ) उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 2.निम्नलिखित पड़ोसी देशों में से मानव विकास के लिहाज से किस देश की स्थिति भारत से बेहतर है ?

(क) बांग्लादेश

(ख) श्रीलंका

(ग) नेपाल

(घ) पाकिस्तान।

उत्तर – (ख) श्रीलंका।

प्रश्न 3 .मान लीजिए कि एक देश में चार परिवार हैं। इन परिवारों की प्रति व्यक्ति आय 5,000 रुपये है।

अगर तीन परिवारों की आय क्रमश: 4000, 7,000 और 3,000 रुपये हैं, तो चौथे परिवार की आय क्या है ?

(क) 7,500 रुपये

(ख) 3,000 रुपये

(ग) 2,000 रुपये

(घ) 6,000 रुपये।

उत्तर – (घ) 6,000 रुपये।

प्रश्न 4. विश्व बैंक विभिन्न वर्गों का वर्गीकरण करने के लिये किस प्रमुख मापदण्ड का प्रयोग करता है ? इस मापदण्ड की, अगर कोई है, तो सीमाएँ क्या हैं ?

उत्तर – विश्व बैंक विभिन्न वर्गों का वर्गीकरण करने के लिये प्रति व्यक्ति आय मापदण्ड का प्रयोग करता है। विश्व बैंक के अनुसार 2017 में प्रति व्यक्ति आय 12,056 यू. एस. डॉलर प्रतिवर्ष या उससे अधिक है, उसे समृद्ध देश और वे देश जिनकी प्रति व्यक्ति आय 995 यू. एस. डॉलर प्रतिवर्ष या उससे कम है, उन्हें निम्न आय वाला देश कहा गया है। इस मापदण्ड की सबसे बड़ी सीमा यह है कि यह हमें देश में लोगों के मध्य आय के सही वितरण को नहीं बताता है।

प्रश्न 5. विकास मापने का यू. एन. डी. पी. का मापदण्ड किन पहलुओं में विश्व बैंक के मापदण्ड से अलग है ?

उत्तर – यू. एन. डी. पी. द्वारा देशों की तुलना लोगों के शैक्षिक स्तर, उनकी स्वास्थ्य स्थिति और प्रति व्यक्ति आय के आधार पर करती है जबकि विश्व बैंक का मापदण्ड प्रति व्यक्ति आय के आधार पर होता है।

प्रश्न 6. हम औसत का प्रयोग क्यों करते हैं ? इनके प्रयोग करने की क्या कोई सीमाएँ हैं ? विकास से जुड़े अपने उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – देशों के बीच तुलना करने के लिए कुल आय इतना उपयुक्त माप नहीं है। क्योंकि देशों की जनसंख्या अलग-अलग होती है, कुल आय की तुलना करने से हमें यह ज्ञात नहीं होगा कि औसत व्यक्ति क्या कमा सकता है ? क्या एक राष्ट्र के लोग दूसरे देश के लोगों से बेहतर हैं ? इसलिए औसत आय की तुलना करते हैं जो देश की कुल आय को कुल जनसंख्या से भाग देकर निकाली जाती है। न उदाहरण के लिए, दो राष्ट्र A और B पर विचार करते हैं। सरलता के लिए हम मानते हैं कि प्रत्येक राष्ट्र में 5 निवासी हैं। तालिका में दिए गए आँकड़ों के अनुसार, दोनों राष्ट्रों की औसत आय ज्ञात की गई है।

दो राष्ट्रों की तुलना

तालिका से स्पष्ट है कि कुछ लोग देश ‘B’ में रहना पसन्द करेंगे अगर हमें यह आश्वासन हो कि हम उस देश के पाँचवें नागरिक होंगे। लेकिन अगर हमारी नागरिकता संख्या लॉटरी के द्वारा निश्चित होगी तो हममें से ज्यादातर लोग देश ‘A’ में रहना पसन्द करेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि यद्यपि दोनों देशों की औसत आय एक समान है, देश ‘A’ के लोग न तो बहुत अमीर हैं न बहुत गरीब, जबकि देश ‘B’ के ज्यादातर नागरिक निर्धन हैं और एक व्यक्ति बहुत अमीर है। इसलिए यद्यपि औसत आय तुलना के लिए उपयोगी है, किन्तु इससे यह पता नहीं चलता कि यह आय लोगों में किस प्रकार वितरित है।

