Class 6th सहायक वाचन Solution
खण्ड 2 : योग-शिक्षा
पाठ 2 : सूक्ष्म यौगिक क्रियाएँ
सही विकल्प चुनिए
(1) सूक्ष्म यौगिक क्रियाओं के नियमित अभ्यास से लाभ होता है-
(अ) सभी अंगों में लचीलापन (ब) अंग बलिष्ठ होते हैं
(स) अंग कड़े होते हैं (द) अंग पतले होते हैं।
(2) सूक्ष्म यौगिक क्रियाएँ पूर्व तैयारी हैं-
(अ) जलनेति करने की (ब) आसन करने की
(स) प्राणायाम करने की (द) मुद्रा लगाने की।
उत्तर – (1) (अ) सभी अंगों में लचीलापन, (2) (ब) आसन करने की।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सूक्ष्म यौगिक क्रियाएँ क्यों आवश्यक हैं ?
उत्तर- शरीर रूपी मशीन की सफाई नियमित रूप से सूक्ष्म यौगिक क्रियाओं से ही होती है। शरीर के सभी अंगों के लचीलेपन तथा सुचारु ढंग से कार्य करने के लिए सूक्ष्म यौगिक क्रियाएँ जरूरी होती हैं।
प्रश्न 2. किन्हीं दस सूक्ष्म यौगिक क्रियाओं के नाम लिखिए।
उत्तर-(1) पैरों की अंगुलियों, (2) एड़ी एवं अंगूठे, (3) घुटने, (4) कमर, (5) हाथ की अंगुलियों, (6) कलाई, (7) कोहनी, (8) कन्धे, (9) गर्दन, तथा (10) आँखों के लिए सूक्ष्म यौगिक क्रियाएँ की जाती हैं।
प्रश्न 3. हाथ की अंगुलियों द्वारा की जाने वाली सूक्ष्म यौगिक किया विधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर – वज्रासन अथवा सुखासन में बैठें। दोनों हाथों को कंधों की सीध में आगे फैलाकर अंगुलियों को ताकत से फैलायें, मुट्ठी बन्द करें। यह क्रिया 4-6 बार तक करें।
प्रश्न 4. नेत्र द्वारा की जाने वाली सूक्ष्म यौगिक क्रियाविधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर- किसी बिन्दु अथवा वस्तु पर अपनी दृष्टि टिकाएँ। जहाँ तक सम्भव हो पलक न झपकते हुए एकटक देखें तथा इसके बाद आँखें बंद कर लें। यह क्रिया दो से चार बार तक करें। इसके बाद अपनी गर्दन सीधी रखते हुए अपने दाएँ तथा बाएँ जितना देख सकते हैं देखें। अन्त में अपनी पुतलियों को दाएँ से बाएँ तथा बाएँ से दाएँ चक्राकार गोल-गोल घुमाएँ। इस क्रिया के दौरान अपनी गर्दन सीधी रखें। क्रिया के पश्चात् कुछ क्षण आँखें बन्द करके विश्राम करें।