M.P. Board solutions for Class 9 Hindi Kshitij क्षितिज भाग 1 – गद्य खंड
क्षितिज गद्य खंड Chapter 8 – एक कुत्ता और एक मैना
पाठ 8 – एक कुत्ता और एक मैना
अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1. गुरुदेव ने शांतिनिकेतन को छोड़ कहीं और रहने का मन क्यों बनाया ?
उत्तर – गुरुदेव ने शांतिनिकेतन को छोड़ कहीं और रहने का मन स्वास्थ्य खराब होने के कारण बनाया था। गुरुदेव शांतिनिकेतन को छोड़कर श्रीनिकेतन में कुछ दिन व्यतीत करना चाहते थे।
प्रश्न 2. मूक प्राणी मनुष्य से कम संवेदनशील नहीं होते । पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – जब गुरुदेव श्रीनिकेतन में रहने के लिए चले गए तब उनका कुत्ता दो मील की यात्रा करके उनके पास आ गया। गुरुदेव द्वारा ऊपर हाथ फिराने पर वह सुख का अनुभव करने लगा था। इसके अतिरिक्त गुरुदेव की चिता की राख जब कोलकाता के आश्रम में लाई गई तो वह कुत्ता भी वहाँ राख वाले कलश के पास थोड़ी देर तक बैठा रहा था । अतः इस पाठ के आधार पर स्पष्ट हो रहा है कि मूक प्राणी भी मनुष्य से कम संवेदनशील नहीं होते हैं।
प्रश्न 3. गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी कविता के मर्म को लेखक कब समझ पाया ?
उत्तर- गुरुदेव द्वारा मैना को लक्ष्य करके लिखी कविता के मर्म को लेखक तब समझ पाया जब गुरुदेव ने उन्हें मैना का करुण भाव दिखाया। उन्होंने अपने आश्रम में लेखक को एक ऐसी मैना दिखाई जो अकेली थी तथा लंगड़ाकर चल रही थी। उसी लंगड़ी मैना को लक्ष्य बनाकर गुरुदेव ने कविता लिखी थी।
प्रश्न 4. प्रस्तुत पाठ एक निबंध है। निबंध गद्य-साहित्य की उत्कृष्ट विधा है, जिसमें लेखक अपने भावों और विचारों को कलात्मक और लालित्यपूर्ण शैली में अभिव्यक्त करता है। इस निबंध में उपर्युक्त विशेषताएँ कहाँ झलकती हैं ? किन्हीं चार का उल्लेख कीजिए।
उत्तर– इस निबंध की उपर्युक्त चार विशेषताएँ अग्र प्रकार हैं-
(1) पाठ में लेखक जब गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर के दर्शनार्थ आता है तथा जब लेखक किसी को अपने साथ लाता है।
(2) मूक प्राणी के रूप में कुत्ते की भावनात्मकता के लालित्यपूर्ण चित्रण में।
(3) आश्रम में काले कौओं के न पाए जाने के कलात्मक ढंग में ।
(4) लंगड़ी मैना पक्षी की करुण दशा का वर्णन करने के सन्दर्भ में ।
प्रश्न 5. आशय स्पष्ट कीजिए-
इस प्रकार कवि की मर्मभेदी दृष्टि ने इस भाषाहीन प्राणी की करुण दृष्टि के भीतर उस विशाल मानव-सत्य को देखा है, जो मनुष्य, मनुष्य के अन्दर भी नहीं देख पाता ।
उत्तर– इस गद्य-खण्ड का आशय यह है कि कवि की करुणापूर्ण एवं मार्मिक दृष्टि ने स्पष्ट भाषा रहित जन्तु (कुत्ता) के भीतर उस सत्यता का दर्शन किया है जो स्पष्टभाषी, विज्ञ मानव दूसरे मानव के अन्दर नहीं देख पाता है।
रचना और अभिव्यक्ति