प्रश्न 7. प्रति व्यक्ति आय कम होने पर भी केरल का मानव विकास क्रमांक हरियाणा से ऊँचा है। इसलिए प्रति व्यक्ति आय एक उपयोगी मापदण्ड बिल्कुल नहीं है और राज्यों की तुलना के लिए इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। क्या आप सहमत हैं ? चर्चा कीजिए।

उत्तर

(1) वर्ष 2016-17 में हरियाणा की प्रति व्यक्ति आय ₹ 1,80,174 व केरल में ₹ 1,63,475 है।

(2) वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हरियाणा की साक्षरता दर 82 प्रतिशत व केरल की साक्षरता दर 94 प्रतिशत है। इस प्रकार केरल की साक्षरता दर अधिक है।

(3) वर्ष 2017 में हरियाणा में शिशु मृत्यु दर प्रति हजार व्यक्ति 30 थी जबकि केरल में 10 थी।

(4) 14 तथा 15 वर्ष की आयु के स्कूल जाने वाले कुल बच्चों का उस आयु-वर्ग के कुल बच्चों के साथ प्रतिशत हरियाणा में 61 था व केरल में यह अनुपात 83 था।

उपर्युक्त विवेचन से स्पष्ट है कि केरल की प्रति व्यक्ति आय कम होने पर भी उसका मानव विकास हरियाणा से अच्छा है क्योंकि केरल के पास हरियाणा की तुलना में मानव विकास की सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इसलिए प्रति व्यक्ति आय एक उपयोगी मापदण्ड नहीं है और राज्यों के विकास के सन्दर्भ में तुलनात्मक अध्ययन के लिए मानव विकास क्रमांक उपयोगी है।

प्रश्न 8. भारत के लोगों द्वारा ऊर्जा के किन स्त्रोतों का प्रयोग किया जाता है ? ज्ञात कीजिए। अब से 50 वर्ष पश्चात् क्या सम्भावनाएँ हो सकती हैं ?

उत्तर – ऊर्जा के परम्परागत साधन-कोयला, पेट्रोलियम, परमाणु ऊर्जा, जलशक्ति ऊर्जा के परम्परागत साधन हैं।

ऊर्जा के गैर-परम्परागत साधन – सौर ऊर्जा, भू-तापीय ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, पवन ऊर्जा, कूड़े-कचरे या गोबर या मल-मूत्र से तैयार ऊर्जा इस श्रेणी में आती हैं।

अब से 50 वर्ष पश्चात् निम्नलिखित सम्भावनाएँ हो सकती हैं

पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा, भू-तापीय ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, कूड़े से तैयार ऊर्जा का उपयोग, थर्मल, न्यूक्लियर ऊर्जा का प्रयोग।

प्रश्न 9. धारणीयता का विषय विकास के लिए क्यों महत्वपूर्ण है ?

उत्तर– धारणीय विकास का सार तत्व यह है कि विकास प्रक्रिया में जो संसाधन खर्च हो जाएँ उनकी पुनः पूर्ति होती रहे ताकि भविष्य में भी वे संसाधन विकास हेतु उसी प्रकार उपलब्ध होते रहें जिस प्रकार कि पहले उपलब्ध होते रहे हैं।

प्रश्न 10. धरती के पास सब लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं, लेकिन एक भी व्यक्ति के लालच को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। यह कथन विकास की चर्चा में कैसे प्रासंगिक है ? चर्चा कीजिए।

उत्तर – उपर्युक्त कथन से स्पष्ट है कि हमारे पास अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए काफी मात्रा में संसाधन उपलब्ध हैं। किन्तु हम अपनी अनन्त आवश्यकताओं के कारण सन्तुष्ट नहीं हैं। हम सीमित साधनों से सन्तुष्ट नहीं हैं। इसी कारण यह कहा जाता है कि धरती के पास एक भी व्यक्ति के लालच को पूरा करने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। वस्तुओं तथा सेवाओं का अधिक से अधिक उत्पादन विकास का सूचक है। जिस राष्ट्र में वस्तुओं तथा सेवाओं का उत्पादन जितनी तेजी से किया जाएगा, उस राष्ट्र का विकास उतनी ही तेजी से होगा।

