MP Board Class 6th Sanskrit Surbhi Solution : विविधप्रश्नावलिः 3

MP Board Class 6th संस्कृत : विविधप्रश्नावलिः 3

विविधप्रश्नावलिः 3 (VIVIDH PRASNAVALI 3)

प्रश्न 1.
प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखत (प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखो)
(क) कस्मिन् मासे स्वतन्त्रतादिवसः भवति? (किस महीने में स्वतन्त्रता दिवस होता है?)
उत्तर:
अगस्तमासे

(ख) वस्तुनि केन शीतलानि भवन्ति? (वस्तुएँ किससे ठंडी होती हैं?)
उत्तर:
हिमशीतकेन

(ग) वयं कस्य सेवार्थं निरन्तरं चलिष्यामः? (हम किसकी सेवा के लिए निरन्तर चलते रहेंगे?)
उत्तर:
लोकसेवार्थं

(घ) धनिकः किम् अयच्छत्? (धनिक ने क्या दिया?)
उत्तर:
मिष्टान्नम्

(ङ) सिक्खधर्मस्य प्रवर्तकः कः? (सिक्ख धर्म के प्रवर्तक कौन थे?)
उत्तर:
गुरुनानकः

(च) कार्याणि केन सिध्यन्ति? (कार्य किससे सिद्ध होते हैं?)
उत्तर:
उद्यमेन

(छ) व्यापारिणां नूतनसंवत्सरः कदा आरभते? (व्यापारियों का नया वर्ष कब शुरू होता है?)
उत्तर:
कार्तिक प्रतिपदि शुक्लपक्षे।

प्रश्न 2.
प्रश्नानाम् उत्तराणि एकवाक्येन लिखत (प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखो)
(क) प्रथमस्वतन्त्रतासङ्ग्रामः कदा अभवत्? (प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम कब हुआ?)
उत्तर:
प्रथम स्वतन्त्रता संग्रामः ईसवीय वर्षे १८५७ तमे अभवत्। (प्रथम स्वतन्त्रता संग्राम सन् १८५७ ई. में हुआ था।)

(ख) दीपावल्यां लक्ष्मीः कदा पूज्यते? (दीपावली को लक्ष्मी कब पूजी जाती है?)
उत्तर:
दीपावल्यां लक्ष्मीः अमावस्यायां पूज्यते। (दीपावली पर लक्ष्मी की पूजा अमावस्या को होती है।)

(ग) विप्रम् अतिदरिद्रं ज्ञात्वा राजा किम् अपृच्छत्? (ब्राह्मण को अति दरिद्र जानकर राजा ने क्या पूछा?)
उत्तर:
विप्रम् अति दरिद्रं ज्ञात्वा राजा अपृच्छत् “विप्र! चर्मपात्रं किमर्थं हस्ते वहसि?” (ब्राह्मण को अति दरिद्र जानकर राजा ने पूछा, हे ब्राह्मण! चर्मपात्र को हाथ में किसलिए ढो रहे हो (लिए हुए हो)?

(घ) मनुष्यस्य श्रेष्ठता केन भवति? (मनुष्य की श्रेष्ठता किससे होती है?)
उत्तर:
मनुष्यस्य श्रेष्ठता चरित्रेण भवति। (मनुष्य की श्रेष्ठता चरित्र से होती है।)

(ङ) केन सर्वे जन्तवः तुष्यन्ति? (किसके कारण सभी प्राणी सन्तुष्ट हो जाते हैं?)
उत्तर:
प्रियवाक्यन प्रदानेन सर्वे जन्तवः तुष्यन्ति। (प्रिय वचन बोलने से सभी प्राणी सन्तुष्ट हो जाते हैं।)

(च) आवश्यकता केषां जननी अस्ति? (आवश्यकता किसकी जननी होती है?)
उत्तर:
“आवश्यकता आविष्काराणां जननी अस्ति”। (आवश्यकता आविष्कारों की जननी है।)

(छ) वयं कान् रक्षिष्यामः? (हम किनकी रक्षा करेंगे?)
उत्तर:
वयं सज्जनान् रक्षिष्यामः। (हम सज्जनों की रक्षा करेंगे।)

प्रश्न 3.
उचितशब्दैः रिक्तस्थानानि पूरयत (उचित शब्दों से रिक्त स्थानों को भरो)
(क) अधुना वयं………. गच्छामः। (ग्रहाय/गह)
(ख) आपणाः ग्राहकैः………… सन्ति। (परिपूर्णः/परिपूर्णाः)
(ग) ………… कार्याणि सिध्यन्ति। (उद्यमेन/उद्यमाय)
(घ) श्रमेण………… उन्नतिः भवति। (राष्ट्राय/राष्ट्रस्य)
(ङ) नाटकदर्शन………….. भवति। (दूरदर्शनेन/दूरदर्शनात्)
(च) नानकः धनिकस्य भोजनं………… शुष्करोटिकाः स्वीकृतवान्। (त्यक्त्वा/त्युक्तुम्)
(छ) शिक्षाक्षेत्रे………. महती भूमिका अस्ति। (सङ्गणकयन्त्रस्य/सङ्गणकयन्त्राय)
(ज) मम………… आनीतं भोजनम्। (गृहेण/गृहात्)
उत्तर:
(क) गृहं
(ख) परिपूर्णाः
(ग) उद्यमेन
(घ) राष्ट्रस्य
(ङ) दूरदर्शनेन
(च) त्यक्त्वा
(छ) सङ्गणकयन्त्रस्य
(ज) गृहात्।

प्रश्न 4.
निर्देशानुसारं परिवर्तनं कुरुत (निर्देश के अनुसार परिवर्तन करो)
(क) स्थास्यन्ति ………… (लट् लकारे)
(ख) गायन्ति …………. (लुट् लकारे)
(ग) शिक्षितः ………… (बहुवचने)
(घ) प्रदेशस्य ……….. (बहुवचने)
(ङ) भवति ………… (बहुवचने)
उत्तर:
(क) तिष्ठन्ति
(ख) गायिष्यन्ति
(ग) शिक्षिताः
(घ) प्रदेशानाम्
(ङ) भवन्ति।

प्रश्न 5.
अर्थानुसारं युग्मानि योजयत (अर्थ के अनुसार जोड़ों को जोड़ो)

उत्तर:
(क) → 3
(ख) → 1
(ग) → 2
(घ) → 5
(ङ) → 4
(च) → 7
(छ) → 6
(ज) → 10
(झ) → 8
(ञ) → 9

प्रश्न 6.
अन्वयपूर्ति कुरुत (अन्वय की पूर्ति करो)
(क) काकः ………… कृष्णः, कः भेदः………. , ……….. काले सम्प्राप्ते …………  काकः…………”पिकः।
(ख) वयम्………. विना सततं……….. करिष्यामः, ……….. चलिष्यामः, निरन्तरं ………..।
उत्तर:
(क) कृष्णः, पिकः, पिक काकयोः, वसन्त, काकः, पिकः।
(ख) आलस्यं, कार्याणि, अग्रे अग्रे, चलिष्यामः।

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