प्रश्न 6. पशु-पक्षियों से प्रेम इस पाठ की मूल संवेदना है। अपने अनुभव के आधार पर ऐसी किसी प्रसंग से जुड़ी रोचक घटना को कलात्मक शैली में लिखिए।
उत्तर – पशु-पक्षी इस प्रकृति के भूषण हैं। इसके बिना यह संसार सूना-सूना प्रतीत होगा । प्रेम की भाषा तो शब्दरहित होती है । ऐसा नहीं है कि हम जिस जीव या प्राणी से प्रेम करें और वह हमें प्रेम न करे ।
मैं जिस छात्रावास में रहता हूँ वहाँ एक पेड़ की खोखल में तोतों का परिवार भी रहता है। वे मेरे कमरे के जंगले पर आकर भी बैठ जाते हैं। जब भी मैं खोई फल आदि खाता हूँ तो उन्हें पहले डालता हूँ। पटे-पटे कहने पर वे पेड़ से मेरे जंगले पर आकर बैठ जाते हैं। मैं भी उन्हें अनाज के दाने आदि डालता रहता हूँ। अब तो उन तोतों का मेरे प्रति तथा मेरा तोतों के प्रति प्रगाढ़ प्रेम हो गया है।
भाषा-अध्ययन
प्रश्न 7. गुरुदेव जरा मुसकरा दिए।
मैं जब यह कविता पढ़ता हूँ ।
ऊपर दिए गए वाक्यों में एक वाक्य में अकर्मक क्रिया है और दूसरे में सकर्मक। इस पाठ को ध्यान से पढ़कर सकर्मक और अकर्मक क्रिया वाले चार-चार वाक्य छाँटिए ।
उत्तर – पाठ से सकर्मक और अकर्मक क्रिया वाले चार-चार वाक्य इस प्रकार हैं-
सकर्मक क्रिया के वाक्य –
(1) शायद मौज में आकर ही उन्होंने यह निर्णय किया हो ।
(2) गुरुदेव ने उसकी पीठ पर हाथ फेरा।
(3) वह चिताभस्म के कलश के पास थोड़ी देर चुपचाप बैठा भी रहा ।
(4) एक दूसरी बार मैं सवेरे गुरुदेव के पास उपस्थित था।
अकर्मक क्रिया के वाक्य-
(1) देखते हो, यह यूथभ्रष्ट है।
(2) रोज़ फुदकती है।
(3) मुझसे जरा भी नहीं डरती।
(4) एक दिन वह मैना उड़ गई।
प्रश्न 8. निम्नलिखित वाक्यों में कर्म के आधार पर क्रिया-भेद बताइए-
(क) मीना कहानी सुनाती है।
(ख) अभिनव सो रहा है।
(ग) गाय घास खाती है।
(घ) मोहन ने भाई को गेंद दी।
(ङ) लड़कियाँ रोने लगीं।
उत्तर– उपर्युक्त वाक्यों में कर्म के आधार पर क्रिया-भेद इस प्रकार हैं—
(क) सकर्मक क्रिया ।
(ख) अकर्मक क्रिया ।
(ग) सकर्मक क्रिया ।
(घ) सकर्मक क्रिया ।
(ङ) अकर्मक क्रिया ।
प्रश्न 9. नीचे पाठ में से शब्द-युग्मों के कुछ उदाहरण दिए गए हैं; जैसे-
समय-असमय, अवस्था – अनवस्था
इन शब्दों में ‘अ’ उपसर्ग लगाकर नया शब्द बनाया गया है।
पाठ में से कुछ शब्द चुनिए और उनमें ‘अ’ एवं ‘अन्’ उपसर्ग लगाकर नए शब्द बनाइए ।
उत्तर- पाठ से अ एवं अन् उपसर्ग लगाकर बनाए गए नए शब्द इस प्रकार हैं-
पाठेतर सक्रियता
1. पशु-पक्षियों पर लिखी कविताओं का संग्रह करें और उनके चित्रों के साथ उन्हें प्रदर्शित करें ।
उत्तर – विद्यार्थी इस कार्य को स्वयं अथवा मित्रों की सहायता से करें ।
2. हजारी प्रसाद द्विवेदी के कुछ अन्य मर्मस्पर्शी निबंध, जैसे- ‘ अशोक के फूल’ और ‘नाखून क्यों बढ़ते हैं’ पढ़िए ।
उत्तर – विद्यार्थी पुस्तकालय आदि से उपर्युक्त पुस्तकों का अध्ययन स्वयं करें ।