प्रश्न 11. पर्यावरण में गिरावट के कुछ ऐसे उदाहरणों की सूची बनाइए जो आपने अपने आसपास देखे हों।

उत्तर– पर्यावरण में गिरावट के उदाहरण निम्न हैं

वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, प्लास्टिक का प्रयोग, जंगलों का कटाव आदि पर्यावरण में गिरावट के उदाहरण हैं।

प्रश्न 12. तालिका 21.1 में दी गई प्रत्येक मद के लिए ज्ञात कीजिए कि कौन-सा देश सबसे ऊपर है और कौन-सा सबसे नीचे। तालिका 21.1 वर्ष 2017 के लिए भारत और उसके पड़ोसी देशों के कुछ आँकड़े

उत्तर -तालिका को देखने से स्पष्ट है कि श्रीलंका सबसे ऊपर है और पाकिस्तान सबसे नीचे है

प्रश्न 13. नीचे दी गई तालिका में भारत में व्यस्कों (15-49 वर्ष आयु वाले) जिनका बी.एम.आई. सामान्य से कम है (बी.एम.आई. <18.5kg/m) का अनुपात दिखाया गया है। यह वर्ष 2015-16 में देश के विभिन्न राज्यों के एक सर्वेक्षण पर आधारित है। तालिका का अध्ययन करके निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर दीजिए।

स्रोत : राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4,2015-16, http://rchiips.org.

(क) केरल और मध्य प्रदेश के लोगों के पोषण स्तरों की तुलना कीजिए।

(ख) क्या आप अन्दाज़ लगा सकते हैं कि देश में लगभग हर पाँच में से एक व्यक्ति अल्पपोषित क्यों है, यद्यपि यह तर्क दिया जाता है कि देश में पर्याप्त खाद्य है ? अपने शब्दों में विवरण दीजिए।

उत्तर– (क) तालिका से स्पष्ट है कि केरल में पोषण का स्तर मध्य-प्रदेश की तुलना में कम है। क्योंकि मध्य प्रदेश में पुरुषों का पोषण स्तर 28% व महिलाओं का पोषण स्तर 28% है। दूसरी ओर केरल में पुरुषों का अनुपात 8.5% तथा महिलाओं का 10% है।

(ख) भारत की जनसंख्या का 40 प्रतिशत भाग अल्पपोषित है क्योंकि हमारे राष्ट्र में उत्पादन वितरण प्रणाली उचित रूप से कार्य नहीं करती।

अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहु-विकल्पीय प्रश्न

1. राष्ट्रीय विकास का अर्थ है

(i) राजनीतिक विकास

(ii) आर्थिक विकास

(iii) सामाजिक विकास

(iv) चहुंमुखी विकास।

2. भारत में सर्वाधिक साक्षरता वाला राज्य है

(i) पंजाब

(ii) हरियाणा

(iii) केरल

(iv) कर्नाटक।

3. राष्ट्र की प्रति व्यक्ति आय का अर्थ है

(i) किसी राष्ट्र में रह रहे सभी व्यक्तियों की औसत आय

(ii) एक व्यक्ति द्वारा एक वर्ष में अर्जित की गई अधिकतम आया

(iii) एक व्यक्ति द्वारा एक वर्ष में अर्जित की गई, औसत आय ।

(iv) किसी व्यक्ति द्वारा एक वर्ष में अर्जित की गई निम्नतम आय।

4. केरल में प्रति हजार व्यक्ति शिशु मृत्यु दर (2017) के अनुसार है

(i) 35 प्रति हजार

(ii) 30 प्रति हजार

(iii) 20 प्रति हजार

(iv) 10 प्रति हजार।

5. भारत में सबसे कम साक्षरता दर कहाँ है ?

