पाठ 7 स्वदेश में गांधीजी

MP Board Class 8th Solution For Hindi Medium Sahayak Vachan म.प्र. बोर्ड कक्षा 8th का संपूर्ण हल सहायक वाचन

खण्ड 3 महात्मा गांधी 

पाठ 7 स्वदेश में गांधीजी

रिक्त स्थानों की पूर्ति
(1) गाँधीजी कहने की अपेक्षा ————-पर जोर देते थे।
(2) गाँधीजी का ………… चिकित्सा पद्धति पर विश्वास था।
(3) गाँधीजी तीसरी बार नैटाल सन् …… में गये थे।
उत्तर-(1) करने, (2) प्राकृतिक, (3) 1902 ।

लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. यह कैसे सिद्ध करोगे कि गाँधीजी में सेवा भावना प्रबल थी?
उत्तर-महात्मा गाँधी स्वदेश लौटने के बाद कोलकाता कांग्रेस में भाग लेने गये। वहाँ उन्हें लोकमान्य तिलक के साथ ठहराया गया। वे कार्यकर्त्ता के रूप में कांग्रेस में भाग लेना चाहते थे, उन्होंने स्वागत समिति के अधिकारियों से क्लर्की का कार्य ले लिया और दत्तचित्र हो निर्दिष्ट कार्य करने लगे। उन्होंने स्वयंसेवकों से झाडू लगाने और पखाना साफ करने को कहा। स्वयंसेवक ऐसा विचित्र आदेश मानने को तैयार नहीं हुए। तब गाँधीजी सफाई के काम में जुट गये। इस कार्य से गाँधीजी की सेवा भावना प्रबल मालूम होती है।
प्रश्न 2. कलकत्ता (कोलकाता) कांग्रेस के अधिवेशनों में भाग लेकर गाँधीजी को निराशा क्यों हुई ?
उत्तर-जब कांग्रेस अधिवेशन प्रारम्भ हुआ, तब उन्होंने अपनी बात कहने के लिए अध्यक्ष से समय माँगा। अध्यक्ष ने उन्हें केवल पाँच मिनट दिए। इतने कम समय में वे अफ्रीका के भारतीयों की समस्या पर पर्याप्त प्रकाश न डाल सके। इस बात से उन्हें बड़ी निराशा हुई।

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