Class 7th सहायक वाचन Solution
खण्ड 2 : योग शिक्षा ( yoga siksha )
पाठ 4 : प्राणायाम
रिक्त स्थान की पूर्ति
1. …………………… प्राणायाम में जीभ नालीनुमा बन जाती है।
2. शीतली प्राणायाम ……………………….. ऋतु में करना लाभदायक होता है।
उत्तर– 1. शीतली, 2. ग्रीष्म
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. ‘प्राणायाम’ से आप क्या समझते हो ?
उत्तर—प्राणायाम—प्राणायाम शब्द संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना होता है—प्राण एवं आयाम । ” प्राण” का अर्थ है—“जीवन शक्ति” अर्थात् जिस शक्ति के रहते शरीर जीवित बना रहता है और “आयाम” का अर्थ है “विकास एवं नियन्त्रण”। अतः प्राणायाम शब्द का अर्थ हुआ, “जीवनी शक्ति को विकसित एवं नियन्त्रित करने की क्रिया ।
प्रश्न 2. सूर्य भेदन प्राणायाम के लाभ लिखिए।
उत्तर — सूर्य भेदन प्राणायाम के लाभ- सूर्य भेदन प्राणायाम के मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं-
(1) फेफड़ों की कार्य शक्ति (क्षमता) में वृद्धि होती है।
(2) पाचन क्रिया सुचारु रूप से होती है।
(3) मानसिक स्थिरता एवं एकाग्रता में वृद्धि होती है।
(4) वात दोष, संधियों में पीड़ा एवं कृमि दोष दूर होते हैं।
(5) कफ विकार दूर होता है।
(6) तरुणावस्था, जोश, उत्साह, ताजगी तथा शारीरिक शक्ति का संवर्धन होता है।
प्रश्न 3. भस्त्रिका प्राणायाम की क्रियाविधि लिखिए ।
उत्तर– भस्त्रिका प्राणायाम की क्रियाविधि — इस प्राणायाम की क्रियाविधि में प्रमुख निम्नलिखित चरण होते हैं—
(1) पद्मासन या किसी भी ध्यानात्मक आसन की स्थिति में बैठ जाइए।
(2) कपाल भाती के 20 स्ट्रोक कीजिए।
(3) इसके पश्चात् सूर्यभेदन प्राणायाम का एक चक्र कीजिए । इस प्रकार भस्त्रिका प्राणायाम का एक चक्र पूर्ण हुआ ।
प्रश्न 4. भस्त्रिका प्राणायाम किसे नहीं करना चाहिए ?
उत्तर—उच्च रक्तचाप एवं हृदयरोगी को भस्त्रिका प्राणायाम नहीं करना चाहिए।