(i) ओडिशा

(ii) बिहार

(iii) छत्तीसगढ़

(iv) झारखण्ड।

उत्तर-1. (iv), 2. (iii), 3. (i), 4. (iv), 5. (ii)।

रिक्त स्थान पूर्ति

1. भारत में महिला साक्षरता ……………प्रतिशत है।

2. औसत आय को ………………. भी कहा जाता है।

3. द्रव्य या उससे खरीदी जा सकने वाली…………… एक कारक हैं।

4. वर्ष 2017 में हरियाणा में 1000 जीवित पैदा हुए बच्चों में से ……………बच्चे 1 वर्ष की आयु तक पहुँचने से पहले मर जाते हैं। 5. तमिलनाडु में ग्रामीण क्षेत्रों के ……………प्रतिशत लोग राशन की दुकानों का प्रयोग करते हैं।

उत्तर1. 64.6 प्रतिशत, 2. प्रति व्यक्ति आय, 3. भौतिक वस्तुएँ, 4. 30, 5. 90 ।

सत्य/असत्य

1. यह निष्कर्ष निकालना सही होगा कि जिसे मापा नहीं जा सकता, वह महत्व नहीं रखता।

2. औसत आय को राष्ट्रीय आय भी कहा जाता है।

3. समृद्ध देशों, जिनमें मध्य-पूर्व के देश और कुछ अन्य छोटे राष्ट्र शामिल नहीं हैं, को आमतौर पर विकसित राष्ट्र कहा जाता है। 4. वर्ष 2011 में हरियाणा की साक्षरता दर 94 प्रतिशत थी।

5. यदि कच्चे तेल का प्रयोग वर्तमान दर पर चालू रहे तो यह भण्डार केवल 50 वर्षों में समाप्त हो जाएँगे।

उत्तर-1. सत्य, 2. असत्य, 3. सत्य, 4. असत्य, 5. सत्य।

सही जोड़ी मिलाइए

उत्तर -1. → (घ), 2. → (ङ), 3. → (क), 4. → (ख), 5. → (ग)।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

1. 2011 की जनगणना के अनुसार पुरुष व महिला अनुपात क्या था ?

2. वर्ष 2016-17 के लिए हरियाणा में प्रति व्यक्ति आय क्या थी ?

3. पश्चिम बंगाल में ग्रामीण क्षेत्रों में कितने प्रतिशत लोग राशन की दुकान का प्रयोग करते हैं ?

4. मानव विकास सूचकांक (2020) में भारत कौन-से स्थान पर था ?

5. किस व्यक्ति को अल्पपोषित कहा जाएगा जिसका शरीर द्रव्यमान सूचकांक (बी. एम. आई.) कितनी होगी?

उत्तर-1. 943, 2. ₹ 1,80,174, 3. 35 प्रतिशत, 4. 131 वाँ स्थान, 5. 18.5 से कम।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. शिशु मृत्यु दर क्या है ?

उत्तर -किसी वर्ष में पैदा हुए 1,000 जीवित बच्चों में से एक वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले बच्चों का अनुपात शिशु मृत्यु दर कहलाती है।

प्रश्न 2. साक्षरता दर क्या है ?

उत्तर– 7 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में साक्षर जनसंख्या का अनुपात साक्षरता दर कहलाती है

प्रश्न 3. निबल उपस्थिति अनुपात क्या होता है ?

उत्तर-14 तथा 15 वर्ष की आयु के स्कूल जाने वाले कुल बच्चों का उस आयु-वर्ग के बच्चों के साथ प्रतिशत।

प्रश्न 4. जन्म के समय सम्भावित आयु (या प्रत्याशित आयु) से क्या आशय है ?

उत्तर -प्रत्याशित आयु का अर्थ जीवित रहने की आयु से है जिसे देश के निवासी जन्म के समय आशा कर सकते हैं। इसी बात को इस प्रकार भी कह सकते हैं कि एक देश में एक बच्चा जब जन्म लेता है तो उसके कितने वर्ष जीवित रहने की आशा की जाती है ? इस जीवित रहने की आशा को ही प्रत्याशित आयु या औसत आयु कहते हैं। वर्ष 2017 में औसत आयु 69 वर्ष थी।

प्रश्न 5. राष्ट्रीय विकास का क्या अर्थ है ?

उत्तर-राष्ट्रीय विकास का अर्थ है प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि और अपनी स्वयं की सामर्थ्य से अर्थव्यवस्था को बढ़ाना।

प्रश्न 6. आर्थिक विकास से क्या आशय है ?

उत्तर-आर्थिक विकास एक निरन्तर प्रक्रिया है जिसके अन्तर्गत राष्ट्र के आर्थिक, सामाजिक एवं औद्योगिक विकास के सभी सम्भव प्रयास किये जाते हैं तथा राष्ट्र के उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम सम्भव विदोहन किया जाता है।

प्रश्न 7. राष्ट्रीय आय का अर्थ बताइए।

उत्तर-एक देश की राष्ट्रीय आय से आशय साधारणतः एक वर्ष में उत्पादित समस्त वस्तुओं तथ सेवाओं के मूल्य का योग होता है, जिनमें वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन हेतु प्रयोग की गयी मशीनों एवं पूँजी की घिसावट (या ह्रास) को घटा दिया जाता है तथा विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय को जोड़ दिया जाता है।

प्रश्न 8. मानव विकास सूचक (HDI) की अवधारणा किस मान्यता पर आधारित है ?

उत्तर -मानव विकास सूचक (HDI) की अवधारणा इस मान्यता पर आधारित है कि “किसी राष्ट्र में रहने वाले लोग ही उस राष्ट्र की वास्तविक सम्पत्ति हैं। आर्थिक विकास का मूल उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जिससे लोग लम्बे समय तक स्वस्थ तथा सृजनात्मक जीवन का आनन्द उठा सकें।” लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. उन तथ्यों की व्याख्या कीजिए जिन पर जीवन-स्तर निर्भर है।

उत्तर -प्रमुख रूप से जीवन स्तर निम्न तथ्यों पर निर्भर है

(1) धन और भौतिक वस्तुएँ।

(2) सीखने का अवसर।।

(3) परिवार में व्यक्तिगत सम्मान की स्थिति।

(4) परिवार के सदस्यों की उपस्थिति, मित्र और रिश्तेदार।

(5) एक सुरक्षित और निश्चित पर्यावरण।

(6) कार्यस्थल पर कार्य करने का अच्छा वातावरण।

प्रश्न 2. राष्ट्रीय आय क्या है ? यह प्रति व्यक्ति आय से किस प्रकार भिन्न है ?

उत्तर -किसी देश में एक वर्ष में उत्पादित विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं के योग को राष्ट्रीय आय कहते हैं। राष्ट्रीय आय को मौद्रिक रूप से व्यक्त किया जाता है। इसलिए राष्ट्रीय आय ज्ञात करने के लिए समस्त उत्पादित वस्तुओं एवं सेवाओं के मूल्यों का योग कर दिया जाता है और इस योग में से ह्रास की राशि घटा दी जाती है। अन्त में जो राशि प्राप्त होती है वही उस देश की कुल राष्ट्रीय आय कहलाती है। यदि इस राशि के योग में उस देश की कुल जनसंख्या के योग का भाग दे दिया जाय तो उस देश की प्रति व्यक्ति आय ज्ञात हो जायेगी।

प्रश्न 3. प्रति व्यक्ति आय को परिभाषित कीजिए। भारत में प्रति व्यक्ति आय कम होने के दो कारण बताइए।

उत्तर -प्रति व्यक्ति आय-किसी राष्ट्र के एक वर्ष में व्यक्तियों की औसत आय को उस राष्ट्र की प्रति व्यक्ति आय कहते हैं। यह धारणा भी चालू कीमतों पर और स्थिर कीमतों पर आय की माप से सम्बन्ध रखती है। जैसे यदि चालू कीमतों पर सन् 2010 की प्रति व्यक्ति आय मालूम करनी हो, तो वर्ष की राष्ट्रीय आय को उसी वर्ष की जनसंख्या से विभाजित कर दिया जाता है।

सन् 2010 की जनसंख्या प्रति व्यक्ति आय कम होने के कारण –

(i) जनसंख्या वृद्धि,

(ii) कृषि उत्पादन की अनिश्चितता।

प्रश्न 4. संपोषणीय विकास क्या है ? इसके उद्देश्य बताइए।

अथवा

सतत् विकास का अर्थ एवं तीन उद्देश्य समझाइए।

उत्तर – सतत् विकास – सतत् विकास से आशय ऐसे विकास से है जिसमें वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए भावी पीढ़ियों की आवश्यकताओं एवं हितों पर समुचित ध्यान दिया जाता है।

सतत् विकास के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं-

(1) सतत् विकास का प्रमुख उद्देश्य आर्थिक क्रियाकलापों के विशुद्ध लाभों को अधिकतम करना होता है।

(2) इसके लिए अनिवार्य है कि उत्पादक परिसम्पत्तियों (भौतिक, मानवीय, पर्यावर्णिक) के स्टॉक को संरक्षित रखा जाय।

(3) निर्धनों की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक सामाजिक सुरक्षा तन्त्र प्रदान किया जाय।

प्रश्न 5. एच. डी. आई. के किन सूचकों के आधार पर 2017 में श्रीलंका का स्थान भारत से बेहतर था?

उत्तर-

(1) सकल राष्ट्रीय आय प्रति व्यक्ति अमेरिकी डॉलर

श्रीलंका – 11,326

भारत – 6353

(2) जन्म के समय सम्भावित आय (या प्रत्याशित आय) 2017 में

श्रीलंका – 75.5

भारत – 68.8

(3) कुल नामांकन अनुपात (2017)

श्रीलंका – 10.9

भारत – 6.4

(4) विश्व में मानव विकास सूचकांक (HDI) का क्रमांक

श्रीलंका – 76

भारत – 130

प्रश्न 6. आय के अतिरिक्त ऐसे किन्हीं तीन अंशों को व्यक्त कीजिए जो हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण हैं।

उत्तर

(1) शिशु मृत्यु दर – किसी वर्ष में पैदा हुए 1,000 जीवित बच्चों में से एक वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले बच्चों का अनुपात शिशु मृत्यु दर कहलाती है।

(2) साक्षरता दर – 7 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में साक्षर जनसंख्या का अनुपात साक्षरता दर कहलाती है

(3) प्रत्याशित आयु – प्रत्याशित आयु का अर्थ जीवित रहने की आयु से है जिसे देश के निवासी जन्म के समय आशा कर सकते हैं। इसी बात को इस प्रकार भी कह सकते हैं कि एक देश में एक बच्चा जब जन्म लेता है तो उसके कितने वर्ष जीवित रहने की आशा की जाती है ? इस जीवित रहने की आशा को ही प्रत्याशित आयु या औसत आयु कहते हैं। वर्ष 2017 में औसत आयु 69 वर्ष थी।

प्रश्न 7. आर्थिक विकास से क्या आशय है ?

उत्तरआर्थिक विकास का अर्थ एवं परिभाषा

आर्थिक विकास आर्थिक विकास एक निरन्तर प्रक्रिया है जिसके अन्तर्गत राष्ट्र के आर्थिक, सामाजिक एवं औद्योगिक विकास के सभी सम्भव प्रयास किये जाते हैं तथा राष्ट्र के उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम सम्भव विदोहन किया जाता है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप राष्ट्र की वास्तविक राष्ट्रीय आय तथा प्रति व्यक्ति आय में दीर्घकालीन वृद्धि सम्भव हो जाती है। अर्थशास्त्रियों ने इसकी परिभाषा विकास के भिन्न-भिन्न आधारों को ध्यान में रखते हुए दी है।

मेयर एवं बाल्डविन के अनुसार, “आर्थिक विकास एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें दीर्घकाल में अर्थव्यवस्था की वास्तविक राष्ट्रीय आय में वृद्धि होती है।”

कोलिन क्लार्क के अनुसार, “आर्थिक विकास का अर्थ उस प्रक्रिया से है जिसमें बढ़ती हुई पूँजी की आवश्यकता एक निश्चित सीमा तक प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि लाती है।”

संक्षेप में, आर्थिक विकास का आशय एक अच्छे जीवन तथा उच्च जीवन स्तर (Standard of Life) को प्राप्त करने से है। यह न केवल हमारे जीवन की रक्षा ही करता है, बल्कि जीवन के मूल्य (Value of Life) को भी बढ़ाता है।

प्रश्न 8. भारत में भूमिगत जल संकट पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।

उत्तर-प्रमाणों से पता चलता है कि देश के कई भागों में भूमिगत जल के अति-उपयोग होने का गम्भीर संकट है। 300 जिलों से सूचना मिली है कि वहाँ पिछले बीस सालों में पानी के स्तर में 4 मीटर से अधिक गिरावट आयी है। देश का लगभग एक-तिहाई भाग, भूमिगत जल भण्डारों का अति-उपयोग कर रहा है। यदि उपयोग इसी तरह निरन्तर जारी रहा तो अगले 25 वर्षों में देश का 60 प्रतिशत भाग इस साधन का अति-उपयोग

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